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गृहमंत्री की चक्रवात 'वायु' पर उच्चस्तरीय बैठक

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का संबंधित राज्यों को अलर्ट

गुजरात के तटीय जिलों में भारी वर्षा और बाढ़ की संभावना

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 11 June 2019 06:42:49 PM

cyclone warning for gujarat coast

नई दिल्ली। गृहमंत्री अमित शाह ने चक्रवात 'वायु' से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए आज एक उच्‍चस्‍तरीय बैठक में संबंधित राज्य और केंद्रीय मंत्रालयों एवं एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा की। गृहमंत्री अमित शाह ने अधिकारियों को लोगों को सुरक्षित रूपसे बाहर निकालने और बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य, पेयजल आदि आवश्यक सेवाओं के रखरखाव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने आपात स्थिति से निपटने के लिए 24 घंटे नियंत्रण कक्ष में कार्य करने का भी निर्देश दिया। इस अवसर पर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों ने गृहमंत्री को बताया कि चक्रवात 'वायु' के 13 जून 2019 की सुबह 110-120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पोरबंदर और महुवा के बीच वेरावल और दीव क्षेत्र के आसपास गुजरात तट पहुंचने की उम्मीद है।
चक्रवात 'वायु' से गुजरात के तटीय जिलों में भारी वर्षा और एक से डेढ़ मीटर ऊंचा ज्वारभाटा आने की संभावना है। इसके कारण कच्छ, द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़, दीव, गिर सोमनाथ, अमरेली और भावनगर जिले के निचले तटीय क्षेत्रों में बाढ़ की भी संभावना है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि वह 9 अप्रैल से सभी संबंधित राज्यों को नियमित बुलेटिन जारी करके चक्रवात 'वायु' से अलर्ट रहने को कह रहा है। कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा ने राज्य और केंद्रीय एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक भी बुलाई, जिसमें गुजरात के मुख्य सचिव और दीव प्रशासक के सलाहकार शामिल हुए।
गृह मंत्रालय राज्य सरकारों, संघ राज्य क्षेत्रों और संबंधित केंद्रीय एजेंसियों के साथ निरंतर संपर्क में है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने नावों, पेड़ काटने वालों, दूरसंचार उपकरणों आदि 26 दलों को तैनात कर दिया है तथा गुजरात सरकार के अनुरोध पर 10 और दलों को तैयार किया है। भारतीय तटरक्षक बल, नौसेना, थलसेना और वायुसेना की इकाइयों को भी तैयार रहने को कहा गया है। विमान एवं हेलीकॉप्टर हवाई निगरानी कर रहे हैं। बैठक में केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव डॉ एम राजीवन, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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