लखनऊमेंचारो तरफ बिखरे पत्थरों और हरे पेड़-पौधों की आत्माएं, धराशाई ईमारतों और सपनों के मलबे, सरकारी बुल्डोजरों से ध्वस्त होते निर्माण और न्याय, डायनामाइट से उड़ाया जाता राज-धन और लोक-मन, और राजपथ पर आत्मसमर्पित लोकतंत्र और नैतिकता, यह लखनऊ है या कि बगदाद? चारो तरफ भूख और मरी के बीच गिद्ध-राजनीति...
नई दिल्ली। ई-मेल भी झूंठी शान और अफवाह फैलाने में खूब इस्तेमाल हो रहे हैं। साइबर कैफे में इनके साथ लापरवाही बरतने से ये जी का जंजाल भी बन रहे हैं। आपका कोड वर्ड अगर किसी सिरफिरे के हाथ लग गया तो वह आपको और आपके पूरे परिवार को नचा सकता है। ई-मेल के शौकिया तो बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं लेकिन वे अपने ई-मेल को ज्यादा समय तक जिंदा नहीं रख पाते हैं और दोस्तों को या बिजनेस में उसे...
लखनऊ। दुनिया के मानचित्र पर लखनऊ एक ऐतिहासिक शहर है। इसका नवाबी सभ्यता, ऐतिहासिक स्थलों और इमारतों से गहरा संबंध है। इमारतें भी ऐसी कि जिनकी दुनिया में कहीं दूसरी मिसाल नहीं है। यहां की हर बड़ी घटना भी कहीं न कहीं इतिहास से प्रेरित है। परंपरागत पहनावा बिल्कुल अनूठा और बोलचाल दुनिया में सबसे मीठी। जनसंख्या के दबाव में लखनऊ को अपने विकास के रास्ते खोलने पड़े। कहना...
आधुनिक प्रौद्योगिकी ने मीडिया की ताकत को बहुत बढ़ा दिया है। आज मीडिया की पहुंच समाज के हर वर्ग तक है। इसी नाते उसे और जिम्मेदार रहने की जरूरत हो गयी है। समय का तकाजा है कि मीडिया बहुत संयम से चले, पर दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो रहा है। टीवी पत्रकारिता की तरह अखबारों के सामने भी कई चुनौतियां दिख रही हैं। खास तौर पर खबरों की होड़ के चलते...
एक समय था जब कलक्टर साहब और कप्तान साहब बहादुर से शिकायत करने की बात कहने भर से जिले के दूसरे अधिकारियों, थानेदारों और कर्मचारियों के पसीने छूट जाया करते थे, मगर आज किसी पर डीएम और कप्तान तो क्या सीएम से भी शिकायत करने का असर दिखाई नहीं दे रहा है। उम्मीद नहीं थी कि वक्त जल्दी ही ऐसा पलटा खाएगा कि आज कलक्टर साहब, कप्तान साहब और दूसरे अफसरान फरियादियों की सुनवाई को छोड़...
वर्तमान सामाजिक संदर्भ में, नारी-विषय पर चिंतन करने पर आरम्भ में ही यह तथ्य उजागर हो जाता है कि इक्कीसवीं शताब्दी का आरम्भ ही महिला सशक्तिकरण वर्ष 2001 के रूप में हुआ। नारी विषय पर केवल चर्चा ही नहीं, वरन् ठोस एवं सार्थक कार्यक्रम भी क्रियान्वित हो रहे हैं। निर्विवाद रूप में नारी की यह विशेषता है कि वह जन्मदात्री है, सृष्टि सृजन करती है, जीवन की समूची रस-धार उसी पर आधारित...
