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'पूर्वोत्तर में हथकरघा हस्तशिल्प और समृद्ध होगा'

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की उच्चस्तरीय टास्क फोर्स बैठक

'पूर्वोत्तर में भारत की फैशन क्रांति का नेतृत्व करने की अपार क्षमता है'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 23 July 2025 05:51:17 PM

high level task force meeting of union minister jyotiraditya scindia

नई दिल्ली। केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री (डोनर) ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने पूर्वोत्तर में हथकरघा और हस्तशिल्प क्षेत्र को ज्यादा समृद्ध करने पर केंद्रित एक उच्चस्तरीय टास्क फोर्स बैठक नई दिल्ली में वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिए की। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहाकि पूर्वोत्तर में भारत की फैशन क्रांति का नेतृत्व करने की अपार क्षमता है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'पर्यावरण और सशक्तिकरण केलिए फैशन' के दृष्टिकोण को प्रतिध्वनित करती है। उन्होंने कहाकि पर्यावरण अनुकूल प्रथाओं, कारीगरी विशेषज्ञता और असाधारण शिल्प कौशल की समृद्ध विरासत केसाथ पूर्वोत्तर राज्य वैश्विकस्तर पर हरित, समावेशी फैशन की ओर बदलाव का नेतृत्व करने केलिए अद्वितीय स्थिति में हैं।
पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पूर्वोत्तर राज्यों को प्रोत्साहित करते हुए कहाकि पूर्वोत्तर को आजीविका उत्पन्न करने, नवाचार को बढ़ावा देने और भारत की सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक मंच पर स्थापित करने केलिए हथकरघा और हस्तशिल्प में अपनी समृद्ध विरासत का लाभ उठाना चाहिए। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस क्षेत्र केलिए एक परिवर्तनकारी योजना का अनावरण किया, जिसमें बुनियादी ढांचे के उन्नयन, डिजिटल और डिज़ाइन एकीकरण और कौशल विकास के माध्यम से आधुनिकीकरण पर ज़ोर दिया गया है। उन्होंने बतायाकि प्रमुख पहलों में कारीगर समूहों की स्थापना, सामान्य सुविधा केंद्रों की स्थापना और राष्ट्रीय स्तरपर प्रचार केलिए पूरे क्षेत्रमें प्रमुख उत्पादों की पहचान शामिल है। उन्होंने कहाकि रोडमैप में स्वयं सहायता समूहों को वैश्विक मानकों के अनुरूप ढालकर और एक बॉटमअप मूल्य श्रृंखला विकसित करके बाज़ार की तैयारी पर ज़ोर दिया गया है, जिसका उद्देश्य स्थानीय शिल्पों को घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय स्तरपर फलने-फूलने केलिए सशक्त बनाना है।
टास्क फोर्स बैठक में बेहतर बाज़ार पहुंच, प्रौद्योगिकी के उपयोग, क्षमता निर्माण और सतत आजीविका सृजन जैसे लक्षित हस्तक्षेपों से हस्तशिल्प और हथकरघा पारिस्थितिकी तंत्र को पुनर्जीवित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। बैठक का उद्देश्य पूर्वोत्तर क्षेत्रमें सतत विकास और समावेशी प्रगति की आधारशिला के रूपमें हस्तशिल्प और हथकरघा को बढ़ावा देने केलिए हितधारकों केसाथ मिलकर काम करना है। बैठक में नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो, केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह, मिज़ोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा, असम के हथकरघा एवं वस्त्र मंत्री उरखाओ ग्वारा ब्रह्मा, डोनर मंत्रालय के अधिकारी, मणिपुर सरकार और भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए।

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