जॉर्डन के किंग का आतंकवाद के खिलाफ भारत का पुरजोर समर्थन!
प्रधानमंत्री ने जॉर्डन के किंग को भारत आने के लिए आमंत्रित कियास्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 16 December 2025 01:51:15 PM
अम्मान। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला बिन अल हुसैन द्वितीय की अल हुसैनिया पैलेस में गर्मजोशीभरी मुलाकात हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अल हुसैनिया पैलेस पहुंचने पर किंग शाह अब्दुल्ला बिन अल हुसैन ने उनकी अगवानी करते हुए उनका रस्मी स्वागत किया। इसके बाद दोनों राजनेताओं ने सीमित स्तर और शिष्टमंडल स्तर की बैठकें शुरू कीं। दोनों राजनेताओं ने अपनी पिछली बैठकों और बातचीत को आत्मीयता से याद किया तथा दोनों देशों केबीच समृद्ध और ऐतिहासिक संबंधों को रेखांकित किया। उन्होंने इस बात पर गौर कियाकि यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब भारत और जॉर्डन अपने कूटनीतिक संबंधों की स्थापना के 75 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं, जो इसे और ऐतिहासिक बनाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-जॉर्डन संबंधों को मजबूत बनाने केप्रति प्रतिबद्धता केलिए शाह अब्दुल्ला बिन अल हुसैन द्वितीय की प्रशंसा की।
जॉर्डन किंग अब्दुल्ला बिन अल हुसैन ने इस अवसर पर आतंकवाद के खिलाफ़ भारत के संघर्ष को पुरज़ोर समर्थन दिया और आतंकवाद के सभी रूपों और तरीकों की कड़ी निंदा की है। प्रधानमंत्री ने आतंकवाद, उग्रवाद और कट्टरपंथ से निपटने में जॉर्डन किंग अब्दुल्ला बिन अल हुसैन के नेतृत्व और इन बुराइयों के खिलाफ़ वैश्विक संघर्ष में उनके अनुकरणीय योगदान की सराहना की। दोनों राजनेताओं ने व्यापार, निवेश, रक्षा सुरक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा, उर्वरक, कृषि, नवाचार, सूचना प्रौद्योगिकी, डिजिटल प्रौद्योगिकी, खनिज, अवसंरचना, स्वास्थ्य और फार्मा, शिक्षा, क्षमता निर्माण, पर्यटन विरासत, संस्कृति और जनता केबीच पारस्परिक संबंधों के क्षेत्रमें भारत-जॉर्डन की सहभागिता को और गहन बनाने के तरीकों पर गहन चर्चा की। भारत के जॉर्डन का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार होने की ओर इंगित करते हुए प्रधानमंत्री ने दोनों देशों को अगले 5 वर्ष में आपसी व्यापार को 5 बिलियन डॉलर तक बढ़ाने का लक्ष्य रखने का प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने जॉर्डन के डिजिटल पेमेंट सिस्टम और भारत के यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफ़ेस (यूपीआई) केबीच सहयोग का भी आह्वान किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला बिन अल हुसैन द्वितीय ने अपने-अपने देशों में हो रहे विकास और वैश्विक मुद्दों पर अपने दृष्टिकोण साझा किए। दोनों राजनेताओं ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता बहाल करने की अहमियत दोहराई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्षेत्रमें स्थायी शांति कायम करने की कोशिशों केप्रति भारत का समर्थन दोहराया। गौरतलब हैकि जॉर्डन भारत को उर्वरकों का महत्वपूर्ण आपूर्तिकर्ता है और दोनों तरफ की कंपनियां भारत में फॉस्फेटिक उर्वरकों की बढ़ती मांग को पूरा करने केलिए जॉर्डन में और बड़े निवेश केलिए चर्चा कर रही हैं। इस दौरे पर दोनों पक्षों ने संस्कृति, नवीकरणीय ऊर्जा, जल प्रबंधन, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, पेट्रा और एलोरा केबीच ट्विनिंग व्यवस्था के क्षेत्रों में समझौता ज्ञापनों को अंतिम रूप दिया। इन समझौतों से भारत-जॉर्डन के द्विपक्षीय संबंधों और मैत्री को व्यापक प्रोत्साहन मिलेगा। शाह अब्दुल्ला बिन अल हुसैन ने प्रधानमंत्री के सम्मान में रात्रिभोज का भी आयोजन किया। प्रधानमंत्री ने शाह अब्दुल्ला बिन अल हुसैन को भारत आने का निमंत्रण दिया, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर लिया।