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नरेंद्र मोदी व डॉ मोहम्मद मुइज्जू में खास गुफ्तगू

भारत मालदीव दोस्ती सदैव उज्ज्वल और स्पष्ट रहेगी-मोदी-मुइज्जू

'पहलगाम हमले की कड़ी निंदा केलिए राष्ट्रपति मुइज्जू का आभार'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 26 July 2025 02:20:32 PM

special conversation between narendra modi and dr. mohammad muizzu

माले/ नई दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति डॉ मोहम्मद मुइज्जू की मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय में खास मुलाकात हुई। राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रिपब्लिक स्क्वायर पर जोरदार स्वागत किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 21 तोपों की सलामी दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति डॉ मोहम्मद मुइज्जू और उनके प्रतिनिधिमंडल द्वारा उन्हें दिए गए शानदार आतिथ्य केलिए आभार व्यक्त किया। राष्ट्रपति डॉ मोहम्मद मुइज्जू से मुलाकात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि मालदीव भारत के पड़ोसी और महासागर विजन के केंद्र में है। उन्होंने कहाकि यह मुलाकात दोनों देशों के कई क्षेत्रों विशेष रूपसे वाणिज्यिक और सांस्कृतिक संबंधों पर केंद्रित थी और हम सहमत हुएकि भारत-मालदीव मित्रता सदैव उज्ज्वल और स्पष्ट रहेगी। प्रधानमंत्री ने मालदीव की स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ और दोनों देशों के राजनयिक संबंधों की स्थापना की भी 60वीं वर्षगांठ पर शुभकामनाएं दीं।
मालदीव के राष्ट्रपति डॉ मोहम्मद मुइज्जू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत मालदीव राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ पर स्मारक डाक टिकट जारी किए। दोनों देशों के सदियों पुराने द्विपक्षीय संबंधों को दर्शाने वाले स्मारक डाक टिकटों पर भारतीय नौका उरु, जो केरल के बेपोर के ऐतिहासिक बोटयार्ड में हस्तनिर्मित एक विशाल लकड़ी की नौका है और मालदीव की मछली पकड़ने वाली पारंपरिक नौका वधू धोनी का चित्र है। ये नौकाएं सदियों से हिंद महासागर में व्यापार का हिस्सा रही हैं। मालदीव की मछली पकड़ने वाली पारंपरिक नौका वधू धोनी का उपयोग रीफ और तटीय मछली पकड़ने केलिए किया जाता है। यह मालदीव की समृद्ध समुद्री विरासत और द्वीपीय जीवन और महासागर केबीच घनिष्ठ संबंध को दर्शाती है। मालदीव की 1965 में स्वतंत्रता केबाद भारत उसके साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने वाले पहले देशों में से एक था। स्मारक डाक टिकट जारी करना दोनों देशों केबीच घनिष्ठ और ऐतिहासिक संबंधों का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डॉ मोहम्मद मुइज्जू ने इस खास मुलाकात सदियों से स्थापित मित्रता और विश्वास के गहरे बंधनों पर प्रकाश डाला, जो दोनों देशों के लोगों केबीच मजबूत संबंधों से और भी ज्यादा मजबूत हुए हैं। दोनों नेताओं ने अक्टूबर 2024 में मालदीव के राष्ट्रपति की भारत की राजकीय यात्रा के दौरान अपनाई गई 'व्यापक आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी' केलिए भारत-मालदीव साझा दृष्टिकोण के कार्यांवयन में प्रगति की भी समीक्षा की। प्रधानमंत्री ने पड़ोसी प्रथम और विजन महासागर नीतियों के अनुरूप मालदीव केसाथ संबंधों को और अधिक मजबूत करने की भारत की प्रतिबद्धता दोहराई। राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने मालदीव के समक्ष किसी भी संकट के समय सबसे पहले प्रतिक्रिया देने की भारत की प्रतिबद्धता की सराहना की। दोनों नेताओं ने विकास साझेदारी, बुनियादी ढांचे के समर्थन, क्षमता निर्माण, जलवायु कार्रवाई और स्वास्थ्य के क्षेत्रमें सहयोग पर चर्चा की। उन्होंने रक्षा और समुद्री सुरक्षा सहयोग को और मजबूत करने का आह्वान किया तथा इस संबंध में कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन के तहत दोनों