
पत्रकार, चिंतक और हिंदुस्थान समाचार के समूह संपादक पद्मश्री रामबहादुर राय को पत्रकारिता और हिंदी भाषा की सेवा के लिए प्रतिष्ठित ‘हिंदी रत्न’ सम्मान से विभूषित किया गया है। एक अगस्त को नई दिल्ली के हिंदी भवन की ओर से उन्हें यह सम्मान संस्था के अध्यक्ष एवं कर्नाटक के पूर्व राज्यपाल त्रिलोकीनाथ चतुर्वेदी ने प्रदान किया।...

राज्यपाल राम नाईक ने राजभवन लखनऊ में तैनात उत्तर प्रदेश पुलिस के निरीक्षक कुलदीप सिंह की कविता संकलन ‘भारत का श्रृंगार’ का विमोचन किया। संकलन में 76 कविताओं को शामिल किया गया है। राज्यपाल इससे पूर्व कुलदीप सिंह के लिखे भजन संग्रह की सीडी का भी विमोचन कर चुके हैं। राज्यपाल ने निरीक्षक कुलदीप सिंह को बधाई देते हुए कहा कि...

राज्यपाल राम नाईक ने लेखक की भूमिका में बोलते हुए कहा कि भाषाएं जोड़ने का काम करती हैं, यह सुखद संगम आज पुस्तक विमोचन समारोह में देखने को मिल रहा है। पुस्तक पर प्रकाश डालते हुए राज्यपाल ने बताया कि उन्होंने मराठी दैनिक सकाल में प्रकाशित अपने संस्मरणों का संकलन किया है, जिसे पुस्तक चरेवैति!चरेवैति!! का रूप दिया गया है, पुस्तक...

शिमला रोटरी टाउन हॉल में वाणी प्रकाशन दिल्ली, कैम्ब्रिज स्कॉलर्स पब्लिशिंग लंदन, ओकार्ड इंडिया और हिमाचल अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में जानेमाने लेखक एसआर हरनोट की दो कहानी पुस्तकों-वाणी से प्रकाशित 'कीलें' और कैम्ब्रिज स्कालर्स पब्लिशिंग लंदन से अंग्रेजी अनुवाद की पुस्तक 'केटस टॉक' का लोकार्पण आलोचक प्रोफेसर गौतम...

साहित्य अकादमी बाल साहित्य पुरस्कार-2019 के लिए साहित्य अकादमी ने 22 लेखकों और युवा पुरस्कार-2019 के लिए 23 लेखकों का चयन किया है। अगरतला में साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ चंद्रशेखर काम्बर की अध्यक्षता में कार्यकारी बोर्ड की बैठक में पुरस्कार पाने वाले लोगों के चयन को स्वीकृति दी गई। पुरस्कार विजेताओं का चयन प्रत्येक...

राज्यपाल राम नाईक ने राजभवन लखनऊ में डॉ राकेश कुमार बिसारिया की पुस्तक ‘लखनऊ मंडल में 1857 का स्वतंत्रता संग्राम’ का विमोचन किया। डॉ बिसारिया राजकीय हुसैनाबाद इंटर कालेज में शिक्षक हैं। राज्यपाल ने 1857 के अमर शहीदों को नमन करते हुए कहा कि 1857 का स्वतंत्रता संग्राम देश की आजादी का प्रथम संग्राम था, अंग्रेजों ने इस प्रथम संग्राम...

राज्यपाल राम नाईक ने सुप्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार एवं उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित की पुस्तक ‘मधु अभिलाषा’ और ‘हिंद स्वराज्य का पुनर्पाठ’ का विमोचन किया। विश्वेश्वरैया हाल लखनऊ में आयोजित विमोचन कार्यक्रम में राज्यपाल ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित की पुस्तक ‘मधु अभिलाषा’...

