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नेपाल में ‘देवी कुमारी’ पर विवाद

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देवी कुमारी

काठमांडू। नेपाल के प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर में पुजारियों की नियुक्ति को लेकर चला आ रहा विवाद अभी थमा भी नहीं है कि नेपाल में ‘देवी कुमारी’ की पूजा रोक देने से एक नया विवाद खड़ा हो गया है। नेपाल के इतिहास में पहली बार देवी कुमारी की पूजा रोकी गई है।

हिन्दू और बौद्ध धर्म के लोग लम्बे समय से देवी कुमारी की पूजा करते आए हैं। इसके अलावा विदेशी पर्यटकों को भी नेपाल की यह वर्षो पुरानी परम्परा आकर्षित करती रही है। देवी कुमारी के महल से एक प्रमुख सजावटी लकड़ी की चोरी किए जाने की कोशिश के बाद मंदिर की निगरानी समिति ने पूजा रोकने जैसा कदम उठाया है। गत वर्ष भी महल से कुछ वस्तुओं की चोरी भी हुई थी।
बसंतपुर स्थित देवी कुमारी के महल में अब पर्यटकों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है। इस सम्बन्ध में निगरानी समिति के एक सदस्य गौतम शाक्य ने बताया कि नेपाल की इस अनमोल विरासत के प्रति सरकार की बेरुखी के कारण यह कदम उठाया गया है। देवी कुमारी के महल का निर्माण वर्ष 1757 में माला वंश के अंतिम शासक जयप्रकाश माला ने किया था। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष तीन वर्षीय मातिना शाक्य देश की 14वीं देवी कुमारी चुनी गईं थीं।

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