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लद्दाख ने शुरु किया 'पानी माह' अभियान

पानी गुणवत्ता जांच व निगरानी हेतु प्रोत्साहित किया जाएगा

ब्लॉक और पंचायत स्तर पर दो चरणों में चलेगा 'पानी माह'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 6 August 2021 01:05:21 PM

union territory of ladakh launched a month-long campaign-panimaah

लेह। केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख ने अपने यहां जल जीवन मिशन के कार्यांवयन की गति बढ़ाने और स्वच्छ पानी के महत्व पर ग्रामीण समुदायों को सूचित करने एवं साथ जोड़ने केलिए महीनेभर का अभियान 'पानी माह' शुरु किया है। पानी माह दो चरणों में ब्लॉक और पंचायत स्तर पर चलेगा। पहला चरण 1 से 14 अगस्त तक चलेगा और दूसरा चरण 16 से 30 अगस्त 2021 तक चलेगा। यह अभियान त्रि-आयामी दृष्टिकोण अपनाएगा-पानी की गुणवत्ता का परीक्षण, जल आपूर्ति की योजना और रणनीति तथा गांवों में पानी सभा का निर्बाध आयोजन। लद्दाख में जल जीवन मिशन के कार्यांवयन पर चार दिवसीय कार्यशाला के दौरान अभियान का शुभारंभ करते हुए उपराज्यपाल आरके माथुर ने कहा था कि एक कुशल सेवा वितरण पारदर्शिता लाता है और सुशासन सुनिश्चित करता है। महीनेभर के इस अभियान से ग्राम समुदायों को पानी के नमूनों की गुणवत्ता जांच और निगरानी केलिए सैंपल प्रयोगशालाओं में भेजने केलिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
पानी माह के पहले चरण में ग्राम जल और स्वच्छता समिति या पानी समिति के सदस्य स्वच्छता सर्वेक्षण और स्वच्छता अभियान पर ध्यान केंद्रित करेंगे। इस दौरान परीक्षण केलिए सभी चिन्हित स्रोतों और सर्विस डिलिवरी पॉइंट्स से पानी के नमूने एकत्र किए जाएंगे। पहले चरण में जागरुकता पर ज्यादा जोर दिया जाएगा। पानी माह के दूसरे चरण में जल जीवन मिशन के तहत पानी की गुणवत्ता और सेवा वितरण पर प्रभावी संचार केलिए पानी सभा, ग्राम सभा, ब्लॉक स्तर की बैठकें करने और घर-घर जाकर दौरा किया जाएगा। इस दौरान जल जीवन मिशन के क्रियांवयन, जल गुणवत्ता परीक्षण रिपोर्ट और विश्लेषण पर ग्रामीणों के साथ खुले मंच पर चर्चा की जाएगी। अभियान में ग्रामीणों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने केलिए जल नमूना संग्रह और ग्राम सभाओं केलिए एक ब्लॉक-वार कार्यक्रम भी तैयार किया गया है। केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख ने प्रत्येक जिले के पहले 5 'हर घर जल' गांवों केलिए प्रति गांव 5 लाख रुपए और प्रत्येक जिले में पहले 'हर घर जल' ब्लॉक को 25 लाख रुपए के पुरस्कार की घोषणा की है।
गणतंत्र दिवस-2022 पर उत्कृष्ट पंचायतीराज संस्था सदस्यों, प्रखंड विकास अधिकारी, सहायक कार्यकारी अभियंता और संबंधित हितधारकों को गांवों, ब्लॉकों और जिलों को 'हर घर जल' बनाने में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा। गोवा, तेलंगाना, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दादरा व नगर हवेली, दमन एवं दीव और पुडुचेरी ने ग्रामीण क्षेत्रों में 100 फीसदी घरेलू कनेक्शन का लक्ष्य हासिल कर लिया है और यह राज्य हर घर जल बन गए हैं। आज 7.89 करोड़ (41.27 प्रतिशत) घरों में नल से पानी की आपूर्ति है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' के सिद्धांत का पालन करते हुए जल जीवन मिशन का आदर्श वाक्य है कि 'कोई भी छूटे नहीं' और गांव के हर घर को नल का पानी उपलब्ध कराया जाना चाहिए। वर्तमान में 78 जिलों, 906 प्रखंडों, 53 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों और 1.06 लाख से अधिक गांवों ने 'हर घर जल' का लक्ष्य हासिल कर लिया है।

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