मुझे आश्चर्य होता है कि एक देश जो पूर्णतः पशुओं पर निर्भर है और जो यह सीख ले कि उनके साथ किस प्रकार कार्य करना है तो शाही ठाठ-बाट में रह सकता है, उसमें पशुओं के साथ व्यवहार करने के लिए लोगों को प्रशिक्षित करने हेतु कोई शैक्षणिक प्रणाली नहीं है।...
देश में बदले सत्ता समीकरणों के कारण इस लोकसभा में महिला आरक्षण बिल के पारित होने की अब कोई संभावना नज़र नहीं आती है। महिला विधेयक पर बनी समिति भी अभी तक इस पर अपनी रिपोर्ट नहीं दे सकी है। इसलिए बिल में ही चला गया लगता है यह आरक्षण बिल।...
आस्था सिर्फ श्रद्धा और विश्वास पर आधारित है। बंगाल की खाड़ी में कितनी आध्यात्मिकता समाए है। इस जगह प्रकृति, मनुष्य एवं सभी वन्यजीव उन भगवान जगन्नाथ की शक्ति का सम्मान, एहसास और उनके अलौकिक रूप का दर्शन करते हैं, जिनकी महिमा का बखान मेरे शब्दों में संभव नहीं है। मेरी वहां बार-बार जाने की इच्छा के साथ आस्थाओं से भरी शुभकामनाएं...
आजादी से आज तक बहुत कुछ बदला लेकिन इतवारी वहीं के वहीं हैं। उनकी गरीबी से आज़ादी का नंबर अभी तक नहीं आया? स्वतंत्रता दिवस हो या गणतंत्र दिवस इनके समारोहों में सड़क किनारे खड़े होकर और पुलिसवालों के धकियाने पर भी इतवारी और उनके बच्चे ही खुशी में हाथ में झंडे लहराते हुए समारोह की शोभा बढ़ाते दिखाई देते हैं।...
विवादों और आलोचनाओं से घिरे इस प्रख्यात समाजवादी को करीब से जानने वाले कहा करते हैं कि मुलायम सिंह यादव ने हमेशा राजनीतिक और सामाजिक मंच पर अपनी जरूरत का एहसास कराया है उनके लिए चुनावी साल भारी राजनीतिक चुनौतियों के साथ सामने होगा क्योंकि उन्हें अपनी नीतियों के साथ राज्य की जनता के बीच जाना है।...
मनोरंजन चैनल को ऑन करते ही कुछ नवोदित गवैये कुछ अंजाने निर्णायकों के सामने गानों की शक्ल में चिल्लाते और उछलते कूदते असंगत पौशाकों में नजर आएंगे। इससे यह पता चलना कोई आसान काम नहीं है कि यह प्रतियोगिता गाने की है या उछल कूदने की। किसी ऐसी सुर प्रतियोगिता के जरिए प्रतिभा का आंकलन नहीं किया जा सकता।...
श्रीकृष्ण ने दुनिया को इस संसार को जीने का सलीका बताया है। पाश्चात्य देश श्रीकृष्ण से प्रेरणा लेते हैं कि जीवन कैसे जिया जाए। भाद्रप्रद के आते ही यहां के मंदिर सज-धज रहे हैं और ब्रज श्रीकृष्ण के जन्म की तैयारियों में जुटा हुआ है।...
फिलहाल खंडूरी ने अपनों का विश्वास तो खोया है, फिर भी उनकी कुर्सी खतरा नहीं दिखता है। सितंबर में यहां त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने हैं और इसके बाद भाजपा को फिर लोकसभा चुनाव का सामना करना है। इस पूरे राजनीतिक परिदृश्य को देखकर अब यही लगता है कि उत्तराखंड के आने वाले इन सभी चुनावों में भाजपा मुश्किल में होगी।...
दुनिया सीमेंट की सड़कों पर मुद्दत से दौड़ रही है और भारत अभी भी तारकोल की सड़कों के पीछे भाग रहा है। सड़क निर्माण विशेषज्ञों के सीमेंट की सड़कों के निर्माण प्रस्ताव अभी भी ठंडे बस्ते में पड़े हैं। ऐसा उन सड़क माफियाओं के शक्तिशाली तंत्र के कारण होता आ रहा है और बड़े स्तर पर सांठगांठ करके यह नहीं चाहते कि भारत अपने यहां...
उत्तराखंड में ढहते मकान और जंग लगे ताले। जी हां! सदियों से पहाड़ की यही कहानी और यही सच्चाई भी है। ये कहानी है-पलायन की। अपने विकास और खूबसूरत दुनियां को देखने की चाहत के ये विभिन्न अनचाहे रूप हैं।...
यह लिखना कोई इतिहास हो या किसी को नापसंद, लेकिन इस सच्चाई से इंकार नहीं किया जा सकता कि महारानी लक्ष्मीबाई, वीरांगना झलकारीबाई, ऊदा देवी, सावित्री बाई फुले, इंदिरा गांधी, मदर टेरेसा जैसी महान नारियां तीन-चार सदियों में एकाध बार पैदा होती हैं। इन्हीं में जनशक्ति और अद्भुत प्रचंड राजयोग लेकर मामूली से दलित परिवार में जन्मी...
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को यह अंदाजा नहीं रहा होगा कि वह मुलायम सिंह यादव से अपना हिसाब किताब चुकता करने के लिए ताज कॉरीडोर मामले में मायावती को जिस बड़े ‘संकट’ से बाहर निकाल रही हैं, उसका राहुल गांधी के राजनीतिक मिशन पर विपरीत असर पड़ेगा।...
गांधी और राम के बाद लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक मायावती के तीसरे नए शिकार हैं। एक ही आदेश में मायावती ने तिलक का नाम-ओ-निशान मटियामेट कर दिया और ब्रिटिश काल में भारत के स्वतंत्रता सेनानियों पर पुलिस बर्बरता करने के एवज में यूपी पुलिस के पहले डीजी की कुर्सी का ईनाम पाए बीएन लहरी का नाम आबाद कर दिया।...
मानवता, न्याय और यकीन की बुनियाद पर खड़े इस्लाम पर उंगलियां उठ रही हैं। गैर मुसलमानों की नई पीढ़ी में एक शक घर कर रहा है कि क्या आतंकवाद फैलाने का काम मुसलमान करते हैं? द़निया में जो आंखें खोल रहे हैं उनके सामने से इस्लाम की सही तस्वीर ओझल हो रही है। इस पीढ़ी की यह बदकिस्मती कहेंगे कि वह उपदेशों, शिक्षा और नसीहतों से भरे इस्लाम...
उत्तर प्रदेश में वन माफियाओं और वन्य प्राणियों के तस्करों और हत्यारों के सामने सारे कानून तौबा कर रहे हैं। दुधवा में वनराज के साम्राज्य पर तस्करों के लगातार हमलों को कोई रोक नहीं पा रहा है। यकीन नहीं हो रहा हो तो दुधवा नेशनल पार्क आइए और खुद देखिए! शक्ति और शौर्य के प्रतीक बाघ और उन्हें प्राकृतिक संरक्षण देने वाले घने...