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पेरू में भारतीय समारोह शुरू

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Monday 28 October 2013 12:05:19 PM

hamid ansari

लीमा। भारत-पेरू साहित्य समारोह के साथ शुक्रवार को पेरू में भारतीय सांस्कृतिक समारोह की औपचारिक घोषणा की गई। शानदार भारतीय सांस्कृतिक समारोह के साथ ही पेरू की 1998 के बाद उच्चस्तरीय द्विपक्षीय यात्रा पर भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी भी आए हैं। समारोह में दीर्घकालीन, समृद्ध और विविध भारतीय सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन होगा। यह लैटिन अमेरिका और कैरिबियन देशों में आयोजित होने वाला पहला विशाल समारोह होगा। यह भारतीयों के मन में पेरू के विशेष स्थान को प्रदर्शित करता है।
समारोह की विशेषताएं हैं-भारतीय शास्त्रीय नृत्य समारोह, भारतीय फिल्म समारोह, भारतीय साहित्य समारोह। प्रख्यात भारतीय लेखकों अरुण कमल, एचएस शिवप्रकाश और के सच्चिदानंदन, पुरूषोत्तम अग्रवाल, श्यामा प्रसाद गांगुली और कारबी डेका हजारिका ने भारत-लैटिन अमेरिका: साहित्यिक आदान-प्रदान और प्रभाव तथा समकालीन साहित्यिक प्रवृत्तियां और बहुभाषीय समाज में उनकी चुनौतियों पर संगोष्ठी में भाग लिया। इसके अलावा काव्य पाठ का भी सत्र हुआ। जोस लियोन हर्रेरा, पाब्लो कर्रेनो कैबरेजोस, जोस इग्नेसियो लोपेज गैस्टन, मार्सेल वेलाक्वेज कास्त्रो और प्रमुख कवि कार्लोस जर्मन बेल्ली, मारियो मोंटालबेट्टी और मार्कोस मार्तोस साहित्य समारोह में भाग लेंगे। साहित्य समारोह का समन्वय साहित्य अकादमी कर रही है।
पेरू में भारतीय नृत्य समारोह का शीर्षक है-नृत्यरूप। इसमें भारत के विभिन्न भागों के भारतीय नृत्यों का मिश्रण शामिल है। यह भारत की मिलजुली संस्कृति की झांकी प्रस्तुत करने के साथ, एक-दूसरे से संबंधों का सृजनात्मक स्वरूप प्रस्तुत करता है। भारतीय संस्कृति की विविधता का प्रतिनिधित्व करने वाले छह नृत्य लैटिन अमेरिकी दर्शकों के समक्ष प्रस्तुतीकरण के लिए चुने गए हैं-तमिलनाडु का भारत नाट्यम, उत्तरी भारत का प्रमुख नृत्य कथक, पूर्वी भारत के ओडिशा का ओडिशी, भारत के उत्तरी पूर्वी राज्य से मणिपुरी, भारतीय प्रायद्वीप के दक्षिणी छोर पर स्थित केरल का कथकली और पूर्वी राज्यों में प्रचलित छाउ। इन नृत्यों का त्रुटिविहीन प्रस्तुतीकरण बहुत शानदार रहा। भारतीय नृत्य समारोह का समन्वय संगीत नाटक अकादमी कर रही है।
भारतीय फिल्म समारोह में पुरानी और नई फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। प्रदर्शित की जानेवाली भारतीय फिल्मों में राजा हरिश्चंद्र (अवाक), तारे जमीन पर (हिंदी), घरे बाहिरे (बंगाली), अर्ध सत्य (हिंदी), बाबी (हिंदी), ए वेडनेसडे (हिंदी), कभी हां, कभी ना (हिंदी) शामिल हैं। भारतीय फिल्म समारोह का समन्वय सूचना और प्रसारण मंत्रालय कर रहा है। भारतीय समारोह का उद्घाटन भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने किया। उद्घाटन समारोह में पेरू की प्रथम उपराष्ट्रपति मारिसोल स्पीनोजा के अलावा भारत और पेरू के अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
पेरू में भारतीय समारोह का समन्वय सांस्कृतिक मंत्रालय, साहित्य अकादमी, संगीत नाटक अकादमी, सूचना और प्रसारण मंत्रालय के साथ मिलकर कर रहा है। इस अवसर पर पेरू में मौजूद भारतीय संस्कृति सचिव रवींद्र सिंह ने कहा कि समारोह से भारत और पेरू के लोग एक-दूसरे के निकट आएंगे और दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क बढ़ेगा। यह उत्‍सव लैटिन अमेरिकी देशों पेरू और क्‍यूबा में 25 अक्‍तूबर से 31 अक्‍तूबर तक मनाया जा रहा है। इसका लक्ष्‍य लैटिन अमेरिका में भारतीय संस्‍कृति का प्रसार करना है।
पेरू में उत्‍सव के दौरान एक फिल्‍म सामारोह, नृत्‍य समारोह और एक साहित्‍योत्‍सव का आयोजन शामिल है। इन कार्यक्रमों से पेरू के लोगों को भारतीय संस्‍कृति के विविध आयामों का पता चलेगा। उद्घाटन के समारोह के अवसर पर नृत्‍य रूप का आयोजन किया गया जो 6 भारतीय नृत्‍यों-भरत नाट्यम, कत्‍थक, ओडिशी, मणिपुरी, कथकली और छौ का मिलाजुला रूप है।

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