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लंदन ओलंपिक में मदद देगा सहारा इंडिया

'चैंपियन ऑफ चैंपियंस' का भी प्रायोजक

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सुब्रत राय सहारा-subrata roy sahara

मुंबई। सहारा इंडिया परिवार, भारतीय मुक्केबाजी, कुश्ती, तीरंदाजी और अब निशानेबाजी के 56 खिलाडि़यों और 4 फेडरेशनों को लंदन ओलम्पिक की तैयारी में सहायता देगा और 'चैंपियन ऑफ चैम्पियन्स' नामक नई शूटिंग प्रतियोगिता और नेशनल चैम्पियनशिप का भी प्रायोजक होगा। सहारा इंडिया के चेयरमैन सुब्रत रॉय ने सहारा परिवार के खेलों में योगदान की निरंतर प्रतिबद्धता प्रकट करते हुए कहा है- 'उन क्रियाकलापों को हमेशा महत्व दिया गया है, जो मनुष्य में सकारात्मक भावनाएं पैदा करते हैं और खेल उनमे से एक है।'
मीडिया
में आई खबरों के प्रत्युत्तर में कि अभिनव बिंद्रा को इस संविदा में प्रायोजकों के संभावित मतभेद के कारण नहीं लिया गया है, एनआरएआई के महासचिव सेठी ने कहा, निशानेबाज का चयन एनआरएआई की सिफारिश पर आधारित है, जिसमें अभिनव बिंद्रा के नाम पर दो कारणों से विचार नहीं किया गया। प्रथम तो यह कि उनकी अपेक्षाएं काफी ज्यादा थीं और दूसरा यह कि उन्हें अलग-अलग जगहों से सहायता उपलब्ध हो रही है। एनआरएआई की इच्छा ज्यादा से ज्यादा निशानेबाजों में बिना किसी विषमता के सहायता राशि देने की है। इस खेल के इतिहास में इस प्रकार की पहली पेशकश है। स्पष्टरूप से विदित हो कि एनआरएआई सहारा के इस उत्तम अवसर और सहृदयता से वंचित नहीं रहना चाहता है।
भारत
में खेलों का प्रमुख प्रमोटर सहारा इंडिया परिवार ने भारतीय शूटिंग (निशानेबाजी) को भी सहायता देने का फैसला किया। इसके अंतर्गत नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के साथ 15 शूटर्स को चिन्हित किया गया है जिसमें कई उभरते हुए खिलाड़ी हैं और इनमें पांच महिला शूटर्स भी शामिल हैं। उनमें से कुछ जाने-माने नाम जैसे-राज्यवर्द्धन सिंह राठौर, गगन नारंग, समरेश जंग, रंजन सोढ़ी और मानवजीत सिंह भी हैं। इस करार के तहत सहारा इंडिया परिवार इन खिलाडि़यों को वर्ष 2012 में लंदन में होने वाले ओलम्पिक खेलों के बाद तक सहायता प्रदान करेगा। इसके अलावा सहारा इंडिया ने नेशनल चैम्पियनशिप और नई शूटिंग प्रतियोगिता चैम्पियन ऑफ चैम्पियन्स को भी प्रायोजित करने की घोषणा की है। भारतीय क्रिकेट और हॉकी के प्रायोजक सहारा इंडिया परिवार ने इसी वर्ष हाल ही में भारतीय मुक्केबाजी, कुश्ती और तीरंदाजी को भी अंगीकृत किया है। इस श्रृंखला में इन चारों खेलों के अंतर्गत सहारा इंडिया परिवार 56 खिलाडि़यों को 4 वर्ष तक सहायता प्रदान करता रहेगा।
सहारा
इंडिया परिवार के सहयोग का उद्देश्य अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की अस्मिता को बढ़ाना और ओलम्पिक्स, एशियन और कामनवेल्थ खेलों में मेडल की दावेदारी बढ़ाना है। इस सहायता का उद्देश्य उभरते हुए निशानेबाजों को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करना है ताकि वे देश के लिए गौरवपूर्ण सम्मान अर्जित कर सकें। इस चार वर्षीय सहायता के अंतर्गत खिलाडि़यों को हर वर्ष उनके प्रदर्शन और उपलब्धि की समीक्षा के आधार पर ग्रेडिंग सिस्टम से स्पांसरशिप राशि प्रदान की जाएगी, जिसमें इस बात का ध्यान भी रखा गया है कि इस करार में नहीं शामिल अति उत्तम प्रदर्शन वाले खिलाडि़यों को भी संज्ञान में लिया जाएगा। हालांकि, टॉप 5 निशानेबाजों की समीक्षा हर दो साल बाद होगी।
इस
अवसर पर सुब्रत रॉय सहारा, मैनेजिंग वर्कर और चेयरमैन, सहारा इंडिया परिवार ने कहा, खेल राष्ट्र और राष्ट्रीयता की सीमाओं से ऊपर उठकर मानव को भावनात्मक रिश्ते में बांधता है। सहारा इंडिया परिवार ने उन क्रियाकलापों को हमेशा महत्व दिया है, जो मनुष्य में सकारात्मक भावनाएं पैदा करते हैं और खेल उनमे से एक है।' उन्होंने कहा कि 'मेरा मानना है कि भारत की प्रतियोगी क्षमता उन खेलों में ज्यादा है, जो या तो कौशल आधारित हैं या हमारे पारम्परिक खेलों से मिलते-जुलते हैं। शूटिंग को यह सहायता, इसी श्रृंखला की एक कड़ी है और इस प्रकार के खेलों को, जो देश को ख्याति दिलाने में सामर्थ्य रखते हैं, जमीनी स्तर पर बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता भी है। यकीन है कि ये नवजवान निशानेबाज भारत को गौरवान्वित करेंगे और श्रेष्ठता का नया मानक स्थापित करेंगे, जैसा कि पहले भी उन्होंने किया है।
नेशनल
रायफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रेसीडेंट दिग्विजय सिंह ने समस्त निशानेबाजों की तरफ से सहारा इंडिया परिवार को और खासतौर पर उनके चेयरमैन को धन्यवाद ज्ञापित किया है जिन्होंने इस फेडरेश्न और खिलाडि़यों को सम्बल दिया। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से सहारा इंडिया परिवार के साथ यह भागीदारी निशानेबाजों के राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय स्तर के प्रदर्शन को बेहतर बनाएगी।
एलएसएम
के मैनेजिंग डायरेक्टर दासगुप्ता ने कहा, इस ऐतिहासिक गठबंधन का हिस्सा बनने में वह गर्व और विशेषाधिकार महसूस करते हैं, जिसमें 15 शीर्षस्थ निशानेबाज और फेडरेशन को 4वर्ष के लिए सहारा इंडिया परिवार का संरक्षण प्राप्त हुआ है। इस अनुकरणीय सहयोग के लिए उन्होंने सहाराश्री का आभार व्यक्त किया।

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