चांदीपुर परीक्षण रेंज से प्रायोगिक परीक्षण सफल
प्रधानमंत्री ने भारतीय वैज्ञानिकों को बधाई दीस्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Saturday 18 October 2014 05:48:48 AM
बालेश्वर (ओडिशा)। भारत के परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम सबसोनिक क्रूज मिसाइल ‘निर्भय’ का चांदीपुर परीक्षण रेंज से प्रायोगिक परीक्षण सफल रहा। पाकिस्तान और चीन के कई इलाकों को सहज ही कवर करने वाली यह मिसाइल 700 किलोमीटर से अधिक दूरी पर लक्ष्यों को निशाना बना सकती है। निर्भय मिसाइल में धीमी गति आगे बढ़ने, बेहतरीन नियंत्रण और दिशानिर्देशन के अलावा रडार को चकमा देकर सटीक परिणाम देने की क्षमता है।
भारत के पास 290 किलोमीटर दूर तक मार करने वाली सुपरसोनिक ‘ब्रह्मोस’ क्रूज मिसाइल है, जिसे भारत और रूस ने संयुक्त रूप से विकसित किया है, लेकिन लंबी दूरी की मारक क्षमता वाली ‘निर्भय’ भारत के ही रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) से विकसित की गई एक अलग किस्म की मिसाइल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में विकसित परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम ‘निर्भय’ मिसाइल के सफल परीक्षण पर भारतीय वैज्ञानिकों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इससे देश की रक्षा क्षमताओं को काफी बढ़ावा मिलेगा एवं इसका स्वदेश में सफलता से विकसित किया जाना हमारे सशस्त्र बलों की युद्ध लड़ने की क्षमताओं में एक बड़े अंतर को खत्म करेगा।
सबसोनिक क्रूज मिसाइल निर्भय के प्रक्षेपण के कुछ ही समय बाद एक अधिकारी ने बताया कि मिसाइल को सुबह दस बजकर करीब तीन मिनट पर एकीकृत परीक्षण रेंज के लॉच पैड 3 से एक सचल प्रक्षेपक मोबाइल (लॉचर) के जरिए प्रक्षेपित किया गया। अधिकारी ने कहा कि रडारों और टेलीमेट्री बिंदुओं तथा परिपथों की निगरानी से मिलने वाले आंकड़ों के विश्लेषण के बाद विस्तृत जानकारी उपलब्ध हो पाएगी। लंबी दूरी की मारक क्षमता वाली सबसोनिक क्रूज मिसाइल ‘निर्भय’ का यह एकीकृत परीक्षण रेंज से दूसरा परीक्षण है। निर्भय का पहला परीक्षण 12 मार्च 2013 को किया गया था, लेकिन यह सभी लक्षित मानकों को पूरा नहीं कर सका, क्योंकि तय दिशा से इसके विचलन का पता चलते ही इसकी उड़ान को मार्ग के बीच में ही खत्म करना पड़ा था। निर्भय में धीमे आगे बढ़ने, बेहतरीन नियंत्रण और दिशानिर्देशन के अलावा सटीक परिणाम देने की क्षमता है।