स्वतंत्र आवाज़
word map

अयोध्या पर फैसला आ जाता तो अच्छा था-रामदेव

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

योग गुरु स्वामी रामदेव

जोधपुर। योग गुरु स्वामी रामदेव ने अपनी भारत स्वाभिमान यात्रा के दौरान जोधपुर नगर में आयोजित एक दिवसीय योग शिविर में अयोध्या मसले, राष्ट्रमंडल खेलों, शिक्षा और चिकित्सा क्षेत्र में कथित लूट पर भी बेबाकी से टिप्पणियां कीं। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि अयोध्या पर फैसला आ जाता तो अच्छा था। इससे पहले चामी पोलो ग्राउंड में सुबह पांच बजे शुरू हुए योग कार्यक्रम में स्वामी रामदेव ने बांसुरी की मधुर ध्वनि की गूंज के साथ उगते सूरज की लालिमा के तले विशाल जन समूह को विभिन्न योग क्रियाओं का अभ्यास कराया। इस शिविर में जोधपुर और इसके आसपास के हजारों लोगों ने भागीदारी की।
स्वामी रामदेव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ का फैसला आ जाता, तो लोग मंदिर-मस्जिद के झगड़े से उबर कर विकास कार्यो में लग जाते, वरना अभी तक तो यह मुकदमा भी देश भर की अदालतों में लंबित पड़े 3 करोड़ 33 लाख से अधिक मामलों में शुमार है। उनका कहना था कि देश के सभी संप्रदाय यह अच्छी तरह जानते हैं कि भगवान राम का जन्म अयोध्या में हुआ था, किसी भी मजहब को अयोध्या में राम मंदिर बनाने में आपत्ति नहीं हो सकती। राम सभी के पूज्य हैं, जबकि बाबर तो आततायी और लुटेरा था जिसके खिलाफ देशभक्त मुसलमानों ने पानीपत के मैदान में युद्ध लड़ा था।
बाबा रामदेव ने योगाभ्यास के दौरान अपने संबोधन में लोगों से जीवन के सभी क्षेत्रों में योगियों सा व्यवहार करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि डॉक्टर, इंजीनियर और अफसर योगी होंगे तो न तो कहीं भ्रष्टाचार होगा और न ही कॉमनवेल्थ खेलों की तरह पुल गिरेंगे। उन्होंने दावा किया कि पिछले एक दशक में वे इस तरह के शिविरों में प्रत्यक्ष रूप से करीब चार करोड़ और टीवी के माध्यम से करीब सौ करोड़ लोगों को योग सिखा चुके हैं। स्वामी रामदेव की भारत स्वाभिमान यात्रा की कड़ी में उचियारड़ा गांव में ग्रामीणों ने स्वामीजी का स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने पीपल का पौधा भी लगाया।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]