हिंदी अकादमी दिल्ली के सौजन्य से प्रकाशित डॉ वेदमित्र शुक्ल के ग़ज़ल संग्रह 'जारी अपना सफ़र रहा' का वरिष्ठ साहित्यकार रामदरश मिश्र के आवास पर लोकार्पण कार्यक्रम हुआ। रामदरश मिश्र ने इस अवसर पर युवा ग़ज़लकारों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हिंदी एक लोकतांत्रिक एवं समन्वयकारी भाषा है और एक विशेष भाषा एवं संस्कृति से उपजी ग़ज़ल...

सोशल मीडिया और ब्लॉगिंग का दौर अपने चरम पर है। हिंदी का प्रथम ब्लॉग 'नौ दो ग्यारह' 21 अप्रैल 2003 को बना था, तबसे इसने कई पड़ाव पार किए हैं। हिंदी ब्लॉगिंग के क्षेत्र में एक ऐसा भी परिवार है, जिसकी तीन पीढ़ियां ब्लॉगिंग से जुड़ी हैं। लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव और उनकी पत्नी आकांक्षा यादव एवं...

राज्यपाल राम नाईक ने राजभवन में जानी-मानी साहित्यिक सांस्कृतिक संस्था रंगभारती और उत्तर प्रदेश नागरिक परिषद के सम्मान समारोह में कई विभूतियों को सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि रंगभारती एवं उत्तर प्रदेश नागरिक परिषद ने उत्तर प्रदेश राज्य की स्थापना की 69वीं वर्षगांठ पर अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने...

राज्यपाल राम नाईक ने उत्तर प्रदेश सरकार में विधि एवं न्याय, अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत और राजनैतिक पेंशन विभाग के मंत्री ब्रजेश पाठक के विभागों के क्रियाकलापों एवं उपलब्धियों की कार्यवृत्त पुस्तिका 'स्वस्ति मार्ग' का विमोचन किया। उल्लेखनीय है कि पुस्तिका स्वस्ति मार्ग में सरकार गठन से अबतक मंत्री ब्रजेश पाठक के अधीन विभागों...

लखनऊ विश्वविद्यालय के समाजकार्य विभाग में आज उत्तर प्रदेश शासन के पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ के तत्वावधान में व्याख्यान श्रृंखला के रूपमें 'पंडित दीनदयाल उपाध्याय: एकात्म मानववाद' विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रोफेसर राजकुमार सिंह ने की। संगोष्ठी...

आलमशाह यादगार समिति उदयपुर के एक कार्यक्रम में आलोचक प्रोफेसर नवलकिशोर ने प्रोफेसर आलम शाह खान की पुस्तक 'मीरां: लोकतात्विक अध्ययन' का लोकार्पण करते हुए कहा है कि मिथकों के पीछे संस्कृति का संजाल होता है और साहित्यिक परिवेश में प्रवेश किए बिना साहित्य को नहीं समझा जा सकता। उन्होंने कहा कि प्रोफेसर आलम शाह खान ने श्रीकृष्ण...

सुप्रसिद्ध दलित लेखक और चिंतक प्रोफेसर श्योराज सिंह बेचैन ने दिल्ली में विश्व पुस्तक मेले में राजपाल एंड सन्ज़ से प्रकाशित पुस्तक 'ओमप्रकाश वाल्मीकि का अंतिम संवाद' का लोकार्पण करते हुए कहा है कि लोकतंत्र में जैसे विचारों की विविधता की बात होती है, उसी प्रकार अनुभवों की भी विविधता होती है और इन सबसे मिलकर राष्ट्रीय साहित्य...

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का प्रकाशन विभाग प्रगति मैदान नई दिल्ली में विश्व पुस्तक मेले में भाग ले रहा है। यह पुस्तक मेला 5 जनवरी से प्रारंभ हुआ था और 13 जनवरी तक चलेगा। विश्व पुस्तक मेले में प्रकाशन विभाग ने बाल साहित्य और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में उलझा युवा पाठक विषय पर परिचर्चा आयोजित की, जिसमें पुस्तकों के...