चीनी मछली सिल्वर कार्प ग्रास, ग्रास कार्प तथा कानन कार्प भारतीय नदियों में आतंक फैलाकर भारत की देशी मछलियों को खत्म कर रही हैं। चीन ने भारतीय वैज्ञानिकों को ये मछलियां भारतीय तालाबों में पालने के लिए भेंट की थीं जो वे बाढ़ के कारण तालाबों से निकलकर भारत की प्रायः सभी नदियों में पहुंचकर अपनी जनसंख्या बढ़ाकर, भारतीय मछलियों को अपना आहार बनाकर खत्म कर रही हैं। इसके...
नई दिल्ली। भारत के 1,20,000 से अधिक नए प्रवासी नागरिकों के साथ अमरीका में भारत के प्रवासी नागरिकों की संख्या लगभग तीन लाख हो चुकी है। इतनी बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीयों को तीन वर्ष से भी कम समय में यह दर्जा प्रदान किया गया है। भारत के प्रवासी नागरिकों को भारत में बिना वीजा के ही जीवनपर्यंत यात्रा करने और खास आर्थिक, शैक्षिक और सांस्कृतिक सुविधाएं उपलब्ध होती हैं।प्रवासी...
नई दिल्ली। दिल्ली में शीघ्र ही बच्चों के लिए एक संग्रहालय खोला जाएगा, जिसमें खासतौर से इतिहास के विभिन्न कालखंडों को शामिल किया जाएगा। केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री अंबिका सोनी ने बताया कि बच्चों से सुझाव भी आमंत्रित किये गए हैं कि वे संग्रहालय में क्या देखना चाहेंगे।सीरी फोर्ट परिसर में बच्चों के लिए दो प्रदर्शनियों का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा...
बीजिंग। तिब्बत में सब कुछ ठीक-ठाक दिखाने का चीन का दांव उलटा पड़ रहा है। पिछले दिनों ल्हासा लाये गये विदेशी पत्रकारों के सामने जोकहांग मंदिर के करीब 30 तिब्बती भिक्षुओं ने नाटकीय तरीके से पेश होकर विरोध प्रदर्शन किया और उनके सामने चीन की असलियत रखी ।इन भिक्षुओं ने दलाई लामा के समर्थन में नारे लगाये और चीन के इस दावे को गलत बताया कि उनके आध्यात्मिक गुरू उन्हें भड़काकर...
लखनऊ। अमरनाथ श्राइन बोर्ड की जमीन को वापस देने की मांग करने के लिए राज्यपाल को ज्ञापन देने जा रहे भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को लखनऊ में लाठियों से बर्बरता पूर्वक पीटा गया है। उन पर तेज पानी की बौछारें की गई और दिन भर पुलिस लाइन में हिरासत में रखा गया। इस मंजर को देखकर कोई भी कह सकता है कि जैसे भाजपाई नेताओं की पिटाई करके कोई खीझ मिटाई जा रही हो। इनमें...

