'अमेरिका-भारत प्रमुख रक्षा साझेदारी की रूपरेखा' पर किए हस्ताक्षर
कुआलालंपुर में हुईं 12वीं आसियान रक्षा मंत्रियों की द्विपक्षीय बैठकस्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Saturday 1 November 2025 02:21:18 PM
कुआलालंपुर (मलेशिया)। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और संयुक्तराज्य अमेरिका के युद्ध सचिव पीट हेगसेथ ने 'अमेरिका-भारत प्रमुख रक्षा साझेदारी की रूपरेखा' दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए, जो भारत अमेरिका की पहले से मज़बूत रक्षा साझेदारी में एक नए युग की शुरुआत है। दोनों नेता कुआलालंपुर में 12वीं आसियान रक्षामंत्रियों की द्विपक्षीय बैठक के दौरान प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहाकि इसका उद्देश्य रक्षा सहयोग को और ज्यादा मजबूत करने केलिए एक एकीकृत दृष्टिकोण और नीतिगत दिशा प्रदान करना है। दोनों नेताओं ने भारत अमेरिका केबीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग में निरंतर प्रगति की सराहना की और इसके सभी स्तंभों में पारस्परिक रूपसे लाभकारी साझेदारी को औरभी मज़बूत करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने मौजूदा रक्षा मुद्दों और चुनौतियों की समीक्षा की और रक्षा उद्योग एवं प्रौद्योगिकी सहयोग पर विचार विमर्श किया। दोनों नेताओं ने बढ़ती भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के दौरमें मिलकर काम करने पर सहमति व्यक्त की।
अमेरिका के युद्ध सचिव पीट हेगसेथ ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से बातचीत में दोहरायाकि रक्षा सहयोग में भारत अमेरिका केलिए एक प्राथमिकता वाला देश है और वे स्वतंत्र एवं खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र केलिए भारत केसाथ मिलकर काम करने केलिए प्रतिबद्ध हैं। दोनों नेताओं ने विश्वास जतायाकि वर्ष 2025 की यह रक्षा साझेदारी रूपरेखा अगले 10 वर्ष में भारत-अमेरिका की साझेदारी को औरभी बेहतर बनाने केलिए उल्लेखनीय साबित होगी। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने एक्स पर एक पोस्ट में विश्वास व्यक्त करते हुए लिखाकि यह रक्षा रूपरेखा भारत-अमेरिका के संबंधों एवं बढ़ते रणनीतिक अभिसरण का संकेत है, जो रक्षा साझेदारी के एक नए दशक का सूत्रपात करेगा। उन्होंने कहाकि रक्षा क्षेत्र भारत अमेरिका के द्विपक्षीय संबंधों का प्रमुख स्तंभ है और एक स्वतंत्र खुले और नियमबद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र केलिए हमारी साझेदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
पीट हेगसेथ ने अपनी एक्स पोस्ट में कहाकि 10 वर्षीय अमेरिका-भारत रक्षा ढांचा दोनों देशों की रणनीतिक रक्षा साझेदारी को बढ़ावा देता है, जो क्षेत्रीय स्थिरता और प्रतिरोध की आधारशिला है। उन्होंने कहाकि हमारे रक्षा संबंध पहले कभी इतने मज़बूत नहीं रहे, हम अपने समन्वय, सूचना साझाकरण और तकनीकी सहयोग को बढ़ा रहे हैं। गौरतलब हैकि भारत अमेरिका केबीच सैन्य अभ्यासों, गतिविधियों, सूचना साझाकरण, समान विचारधारा वाले क्षेत्रीय और वैश्विक साझेदारों केसाथ सहयोग, रक्षा औद्योगिक, विज्ञान प्रौद्योगिकी सहयोग और रक्षा समन्वय तंत्र से रक्षा संबंधों का विस्तार जारी है। इस अवसर पर आसियान देशों के रक्षा मंत्रियों ने भारत-आसियान रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देने केलिए भारत के साथ मज़बूत सहयोग की आशा व्यक्त की।