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'आतंकवाद पर हमें फ्रांस का बहुमूल्य समर्थन'

प्रधानमंत्री मोदी का फ्रांस की यात्रा के दौरान प्रेस वक्तव्य

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जी7 समिट के लिए फ्रांस यात्रा

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 23 August 2019 04:05:52 PM

pm narendra modi and president of france macron

पेरिस/ नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी फ्रांस यात्रा के दौरान जारी प्रेस वक्तव्य में फ्रांस के प्रति अपने उद्गारों में सबसे पहले भारत के परम मित्र और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों का हार्दिक धन्यवाद दिया है, जिन्होंने पेरिस की ऐतिहासिक हेरिटेज साईट पर उनके और भारतीय प्रतिनिधिमंडल का बहुत ही भव्य और बहुत स्नेहपूर्वक स्वागत किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह मेरे लिए एक यादगार पल है और जी7 समिट के लिए राष्ट्रपति मैक्रॉन का आमंत्रण भारत और फ्रांस के बीच स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप और मेरे प्रति उनके मैत्री भाव का उदाहरण है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज हम दोनों ने बहुत लम्बी बात की है और जी7 का जो एजेंडा है, जिसका नेतृत्व फ्रांस कर रहा है, उसमें पूरी तरह सफलता मिले एवं भारत से जो सहयोग अपेक्षित है वह सहयोग पूर्ण रूपसे उनको प्राप्त हो, यह भारत का हमेशा संकल्प रहेगा।
पेरिस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बायोडायवर्सिटी हो, क्लाइमेट चेंज हो, कूलिंग और गैस के इश्यु हों, इन सभी विषयों पर भारत सदियों से परंपरा से, संस्कृति से, संस्कार से प्रकृति के साथ तालमेल करके ही जीने का पक्षधर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रकृति का विनाश कभी भी मानव कल्याण के लिए उपकारक नहीं हो सकता है और इस विषय का इनिशिएटिव जी7 समिट में जब हो रहा है, तब ये भारत लिए और भी ख़ुशी के पल हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और फ्रांस के बीच सम्बंध सैकड़ों साल पुराने हैं और हमारी दोस्ती किसी स्वार्थ पर नहीं, बल्कि लिबर्टी, इक्वलिटी फर फ्रेटरनिटी के ठोस आदर्शों पर टिकी है, यही कारण है कि भारत और फ्रांस ने कंधे से कंधा मिलाकर आज़ादी और लोकतंत्र की रक्षा की है, फासिज्म और एक्सट्रीमिस्म का मुकाबला किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि फर्स्ट वर्ल्ड वॉर के दौरान हजारों भारतीय सैनिकों का बलिदान आज भी फ्रांस में याद किया जाता है, आज आतंकवाद, क्लाइमेट चेंज, एनवायरनमेंट और टेक्नोलॉजी के समावेशी विकास की चुनौतियों का सामना करने के लिए फ्रांस और भारत एक साथ मजबूती से खड़े हैं। उन्होंने कहा कि हम दोनों देशों ने सिर्फ़ अच्छी-अच्छी बातें ही ग्रहण नहीं की हैं, बल्कि उनपर ठोस कदम भी उठाए हैं। उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल सोलर अलायंस भारत और फ्रांस की ऐसी ही एक सफल पहल है। प्रधानमंत्री ने कहा कि दो दशकों से हम स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप की राह पर चल रहे हैं, आज फ्रांस और भारत एक दूसरे के भरोसेमंद पार्टनर हैं, हमारी कठिनाईयों में हमने एक दूसरे का नजरिया समझा है और साथ भी दिया है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रेसिडेंट मैक्रों और मैंने हमारे संबंधों के सभी पक्षों पर विस्तार से चर्चा की है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 में भारत की आज़ादी को 75 साल होंगे, तब तक हमने न्यू इंडिया के लिए कई लक्ष्य रखे हैं, हमारा प्रमुख