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Wednesday 10 October 2018 05:37:24 PM
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और टाटा टेक्नोलॉजीज के अधिकारियों की मुख्यमंत्री कार्यालय शास्त्रीभवन में एक बैठक हई, जिसमें उत्तर प्रदेश में कौशल, आविष्कार और नवाचार केंद्रस्थापित करने पर सहमति बनी है। इन केंद्रों में प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों के छात्रों को उद्योग जगत की आवश्यकताओं के अनुरूप आधुनिक तकनीकी में प्रशिक्षित कर रोज़गार हेतु सक्षम बनाया जाएगा, साथ ही प्रशिक्षित विद्यार्थियों के लिए प्लेसमेंट की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी।
टाटा टेक्नोलॉजीज प्रथम चरण में 5 केंद्रों की स्थापना करेगी। पॉलीटेक्निक और आईटीआई संस्थानों के छात्र-छात्राओं के कौशल विकास हेतु भी यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टाटा के अधिकारियों से बातचीत में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के युवाओं को रोज़गार सक्षम बनाने के लिए हर सम्भव कदम उठा रही है, कौशल विकास, आविष्कार तथा नवाचार के इन केंद्रों की स्थापना से एमएसएमई सेक्टर को भी लाभ मिलेगा। उन्होंने टाटा टेक्नोलॉजीज के अधिकारियों से कहा कि प्रथम चरण में राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों तथा बुंदेलखंड में इन केंद्रों की स्थापना की जाए।
टाटा टेक्नोलॉजीज के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि एक केंद्र की स्थापना पर लगभग 215 करोड़ रुपए की लागत आएगी, जिसका 88 प्रतिशत टाटा टेक्नोलॉजीज वहन करेगी और शेष के लिए राज्य सरकार को योगदान करना होगा। बैठक में मुख्य सचिव डॉ अनूपचंद्र पांडेय, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास सचिव भुवनेश कुमार, उच्च, प्राविधिक एवं व्यावसायिक शैक्षिक संस्थानों के पदाधिकारी, टाटा टेक्नोलॉजीज के एजूकेशन एंड स्किल डेवलेपमेंट हेड सुशील कुमार भी उपस्थित थे।