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Wednesday 17 September 2025 05:40:18 PM
धार (मध्यप्रदेश)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने जन्मदिन पर धार में देश की नारीशक्ति से देश केलिए आर्शीवाद मांगा। उन्होंने स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान और 8वें राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ करते हुए प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) की 10 लाख से अधिक लाभार्थी महिलाओं को एकसाथ नकद लाभ प्रदान किया। नरेंद्र मोदी ने इस महिला केंद्रित जनसमूह को संबोधित किया। ज्ञान की देवी वाग्देवी भोजशाला के चरणों में नमन किया। आज कौशल और सृजन के देवता दिव्य शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा की जयंती भी है, जिसमें प्रधानमंत्री ने भगवान विश्वकर्मा को यह कहते हुए नमन कियाकि करोड़ों भाई-बहन अपनी शिल्पकला और समर्पण से राष्ट्र निर्माण में लगे हुए हैं। नरेंद्र मोदी ने कहाकि धार की धरती हमेशा से वीरता की प्रेरणा है, महाराजा भोज की वीरता हमें राष्ट्रीय गौरव की रक्षा केलिए अडिग रहना सिखाती है। उन्होंने कहाकि महर्षि दधीचि का बलिदान हमें मानवता की सेवा का संकल्प दिलाता है, इसीसे प्रेरणा लेकर राष्ट्र माँ भारती की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है, पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने हमारी बहनों और बेटियों का सिंदूर उजाड़ा था, ऑपरेशन सिंदूर से हमने उनके ठिकानों और आतंकवादियों को नष्टकर हमारी बहादुर सेनाओं ने पलक झपकते ही पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया। गौरतलब हैकि कल ही पाकिस्तान में एक पाकिस्तानी आतंकवादी रोकर कह रहा थाकि इंडियन आर्मी ने बहावलपुर में जैश प्रमुख मसूद अजहर के पूरे परिवार के चीथड़े उड़ा दिए हैं, उसका कुछ नहीं बचा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि यह नया भारत है, जो किसीकी भी परमाणु धमकियों से नहीं डरता और सीधे लक्ष्य पर प्रहार करके उसे जवाब देता है। उन्होंने कहाकि 17 सितंबर एक ऐतिहासिक अवसर है, जब राष्ट्र ने सरदार वल्लभभाई पटेल के दृढ़ संकल्प को देखा, इसदिन भारतीय सेना ने हैदराबाद को असंख्य अत्याचारों से मुक्त कराकर उसको भारत में एकीकृत किया था। नरेंद्र मोदी ने कहाकि यहदिन अब हैदराबाद मुक्ति दिवस के रूपमें मनाया जाता है। उन्होंने कहाकि हैदराबाद मुक्ति दिवस एक अनुस्मारक के रूपमें कार्य करता हैकि भारत माता के सम्मान और गौरव से बड़ा कुछभी नहीं है। उन्होंने कहाकि जीवन का प्रत्येक क्षण राष्ट्र को समर्पित होना चाहिए, हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने राष्ट्र केलिए सर्वस्व न्यौछावर कर अपना जीवन भी बलिदान कर दिया। प्रधानमंत्री ने कहाकि उनका सपना एक विकसित भारत था, जो औपनिवेशिक शासन की बेड़ियों से मुक्त होकर तेज़ीसे आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहाकि आज 140 करोड़ भारतीयों ने एक विकसित भारत के निर्माण का संकल्प लिया हुआ है, इसके चार प्रमुख स्तंभों-भारत की नारी शक्ति, युवा शक्ति, गरीब और किसान को रेखांकित किया। प्रधानमंत्री ने माताओं, बहनों और बेटियों की भारी उपस्थिति केलिए आभार व्यक्त किया और महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान देने का सरकार का निश्चय व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह देखते हुएकि 'आदि सेवा पर्व' की गूंज देशभर में विभिन्न चरणों में पहले से ही सुनाई दे रही है, इसके मध्य प्रदेश संस्करण के शुभारंभ की घोषणा की। प्रधानमंत्री ने कहाकि यह अभियान धार सहित मध्य प्रदेश के आदिवासी समुदायों को विभिन्न सरकारी योजनाओं से सीधे जोड़ने केलिए एक सेतु का काम करेगा। विश्वकर्मा जयंती पर उन्होंने धार में भारत के सबसे बड़े एकीकृत टेक्सटाइल पार्क की नींव रखी और इसे एक बड़ी औद्योगिक पहल बताया। प्रधानमंत्री ने कहाकि यह पार्क देश के कपड़ा उद्योग में नई ऊर्जा का संचार करेगा। उन्होंने कहाकि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिलेगा और बड़ी संख्या में युवाओं को रोज़गार के अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने नारी शक्ति को राष्ट्र की प्रगति का आधार बताते हुए कहाकि मां स्वस्थ होती हैतो पूरा घर सुचारू रूपसे चलता है, लेकिन अगर वह बीमार पड़ जाती है तो पूरा परिवार अस्त-व्यस्त हो जाता है। उन्होंने 'स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार' अभियान का महत्व बताया। नरेंद्र मोदी ने कहाकि कई बीमारियां खासकर वे बीमारियां, जो महिलाओं केलिए उच्च जोखिम पैदा करती हैं, देर से पता चलने के कारण चुपचाप विकसित होती हैं और गंभीर हो जाती हैं, इस