उद्देश्य भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विकास के लिए भारत की आवश्यकताओं में फ्रेंच एंटरप्राइज के लिए स्वर्णिम अवसर है, अपने आर्थिक सहयोग को बढ़ाने के लिए हम स्किल डेवलपमेंट, सिविल एविएशन, आईटी, स्पेस और अन्य बहुत से क्षेत्रों में नए इनिशिएटिव्ज के लिए तत्पर हैं। उन्होंने कहा कि डिफेंस कोऑपरेशन हमारे संबंधों का एक मज़बूत स्तम्भ है और मुझे प्रसन्नता है कि विभिन्न परियोजनाओं पर हम अच्छी प्रगति कर रहे हैं। नरेंद्र मोदी ने कहा कि 36 राफेल में से पहला विमान अगले महीने भारत को सौंपा जाएगा, हम टेक्नोलॉजी और को-प्रोडक्शन में सहयोग को बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि फ्रांस पहला देश है, जिसके साथ हमने न्यू जनरेशन सिविल न्यूक्लियर एग्रीमेंट साइन किया है, हमने अपनी कंपनियों से आग्रह किया है कि वे जैतापुर प्रोजेक्ट पर तेजी से आगे बढ़ें और बिजली की कीमत को भी ध्यान में रखें। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भी खुशी की बात है कि दोनों ओर से टूरिज्म में बढ़ोतरी हो रही है और लगभग 2.5 लाख फ्रेंच पर्यटक और 7 लाख भारतीय पर्यटक हर वर्ष एक दूसरे के देश में आते हैं। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार विद्यार्थियों के आदान-प्रदान को हायर एजुकेशन के क्षेत्र में विशेष रूपसे बढ़ाना चाहिए।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2021-2022 में पूरे फ्रांस में भारतीय सांस्कृतिक फेस्टिवल नमस्ते फ्रांस का अगला एडिशन होगा। उन्होंने आशा प्रकट की कि भारत की विविधतापूर्ण संस्कृति में यह फेस्टिवल फ्रांस के लोगों की रूचि को और भी गहरा करेगा। उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि योग फ्रांस में बहुत लोकप्रिय है, इसलिए मुझे आशा है कि फ्रांस में मेरे और भी बहुत से दोस्त इसे स्वस्थ जीवनशैली के रूपमें अपनाएंगे। नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैंने ग्लोबल चैलेंजेस के लिए भारत और फ़्रांस के सहयोग के महत्व की ओर इशारा किया था, हम दोनों देशों को आतंकवाद और रेडिकलाइज़ेशन का लगातार सामना करना पड़ रहा है, क्रॉस बार्डर टेररिज्म का मुक़ाबला करने में हमें फ्रांस का बहुमूल्य समर्थन और सहयोग मिला है, इसके लिए हम प्रेसिडेंट मैक्रों को धन्यवाद देते हैं। उन्होंने कहा कि हमने सिक्यूरिटी और काउंटर-टेररिज्म पर सहयोग को व्यापक बनाने का इरादा किया है, हमारा मेरीटाइम और साइबर सिक्यूरिटी में भी हमारे बढ़ते सहयोग को और मजबूत करने का भी फैसला है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि सायबर सिक्यूरिटी और डिजिटल टेक्नोलॉजी के संबंध में एक नए रोडमैप पर हम सहमत हुए हैं। उन्होंने कहा कि इंडियन ओशेन क्षेत्र में हमारा ऑपरेशनल कोऑपरेशन तेजी से आगे बढ़ रहा है, इस क्षेत्र में सुरक्षा और सभी के लिए प्रगति सुनिश्चित करने में यह सहयोग महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि मैं अपने अभिन्न मित्र प्रेसिडेंट मैक्रों को इस चुनौतीपूर्ण समय में एक नए विज़न, उत्साह और कुशलता के साथ फ्रांस और जी7 के नेतृत्व के लिए शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने कहा कि इस प्रयास में 1.3 बिलियन भारतीयों का पूरा सहयोग और समर्थन आपके साथ है, हम दोनों देश मिलकर, सुरक्षित और समृद्ध विश्व का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बिआरिट्ज़ में जी7 समिट में भाग लेने के लिए मैं उत्सुक हूं और इस समिट की सफलता के लिए आपको और पूरे फ्रांस को अनेक-अनेक शुभकामनाएं देता हूं।

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