स्वतंत्र आवाज़
word map

भारतीय हिमालय क्षेत्र में पारिस्थितिकीय विषमता

गति फाउंडेशन और इंडिया हाइक्स का जनभागीदारी समझौता

हिमालय पर्यावरण रिपोर्टिंग फोरम का भी गठन किया गया

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 27 July 2018 03:50:33 PM

ecological inequality in the indian himalayan region

देहरादून। गति फाउंडेशन देहरादून और ट्रैकिंग कंपनी इंडिया हाइक्स भारतीय हिमालय पर पर्यावरण संरक्षण में आम नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करने जा रहे हैं। यह पहला मौका जब इस तरह के मसले पर एक ट्रैकिंग कंपनी और नीतिगत मसलों पर काम करने वाले थिंक टैंक गति फाउंडेशन ने आपस में समझौता किया है। गति फाउंडेशन ने इस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए हिमालय पर्यावरण रिपोर्टिंग फोरम का गठन किया है। इंडिया हाइक्स एक ट्रैकिंग कंपनी है, जो उत्तराखंड सहित देश के 10 हिमालयी राज्यों में ट्रैकिंग गतिविधियां चलाती है।
गति फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष अनूप नौटियाल ने इस अवसर पर कहा है कि भारतीय हिमालयी क्षेत्र का पारिस्थितिकी तंत्र विषम परिस्थितियों से जूझ रहा है, ऐसे में इस क्षेत्र की पारिस्थितिकी संबंधी सूचनाओं का विश्लेषण करके डिज़िटल और सोशल मीडिया के माध्यम से इसका प्रचार-प्रसार करना और आम नागरिकों को इसमें शामिल करना बहुत जरूरी है। अनूप नौटियाल ने कहा कि पर्यावरण संबंधी मसलों में लोगों की राय लेने और उनके साथ सूचनाओं का आदान-प्रदान करने का कोई मंच मौजूद नहीं है, ऐसे में गति फाउंडेशन इंडिया हाइक्स के साथ मिलकर जनशक्ति का उपयोग करके इस दिशा में काम करेगा।
अनूप नौटियाल ने कहा कि इस अभियान के तहत घटनाओं की जानकारी साझा करने के साथ ही हिमालयी क्षेत्र में पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए समग्र विकास की चुनौतियों और इसके समाधान जैसे मसलों पर मंथन किया जाएगा, इसके लिए पैनल चर्चाओं और सम्मेलनों की योजना है और विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से भी सूचनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। अनूप नौटियाल ने कहा कि समझौते का मुख्य उद्देश्य पहाड़ों में संतुलित विकास को बढ़ावा देना और पर्यावरण संबंधी मसलों पर जनभागीदारी को सुनिश्चित करते हुए वास्तविक चुनौतियों को सामने लाना है। अनूप नौटियाल के अनुसार गति फाउंडेशन सामाजिक और पर्यावरण संबंधी मसलों को लेकर उत्तराखंड राज्य में काफी समय से सक्रिय है और अब अपने कार्य को आगे बढ़ाने की योजना पर काम कर रहा है।
इंडिया हाइक्स की प्रमुख लक्ष्मी सेल्वाकुमारन ने कहा कि गति फाउंडेशन के साथ कचरा नियंत्रण पर उनका काम इसी साल अगस्त में शुरू हो जाएगा, जिसमें ऊपरी हिमालयी क्षेत्र में प्लास्टिक नियंत्रण पर प्रमुख रूपसे ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस अभियान में तीन हिमालयी राज्यों जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड को शामिल किया जा रहा है, अभियान के तहत तीनों राज्यों में लंबी पैदल यात्राएं करके साहसिक पर्यटन के साथ ही पर्यावरण संबंधी मसलों पर लोगों को जागरुक किया जाएगा। गौरतलब है कि इंडिया हाइक्स भारत का सबसे बड़ा ट्रैकिंग समुदाय है, इसका मुख्यालय बैंगलुरु में है। यह कंपनी हिमालयी ट्रैकिंग की एक अग्रणी कंपनी मानी जाती है। इंडिया हाइक्स कंपनी ने कई नए ट्रैकिंग रूट्स और नई जगहों का पता लगाकर लोकप्रियता हासिल की है। कंपनी की विशेषता यह है कि ट्रैकिंग के साथ ही कंपनी ने पर्यावरण संबंधी मसलों पर भी ध्यान दिया है।
हिमालय पारिस्थितिकी तंत्र की सुरक्षा इंडिया हाइक्स का प्रमुख उद्देश्य रही है। पिछले वर्ष कंपनी ने हिमालय वेस्ट ऑडिट का आयोजन किया था, इसके साथ कंपनी ने ग्रीन टेल्स प्रोजेक्ट भी शुरू किया है। गति फाउंडेशन उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में एक पर्यावरण और नीति थिंक टैंक है। इसकी ए-एनालेसिस (विश्लेषण), एडवोकेसी (वकालत) और एक्शन (कार्य) थीम है, ताकि स्थिर और रचनात्मक परिवर्तनों की दिशा तय हो सके। गति फाउंडेशन का मुख्य उद्देश्य नागरिकों की साझेदारी और सहभागिता से नीति संबंधी अनुसंधान करना और शासन को बेहतर मानकों पर आधारित नीति निर्माण संबंधी सलाह देना है।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]