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सौंदर्य के लिए योग सिद्धयोग-शहनाज़ हुसैन

जीवनशैली में योग अपनाएं और जीवन शक्ति भी बढ़ाएं!

समग्र स्वास्थ्य केलिए आर्युवेदिक सिद्धांत को प्रोत्साहन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 23 July 2015 03:54:53 AM

yoga

नई दिल्ली। जानी-मानी सौंदर्य विशेषज्ञ शहनाज हुसैन की सलाह है कि अपने जीवन में योग अपनाएं, इससे आंतरिक और बाह्य सौंदर्य में वृद्धि होती है, योग एक सिद्धयोग है। वह कहती हैं कि आपको सुंदर दिखने के लिए जरूरी नहीं कि आप सुंदर ही पैदा हुई हों, आप अपने योगिक प्रयत्नों से भी सौंदर्य प्राप्त कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि अच्छा स्वास्थ्य और सौंदर्य एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, यदि आप आंतरिक रूप से सुंदर नहीं हैं, तब आपके चेहरे पर सौंदर्य नहीं झलक सकता, सुंदर त्वचा, चमकीले बाल तथा छरहरे बदन के लिए अच्छी सेहत का होना परम आवश्यक है, वास्तव में मैंने समग्र स्वास्थ्य के लिए आर्युवेदिक सिद्धांत को प्रोत्साहित किया है। अपने अनुभव और प्रयोगों के परिणामों के आधार पर शहनाज़ हुसैन कहती हैं कि सौंदर्य में योग कार्यक्रम शरीर का अभिन्न अंग है। समग्र सौंदर्य देखभाल की इस विशिष्ट अवधारणा को विश्व भर में सराहा गया है। उनका कहना है कि वास्तव में आधुनिक जीवनशैली में स्वास्थ्य तथा सौंदर्य के संदर्भ में योग काफी सार्थक है, व्यक्तिगत जीवन में इसके असंख्य लाभ हैं।
योग का प्रयोग है कि योग से मानसिक तथा शारीरिक दोनों को प्रचुर लाभ मिलता है, इससे न केवल सभी मांसपेशियों को फायदा होता है, बल्कि इससे प्राणशक्ति बढ़ती है तथा आंतरिक अंगों की रंगत में निखार आता है, इससे नाड़ी तंत्र को स्थिर रखने में मदद मिलती है, इससे तनाव को कम करने तथा मानसिक संतुलन में भी लाभ मिलता है। योग प्राचीन भारतीय विद्या है तथा इसके निरंतर अभ्यास से संयमित व्यक्तित्व तथा वृद्धावस्था की भाव मुद्राओं को रोकने में मदद मिलती है। योग का दूसरा महत्वपूर्ण पहलू यह है कि इससे सांसों पर नियंत्रण रहता है तथा योगाभ्यास के दौरान सांस खींचने तथा सांस बाहर निकालने की उचित विधि से श्वास को संयमित करने में मदद मिलती है, जिससे शरीर में ऑक्सीजन को नियंत्रित करने में सहायक सिद्ध होती है। योग से शारीरिक तथा मानसिक उल्लास की असीम अनुभूति प्राप्त होती है। योग सौंदर्य के लिए अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि आंतरिक सौंदर्य से ही शारीरिक सौंदर्य की प्राप्ति की जा सकती है।
शहनाज़ हुसैन ने योग के बारे में और ज्यादा विस्तार से कहा है कि योग से रक्त संचार के प्रवाह में सुधार होता है, जिससे त्वचा की सतह तक पर्याप्त मात्रा में रक्त संचार होता है तथा यह रक्त संचार सुंदर त्वचा के लिए अत्यधिक आवश्यक होता है, इससे त्वचा को आवश्यक पोषक तत्व उपलब्ध होते हैं, जिससे त्वचा सुंदर तथा निखरी हुई दिखाई देती है। योग के माध्यम से शरीर के विषैले तत्व त्वचा के माध्यम से