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मेक इन इंडिया की पहल नौसेना की नौकाएं

नौसेना जहाजों केलिए गोताखोरी में सहायता प्रदान करेंगी

गोताखोर नौका श्रेणी के दूसरे पोत का निर्माण शुरू हुआ

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 6 May 2022 02:29:38 PM

construction of the second dive boat class vessel begins

कोलकाता। गोताखोरी सहायता नौका श्रेणी की परियोजना के दूसरे पोत के निर्माण का कल कोलकाता में औपचारिक उद्घाटन हुआ। मेसर्स टीटागढ़ वैगंस लिमिटेड केसाथ 12 फरवरी 2021 को 174.77 करोड़ रुपये की लागत से भारतीय नौसेना का पांच गोताखोरी सहायता नौकाओं (यार्ड 325 से 329) केलिए 12 फरवरी 2021 को खरीद का अनुबंध हुआ था। ये नौकाएं कार्यांवित होने केबाद समुद्र में मरम्मत, रख-रखाव और बचाव कार्यों केलिए बंदरगाह के आस-पास तथा भारतीय नौसेना जहाजों केलिए गोताखोरी में सहायता प्रदान करेंगी।
नौसेना की नौकाओं को गोताखोरी ऑपरेशन करने केलिए अत्याधुनिक डाइविंग उपकरणों और औजारों से लैस किया जाएगा। स्वदेशी निर्माताओं से प्राप्त सभी मुख्य और सहायक उपकरणों के साथही ये पोत रक्षा मंत्रालय की मेक इन इंडिया पहल के गौरवशाली ध्वजवाहक हैं। गौरतलब हैकि भारत सरकार प्रतिरक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लक्ष्य पर बहुत तेजीसे काम कर रही है। रक्षा मंत्रालय के आयुध क्षेत्र की दूसरे देशों पर निर्भरता कम करने में मेक इन इंडिया पहल से बड़ी कामयाबी मिल रही है। यह भी उल्लेखनीय हैकि भारत को अपने आयुध उपकरणों केलिए आयात करने वाले देशों पर निर्भरता के कारण कई गुना रकम चुकानी पड़ती आ रही है। भाजपा की नरेंद्र मोदी सरकार युद्ध सामग्री बेचने वाले देशों से यह समझौते करने में काफी सफल हुई हैकि आयुध सामग्री के साथ उसकी तकनीक भी प्रदान की जाए, ताकि आयुध उपकरणों की मरम्मत आदि भारत में ही की जा सके, जबकि इससे पहले ऐसा नहीं था।

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