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अलगाव प्रभावित क्षेत्र में 'प्रगति की रेलगाड़ी'

प्रधानमंत्री मोदी ने किया था यात्री रेल सेवा का उद्घाटन ‌

महिला कर्मियों के हाथ में है यात्री रेल का संचालन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 20 April 2018 11:43:11 AM

inauguration of passenger rail in bijapur

बीजापुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अलगाव प्रभावित उत्तरी बस्तर के कांकेर जिले में एक रेल लाइन और यात्री रेल सेवा का उद्घाटन किया था। प्रधानमंत्री ने बहुप्रतिक्षित रेल लाइन का उद्घाटन बीजापुर जिले में जंगला गांव में संविधान निर्माता बाबासाहेब डॉ भीमराव रामजी आम्बेडकर की जयंती पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए किया था। यह रेल लाइन बालोद जिले के दल्लीराजहारा को उत्तरी बस्तर के भानुप्रतापपुर से जोड़ती है। इस रेल लाइन से उत्तरी बस्तर क्षेत्र छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से सीधा जुड़ेगा, इससे इस क्षेत्र के लोगों को उच्च शिक्षा, रोज़गार और स्वास्थ्य सेवा के अवसर मिलेंगे। इस क्षेत्र के लोगों को लिए यह सचमुच में ‘प्रगति की रेलगाड़ी’ है।
यात्री रेल की पहली यात्रा का संचालन सभी महिला रेलकर्मी कर रही हैं। यह रेल लाइन 235 किलोमीटर लंबी दल्लीराजहारा-रावघाट-जगदलपुर रेल लाइन का हिस्सा है। नई रेल लाइन के उद्घाटन से उत्तरी बस्तर (कांकेर) दुर्ग, रायपुर से सीधे जुड़ गया है। रावघाट-जगदलपुर रेल लाइन से रायपुर और जगदलपुर के बीच की दूरी 260 किलोमीटर कम हो जाएगी। इससे छत्तीसगढ़ की राजधानी तथा बस्तर क्षेत्र के बीच सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि होगी। इस रेल लाइन से लौह अयस्क में धनी रावघाट क्षेत्र में खनन कार्य विकसित होगा।
भिलाई स्टील संयंत्र को इस समय दल्लीराजहारा खदानों से लौह अयस्क की आपूर्ति होती है और इन खदानों का आरक्षित भंडार कम हो रहा है, लेकिन भविष्य में भिलाई स्टील संयंत्र के लिए रावघाट खदान, लौह अयस्क की आपूर्ति का प्राथमिक स्रोत होगा। दल्लीराजहारा-रावघाट-जगदलपुर रेल लाइन का निर्माण दो चरणों में होगा। पहले चरण में दल्लीराजहारा से रावघाट 95 किलोमीटर और दूसरे चरण में रावघाट से जगदलपुर 140 किलोमीटर रेल लाइन का निर्माण किया जाएगा। पहले चरण के निर्माण कार्य की जिम्मेदारी रेल विकास निगम लिमिटेड के पास है। निर्माण लागत की संपूर्ण धनराशि स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड उपलब्ध करा रहा है।

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