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बेरोज़गारी दुनियाभर में चिंता का विषय-वेंकैया

'युवा उद्यमी ग्रामीण भारत की छुपी हुई शक्ति व लाभ पहचानें'

भारतीय युवा शक्ति न्‍यास का ग्रामीण उद्यमियों पर सम्मेलन

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Monday 1 April 2019 06:09:13 PM

m. venkaiah naidu presenting the awards for achievers in rural entrepreneurship

भुवनेश्‍वर। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भुवनेश्‍वर में भारतीय युवा शक्ति न्‍यास के ‘ग्रामीण युवा उद्यमियों को रोज़गार सृजित करने के लिए शक्ति सम्‍पन्‍न बनाना’‌ विषय पर आयोजित ‌सम्‍मेलन को संबोधित करते हुए कहा है कि ग्रामीण उद्यमशीलता को बढ़ाने के लिए इकोप्रणाली तैयार करना बहुत जरूरी है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे रोज़गार खोजने के बजाय रोज़गार सृजन करने वाले बनें। उपराष्ट्रपति ने कहा कि आज न सिर्फ भारत, बल्कि पूरी दुनिया में बेरोज़गारी प्रमुख चिंता का विषय है, इसके लिए जरूरी है कि युवाओं के लिए एक इकोप्रणाली विकसित की जाए, ताकि वे स्वयं अपना व्‍यापार स्‍थापित करके बेरोज़गारी का मुकाबला कर सकें।
उपराष्‍ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि भारत में जनसांख्यिकीय लाभ की अपार संभावनाएं हैं, जिसके तहत युवाओं की क्षमता का भरपूर उपयोग होना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि आवश्‍यकता है कि समुचित संरचना का विकास किया जाए, ताकि प्रौद्योगिकी आश्रित विश्‍व की चुनौतियों पर सफलतापूवर्क विजय प्राप्‍त की जा सके। उपराष्ट्रपति ने बढ़ते हुए शहरी और ग्रामीण अंतर पर चिंता व्‍यक्‍त करते हुए कहा कि कृषि को लाभकारी पेशा बनाने की जरूरत है, इसके अलावा ग्रामीण शिल्‍पकारों के लिए बाज़ार तैयार किया जाना चाहिए, महिला उद्यमियों को अधिकार सम्‍पन्‍न बनाया जाना चाहिए, ताकि वे अपने उत्‍पादों को ऑनलाइन प्‍लेटफार्म पर बेच सकें, महिलाओं और ग्रामीण दस्‍तकारों को सस्‍ती शिक्षा और स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाएं भी प्रदान की जानी चाहिएं।
उपराष्‍ट्रपति ने युवा उद्यमियों को सलाह दी कि वे भारत की अनोखी और पारम्‍परिक कलाओं तथा शिल्‍पों को प्रोत्‍साहित करने के लिए अपना स्वयं का व्‍यापार शुरू करें। उन्‍होंने कहा कि आर्थिक विकास में छोटे और मझौले उद्योग महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्‍होंने कहा कि सूक्ष्‍म, लघु और मध्‍यम उद्योग निर्माण सकल घरेलू उत्‍पाद में 6.11 प्रतिशत और सेवा सकल घरेलू उत्‍पाद में 24.6 प्रतिशत योगदान करते हैं, ये उद्योग अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों में हैं और भारत के पारम्‍परिक दस्‍तकारी और हथकरघा उत्‍पादों से संबंधित हैं। उपराष्‍ट्रपति ने कहा कि उद्यमशीलता की अहमियत उसी समय है, जब उससे हमारे स्‍थानीय समुदायों खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों की समृद्धि पर सकारात्‍मक प्रभाव पड़े। उन्‍होंने युवा उद्यमियों से अपील की कि वे ग्रामीण भारत की छुपी हुई शक्ति और इसके लाभों को पहचानें तथा दूर-दराज के इलाके के लोगों को आजीविका प्रदान करके उनके जीवन स्‍तर को सुधारें।
महिला सशक्तिकरण का उल्‍लेख करते हुए उपराष्‍ट्रपति ने कहा कि कुल उद्यमियों में केवल 14 प्रतिशत महिलाएं हैं, यानी कुल 58.5 मिलियन उद्यमियों में महिलाएं केवल 8.05 मिलियन हैं। उन्‍होंने कहा कि इस समय जरूरी है कि महिलाओं को उद्यमों के लिए प्रोत्‍साहित किया जाए। वेंकैया नायडू ने ग्रामीण उद्यमियता के क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल करने वाले व्‍यक्तियों को पुरस्‍कृत किया और उड़िया भाषा में बीवाईएसटी उद्यमिता ऑनलाइन शिक्षण लॉंच किया। इस अवसर पर ओडिशा के राज्‍यपाल गणेशी लाल, भारतीय युवा शक्ति न्‍यास के सदस्‍य, न्‍यास के संस्‍थापक एवं प्रबंधन न्‍यासी लक्ष्‍मी, वी वेंकेटशन, जेके पेपर लिमिटेड के निदेशक एएस मेहता, टाटा स्‍टील लिमिटेड के सीएसआर प्रमुख सौरव रॉय तथा ओडिशा के विभिन्‍न हिस्‍सों से आने वाले 600 से अधिक उद्यमी एवं हितधारक उपस्थित थे।

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