जयपुरिया प्रबंधन संस्थान में 'वित्तीय साक्षरता' पर संगोष्ठी
कंवेंशन जनरल और अवोक इंडिया टाइम्स का भी लोकार्पणस्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Saturday 27 October 2018 04:26:10 PM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज जयपुरिया प्रबंधन संस्थान के प्रेक्षागृह में लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन एवं अवोक इंडिया फाउंडेशन के वार्षिक सम्मेलन में ‘वित्तीय साक्षरता द्वारा वित्तीय समावेश’ विषयक संगोष्ठी का उद्घाटन किया। राज्यपाल ने इस अवसर पर कहा कि वित्तीय साक्षरता से एक ओर जहां बैंकिग प्रणाली पर विश्वास बढ़ेगा तो वहीं भ्रष्टाचार पर रोक भी लगेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनधन योजना लागू करके देश की जनता को बैंकों में खाता खोलने के लिए प्रेरित किया है। राज्यपाल ने कहा कि सुरक्षा एवं विकास की दृष्टि से लोगों का पैसा घरों में नहीं बैंकों में होना चाहिए।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि विज्ञान एवं तकनीक के उपयोग से वित्तीय साक्षरता को सुदृढ़ किया जा सकता है, देश में वित्तीय साक्षरता के प्रति जागरुकता से विकासकार्यों को नए आयाम मिलेंगे। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे स्वयं में कुछ नया सीखने की जिज्ञासा जगाएं, नया ज्ञान प्राप्त करते रहें, क्योंकि सीखने वाला ही आगे बढ़ता है। राज्यपाल ने कहा कि देश की आजादी के समय देश में खाद्यान्न की कमी थी और हम विदेशों से अनाज आयात करते थे, परंतु आज परिस्थितियां बदली हैं, सीमित कृषि योग्य भूमि होने के बावजूद भी अनाज के मामले में हम आत्मनिर्भर हुए हैं और निर्यात की स्थिति में हैं। उन्होंने कहा कि युवा विचार करें कि विश्वस्तर पर भारत की क्या स्थिति है और उसे कैसे आगे बढ़ाने में योगदान किया जा सकता है। राज्यपाल ने सम्मेलन में ‘कंवेंशन जनरल एवं अवोक इंडिया टाइम्स’ का लोकार्पण भी किया।
लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश आलोक रंजन भी सम्मेलन में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि पिछड़ेपन को दूर करने के लिए वित्तीय साक्षरता जरूरी है, लोगों में वित्तीय साक्षरता आएगी तो सरकारी योजनाएं अत्यधिक सुचारू रूपसे चल सकती हैं। सम्मेलन में सिक्योरटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया ‘सेबी’ के अधिशासी निदेशक नरेंद्र पारख, प्रवीण कुमार द्विवेदी, एचडीएफसी बैंक के कंट्री हेड नितिन चुद्य, अवोक इंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष प्र्रवीण कुमार द्विवेदी, जयपुरिया प्रबंधन संस्थान की निदेशक कविता पाठक और लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष एके माथुर ने भी अपने विचार रखे। सम्मेलन में एसजीपीजीआई लखनऊ के निदेशक प्रोफेसर राकेश कपूर को एलएमए क्रिएटिविटी एंड इनोवेशन पुरस्कार, रीटेक रबर प्रोडक्ट्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक किरण चोपड़ा को एलएमए लीडरशिप पुरस्कार, पल्लवी फौजदार को एलएमए आउटस्टैंडिग विमेन अचिवर्स अवार्ड और ऊषा विश्वकर्मा को एलएमए युवा अचिवर्स पुरस्कार से सम्मानित किया गया।