नयी दिल्ली। ब्राडबैंड का पंख लगाकर तेज गति से उड़ान भर रहे इंटरनेट ने प्रिंट व आडियो-विजुअल मीडिया के लिए भारी चुनौती खड़ी कर दी है। पारंपरिक मीडिया के सामने जन सामान्य को समाचार प्रेषण और विज्ञापन के क्षेत्र में बदलाव की इस बयार से निपटने के लिए सामंजस्य स्थापित करने की चुनौती आ गई है। वह समय बहुत करीब...

मनोजकुमार की रोटी कपड़ा और मकान फिल्म के एक गाने की शुरुआती पंक्तियां हैं ‘पैले मुठ्ठी बिच पैसे लेकर, थैला भर शक्कर लाते थे, अब थैले में पैसे जाते हैं और मुठ्ठी में शक्कर आती है। हाय महंगाई-महंगाई-महंगाई तू कहां से आई तुझे तो मौत ना आई..’ इस समय देश में अगर किसी खबर की चर्चा है तो वह है महंगाई। सब्जी आटा...

लुधियाना। अफसोस!सुरसंगीत की दुनिया में अभी हाल ही में सामने आया गायक इश्मीत सिंह एक जल दुर्घटना में अपनी जान गंवा बैठा। संगीत प्रेमियों को इस घटना से भारी धक्का लगा। वॉयस ऑफ इंडिया 2007 के विजेता बनकर गायकी में नाम कमा रहे इश्मीत सिंह की मृत्यु मालद्वीव की राजधानी माले में एक स्वीमिंग पूल में डूबने...
फरीदाबाद। आश्चर्यजनक तरीके से लापता हो रहे यहां के बालिग और नाबालिगों को उनके परिजन ढूंढ रहे हैं लेकिन उनमें से अधिकांश का कोई सुराग नहीं लग रहा है। उन्हें जमीन निगल रही है या आसमान उड़ा ले जा रहा है, अगर पुलिस से पूछें तो उसके लापता वाले रजिस्टर में दर्ज है कि या तो वह घर छोड़ गया है या अपनी मर्जी से कहीं गया है। इन गुमशुदगियों की बला से पल्ला झाड़ने वाली...
फरीदाबाद। अपराध पर अंकुश लगाने के लिए जिले भर में लगे पुलिस नाकों के बाद भी पुलिस एक के बाद एक शहर में हो रही वारदात को रोकने में पूरी तरह नाकामयाब दिखाई दे रही है। पिछले एक महीने के ही ग्राफ और पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगा है। जिला पुलिस इस एक महीने में सबसे अधिक ध्यान केवल शहर के शराबियों, जुआरियों और वाहन चालकों के खिलाफ एक अभियान चलाकर घरपकड़ में लगी रही।...
चंडीगढ़। हरियाणा प्रदेश में युवाओं का रूझान अंतरजातीय विवाहों की ओर तेजी से बढ़ रहा है। शिक्षित वर्ग के युवा ही नहीं बल्कि अर्द्धशिक्षित व अनपढ़ युवक भी समाज में प्रचलित परंपरागत शादी की बजाय अंतरजातीय विवाह की ओर अग्रसर हो रहे हैं जिससे प्रदेश में होने वाले अंतरजातीय विवाहों की संख्या में भी विगत कुछ वर्षों से तेजी से वृद्धि...
लखनऊ। ‘हमारा काम आपको अंतरराष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी बनाने के साथ-साथ यह भी है कि आप यह सीखें कि आपको अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने व्यक्तित्व का भी प्रदर्शन करना है। ऐसा दिखना चाहिए कि आप अपने में एक संपूर्ण खेल व्यक्तित्व हैं, इसलिए हम चाहते हैं कि आप अपने खेल पर पूरा ध्यान दें और साथ ही अपने व्यक्तित्व की उन कमियों को भी सुधारें जो आगे चलकर आपकी स्पर्धा में बाधा बन सकती...

राष्ट्रीय एकता व सांप्रदायिक सद़भावना का प्रतीक धार्मिक पर्व गोगामेडी (राजस्थान) में गोगाजी की समाधि स्थल पर मेला लाखों भक्तों के आकर्षण का केंद्र है। यह मेला प्रतिवर्ष भाद्रप्रद में शुक्लपक्ष पर लगता है और पूरे पखवाड़े तक जोर-शोर से चलता हुआ लगभग एक माह तक चलता रहता है। इस मेले में देश के कोने-कोने...

Guwahati. As the mainland India celebrates 62nd Independence Day mostly in a peaceful atmosphere, the trouble torn Northeast observed the Day under a high security alert. The Prime Minister, Dr Manmohan Singh hoisted the National flag in the capital amidst warm applause from the dignitaries, children in colourful dresses and the proud citizens, where as the State chief ministers of the region unfurled the Tricolour with all fear psychosis. The non-government and community celebrations of the Day were also organized in the region under constant threats form the militants, but with utmost conviction of the people.Addressing the Nation from the Red Fort on the auspicious...