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राष्ट्रपति ने आदिवासी समुदाय पर गर्व जताया

छत्तीसगढ़ के सरगुजा में भव्य जनजातीय गौरव दिवस समारोह

सरकार की जनजातीय विकास कल्याण की योजनाएं सराहीं

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 20 November 2025 04:49:15 PM

the president expressed pride in the tribal community.

रायपुर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर सरगुजा में आज जनजातीय गौरव दिवस समारोह में जनजातीय समुदायों के अनुकरणीय योगदान को भारतीय इतिहास का गौरवशाली अध्याय बताया। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर उल्लेख कियाकि भारत में लोकतंत्र के उदाहरण प्राचीन गणराज्यों केसाथ-साथ कई जनजातीय परंपराओं में भी देखे जा सकते हैं जैसेकि बस्तर में 'मुरिया दरबार' जो आदिम लोगों की संसद है। राष्ट्रपति ने कहाकि जनजातीय विरासत की जड़ें छत्तीसगढ़, ओडिशा और झारखंड सहित देश के विभिन्न हिस्सों में गहरी हैं। उन्होंने इस बातपर प्रसन्नता व्यक्त कीकि इसवर्ष छत्तीसगढ़ सरकार ने 1 से 15 नवंबर तक जनजातीय गौरव पखवाड़े को बड़े स्तरपर मनाया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने रेखांकित कियाकि इस एक दशक में जनजातीय समुदायों के विकास और कल्याण केलिए राष्ट्रीय स्तरपर वृहद योजनाएं विकसित और कार्यांवित की गई हैं। उन्होंने जिक्र कियाकि पिछले वर्ष गांधी जयंती पर ‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान’ शुरू किया गया था, जिसका लाभ देशभर के 5 करोड़ से अधिक जनजातीय भाई-बहनों तक पहुंच रहा है। उन्होंने कहाकि वर्ष 2023 में 75 विशेष रूपसे कमजोर जनजातीय समूहों के सामाजिक और आर्थिक विकास केलिए प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम-जनमन अभियान) शुरू किया गया। उन्होंने कहाकि ये सभी जनकल्याणकारी योजनाएं इस बातका प्रमाण हैंकि भारत सरकार जनजातीय समुदायों को कितनी प्राथमिकता देती है। राष्ट्रपति ने कहाकि जनजातीय समुदायों के विकास प्रयासों को नई ऊर्जा देने केलिए भारत सरकार ने भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष पर ‘आदि कर्मयोगी अभियान’ शुरू किया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने उल्लेख कियाकि इस अभियान केतहत देशभर में लगभग 20 लाख स्वयंसेवकों का एक नेटवर्क तैयार किया जा रहा है, जो जमीनी स्तरपर काम करके जनजातीय समुदायों का विकास सुनिश्चित करेंगे। राष्ट्रपति ने यह जानकर प्रसन्नता व्यक्त कीकि छत्तीसगढ़ सहित देशभर में लोग वामपंथी उग्रवाद का रास्ता छोड़कर विकास की मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहाकि केंद्र और राज्य सरकारों के सुविचारित और सुसंगठित प्रयासों से निकट भविष्य में वामपंथी उग्रवाद का उन्मूलन संभव हो पाएगा। उन्होंने खुशी जताईकि हालही में हुए 'बस्तर ओलंपिक्स' में 165000 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। उन्होंने विश्वास व्यक्त कियाकि जनजातीय महापुरुषों के आदर्शों का पालन करते हुए छत्तीसगढ़वासी एक सशक्त, आत्मनिर्भर और विकसित भारत के निर्माण में अमूल्य योगदान देंगे।

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