बाहर आते हैं तथा रक्त संचित त्वचा के मामले में योग सबसे ज्यादा लाभदायक सिद्धयोग है, इससे त्वचा में रंगत तथा स्फूर्ति आ जाती है। योग से सौंदर्य में व्यापक निखार आता है तथा यह त्वचा को ताजा तथा बीमारियों से पूरी तरह मुक्त रखता है। यह अवधारणा बालों पर भी लागू होती है, योग से सिर की खाल तथा बालों के कोश में रक्त संचार तथा ऑक्सीजन का व्यापक निरंतर प्रवाह होता है, इससे बालों के रक्त संचार को पोष्टिक तत्व पहुंचाने में काफी मदद मिलती है, जिससे बालों की वृद्धि तथा सिर की खाल को स्वस्थ्य रखने में बहुत मदद मिलती है। यह बात सभी स्‍त्री-पुरूषों पर समान रूप से लागू होती है।
शहनाज़ कहती हैं कि जब हम सौंदर्य की बात करते हैं तो हम केवल बाहरी चेहरे की सौंदर्य की ही बात नहीं करते, बल्कि इसमें आकृति, सूरत भी शामिल होती है, जिसमें लचकपन, हाव-भाव तथा शारीरिक आर्कषण होना नितांत आवश्यक होता है, जहां तक बाहरी सौंदर्य का संबंध है तो योग जनित छरहरे बदन से व्यक्ति काफी युवा दिखाई देते हैं और लंबे समय तक अपना यौवन बनाए रखने में सफल होते हैं। योग से शरीर के हर टिशू को ऑक्सीजन प्राप्त होती है, जिससे शरीर सुंदर और स्वस्थ्य होता है। यदि आप ऐसी जीवनशैली से गुज़र रहे हैं, जिसमें शारीरिक गतिविधियां नगण्य हैं तो आप वास्तव में बुढ़ापे को निमंत्रण दे रहे हैं, योग तथा शारीरिक श्रम से आदमी को यौवन की स्थिति को लंबे समय तक बनाए रखने में मदद मिलती है, क्योंकि इससे शरीर सुदृढ़ होता है तथा शरीर सुव्यवस्थित तथा तंदुरुस्त रखने में पूरी मदद मिलती है। योग आसनों से रीढ़ की हड्डी तथा हड्यिों के जोड़ों को लचकदार एवं कोमल बनाने में बड़ी भारी मदद मिलती है। इससे शरीर सुदृढ़ तथा फुर्तीला बनता है। मांसपेशियों में रंगत आती है, रक्त संचार में सुधार होता है, प्राण शक्ति का प्रवाह होता है।
शहनाज़ हुसैन का कहना है कि अनेक सौंदर्य समस्याओं के पीछे मानसिक तनाव होता है और योग से इसे कम करने तथा स्वछंद मानसिक उन्मुक्त वातावरण तैयार करने में मदद मिलती है, इससे तनाव से जुड़ी सौंदर्य समस्याओं से निजात मिलती है। योगाभ्यास से उन तमाम कोशिकाओं को सक्रिय किया जा सकता है, जो तनाव को नियंत्रित करने में सहायक होती हैं। योग के लगातार अभ्यास से कील मुंहासों, बालों के झड़ने की समस्याओं, सिर की रूसी आदि समस्याओं का स्थाई उपचार मिलता है। योग तथा शारीरिक क्रियाएं करने वाले युवाओं पर किए गए अध्ययन में यह पाया गया है कि उनके व्यक्तित्व में भावनात्मक स्थिरता, आत्म विश्वास, उचित मनोभाव जैसे सकारात्मक बदलाव दिखाई देते हैं, जिनका दिमाग, भावनाओं तथा मिजाज पर सीधा प्रभाव होता है। वास्तव में नियमित योग आपको तनावमुक्त और सौंदर्य से समृद्धशाली व्यक्तित्व और जीवनशैली प्रदान करता है, यह पारिवारिक जीवन को सुखमय बनाता है, इसलिए आप भी योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं और इस खूबसूरत संसार में अपनी खूबियों और सफलताओं का दुर्लभ जीवन जिएं।

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