देशों केबीच सहयोग का उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डॉ मोहम्मद मुइज्जू दोनों नेताओं ने दोनों देशों केबीच आर्थिक साझेदारी की भी समीक्षा की। प्रधानमंत्री ने कहाकि प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौता और द्विपक्षीय निवेश संधि दोनों पक्षों केलिए नए अवसर खोलेगी। उन्होंने कहाकि दोनों देशों को डिजिटल अर्थव्यवस्था का लाभ उठाना चाहिए, विशेष रूपसे पर्यटन को बढ़ावा देने केलिए उन्होंने यूपीआई को अपनाने, रुपे कार्ड की स्वीकृति और स्थानीय मुद्राओं में व्यापार पर हाल की सहमति का स्वागत किया। दोनों नेताओं ने कहाकि दोनों देशों केबीच घनिष्ठ विकास साझेदारी पहले से ही मजबूत लोगों केबीच संबंधों को और अधिक मूल्यवान बना रही है। दोनों नेताओं ने कहाकि ग्लोबल साउथ साझेदार के रूपमें वे पृथ्वी और यहां के लोगों के लाभ केलिए जलवायु परिवर्तन, नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने, प्राकृतिक आपदा जोखिम में कमी लाने तथा जलवायु विज्ञान जैसे मुद्दों पर काम करना जारी रखेंगे। उन्होंने कहाकि भारत को आवास, संपर्क, बुनियादी ढांचा, रक्षा, डिजिटल प्रौद्योगिकी आदि क्षेत्रों में मालदीव केसाथ मिलकर काम करने का सौभाग्य प्राप्त है। जलवायु परिवर्तन और नवीकरणीय ऊर्जा भी हमारे द्विपक्षीय सहयोग के दो महत्वपूर्ण स्तंभ हैं।
राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करने और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत केप्रति एकजुटता दिखाने केलिए ह्रदय से धन्यवाद दिया। दोनों देशों केबीच मत्स्यपालन एवं जलीय कृषि, मौसम विज्ञान, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, यूपीआई, भारतीय फार्माकोपिया और रियायती ऋण सुविधाओं के क्षेत्रोंमें छह समझौता ज्ञापनों का आदान प्रदान हुआ। नई ऋण व्यवस्था मालदीव में अवसंरचना विकास और अन्य गतिविधियों केलिए 4850 करोड़ रुपये प्रदान करती है। मौजूदा ऋणों केलिए एक संशोधन समझौते भी किया गया, इससे मालदीव के वार्षिक ऋण सेवा दायित्वों में 40 प्रतिशत यानी 51 मिलियन अमेरिकी डॉलर से घटाकर 29 मिलियन अमेरिकी डॉलर की कमी आएगी। प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते के संदर्भ की शर्तों का आदान प्रदान किया गया। दोनों नेताओं ने अड्डू शहर में सड़क और जल निकासी प्रणाली परियोजनाओं और अन्य शहरों में 6 उच्च प्रभाव वाली सामुदायिक विकास परियोजनाओं का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल और आव्रजन अधिकारियों केलिए 3300 सामाजिक आवास इकाइयां और 72 वाहन भेंट किए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मालदीव सरकार को आरोग्य मैत्री हेल्थ क्यूब (भीष्म) की दो इकाइयां भी सौंपीं। अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों केसाथ इस क्यूब से 200 घायलों को चिकित्सा सहायता मिल सकती है और इसमें छह चिकित्साकर्मियों के दल को 72 घंटे तक सहायता प्रदान करने की क्षमता भी है। प्रधानमंत्री ने कहाकि भीष्म क्यूब्स से जनसेवा में हमारी साझेदारी की पुष्टि हुई, सहयोग, हित और मैत्री केलिए भारत स्वास्थ्य पहल (भीष्म) समय पर और करुणामयी स्वास्थ्य सेवा सहायता केप्रति भारत की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। इन तैनात करने योग्य मेडिकल क्यूब्स में आपातकालीन देखभाल केलिए आवश्यक दवाइयां और उपकरण रखे जाते हैं। प्रकृति संरक्षण केप्रति अपनी गहरी प्रतिबद्धता के अनुरूप दोनों नेताओं ने भारत के एक पेड़ मां के नाम और मालदीव के 5 मिलियन वृक्षारोपण की प्रतिज्ञा अभियान केतहत आम के पौधे लगाए। प्रधानमंत्री ने मालदीव और वहां के लोगों को उनकी आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं के अनुसार समर्थन देने तथा हिंद महासागर क्षेत्र में शांति, विकास और समृद्धि केलिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई।

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