अभियान के तहत रक्तचाप और मधुमेह से लेकर एनीमिया, तपेदिक और कैंसर जैसी बीमारियों की जांच की जा सकेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आश्वासन दियाकि सभी जांचें और दवाएं निःशुल्क प्रदान की जाएंगी, जिनका खर्च सरकार वहन करेगी, आगे के इलाज केलिए आयुष्मान कार्ड एक सुरक्षा कवच का काम करेगा, यह अभियान आजसे 2 अक्टूबर तक चलेगा। प्रधानमंत्री ने देशभर की माताओं, बहनों और बेटियों से अपने स्वास्थ्य केलिए समय निकालने, इन शिविरों में बड़ी संख्या में भाग लेने और अपने समुदायों की अन्य महिलाओं केबीच जागरुकता फैलाने का आग्रह किया। उन्होंने सामूहिक संकल्प का आह्वान कियाकि कोई भी मां बेटी पीछे न छूटे, माताओं बहनों और बेटियों का स्वास्थ्य राष्ट्रीय प्राथमिकता है। उन्होंने कहाकि सरकार गर्भवती महिलाओं और बालिकाओं के समुचित पोषण को सुनिश्चित करने के लिए मिशन मोड में काम कर रही है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि विकासशील भारत में मातृ एवं शिशु मृत्युदर को कम करना आवश्यक है, इस लक्ष्य को प्राप्त करने केलिए सरकार ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना शुरू की, जिसमें पहली बेटी के जन्म पर ₹5,000 और दूसरी बेटी के जन्म पर ₹6,000 सीधे बैंक खाते में हस्तांतरित किए जाते हैं। प्रधानमंत्री ने बताया कि अबतक 4.5 करोड़ गर्भवती माताओं को इस योजना का लाभ मिला है और ₹19,000 करोड़ से अधिक की राशि वितरित की गई है। उन्होंने कहाकि आज ही के दिन एक क्लिक से 15 लाख से अधिक गर्भवती महिलाओं को सहायता राशि भेजी गई, जिसकी कुल राशि ₹450 करोड़ से अधिक थी, जो सीधे उनके खातों में जमा की गई है।
मध्य प्रदेश की धरती से एक और बड़ी स्वास्थ्य पहल, आदिवासी क्षेत्रों में सिकल सेल एनीमिया की गंभीर चुनौती का ज़िक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि सरकार आदिवासी समुदायों को इस बीमारी से बचाने केलिए एक राष्ट्रीय मिशन चला रही है, इसकी शुरुआत 2023 में मध्य प्रदेश के शहडोल से की गई थी, जहां पहला सिकल सेल स्क्रीनिंग कार्ड जारी किया गया था। नरेंद्र मोदी ने कहाकि आज मध्य प्रदेश में एक करोड़वां स्क्रीनिंग कार्ड वितरित किया गया है, इसमें देशभर के पांच करोड़ से ज़्यादा लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। प्रधानमंत्री ने कहाकि सिकल सेल स्क्रीनिंग ने आदिवासी समुदायों के लाखों लोगों के जीवन की रक्षा करने में मदद की है। उन्होंने आदिवासी माताओं और बहनों से विशेष अपील कीकि वे सिकल सेल एनीमिया की जांच ज़रूर कराएं। प्रधानमंत्री ने कहाकि 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की पेशकश करने वाली आयुष्मान भारत योजना ने महिलाओं के स्वास्थ्य परिणामों में सुधार किया है, प्रधानमंत्री आवास योजना में प्रदान अधिकांश घर महिलाओं के नाम पर पंजीकृत हैं। उन्होंने कहाकि सरकार महिलाओं को आर्थिक रूपसे सशक्त बनाने पर ज़ोर दे रही है, करोड़ों महिलाएं नए व्यवसाय शुरू करने केलिए मुद्रा योजना से ऋण प्राप्त कर रही हैं। उन्होंने कहाकि सरकार तीन करोड़ महिलाओं को 'लखपति दीदी' बनाने केलिए सक्रिय रूपसे काम कर रही है, जिनमें से लगभग दो करोड़ महिलाएं पहले ही यह उपलब्धि हासिल कर चुकी हैं, महिलाओं को बैंक सखी और ड्रोन दीदी के रूपमें प्रशिक्षित करके ग्रामीण अर्थव्यवस्था के केंद्र में स्थापित किया जा रहा है, स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाएं परिवर्तन की एक नई लहर चला रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि सरकार की नीतियों का असर अब दुनिया को दिखाई दे रहा है, भारत में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकल आए हैं, इस बदलाव ने पूरे समाज में आत्मविश्वास की एक नई भावना जगाई है। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कियाकि ये प्रयास सिर्फ़ योजनाएं नहीं हैं, ये गरीब माताओं, बहनों और बेटियों के जीवन में बदलाव की गारंटी हैं। उन्होंने कहाकि गरीबों के चेहरे पर मुस्कान लाना और महिलाओं के सम्मान की रक्षा करना उनकी सर्वोच्च निष्ठा और अटूट प्रतिबद्धता है। मध्य प्रदेश में माहेश्वरी वस्त्रों की समृद्ध परंपरा और देवी अहिल्याबाई होल्कर द्वारा माहेश्वरी साड़ी को एक नया आयाम दिए जाने का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने उनकी 300वीं जयंती उत्सव को याद किया और कहाकि उनकी विरासत अब धार स्थित पीएम मित्र पार्क के माध्यम से आगे बढ़ रही है। नरेंद्र मोदी ने बताया कि यह पार्क कपास और रेशम जैसी आवश्यक बुनाई सामग्री तक आसान पहुंच प्रदान करेगा, गुणवत्ता जांच को सरल बनाएगा और बाज़ार संपर्क को बढ़ाएगा, कताई, डिज़ाइनिंग, प्रसंस्करण और निर्यात सभी एक ही सुविधा के अंतर्गत होंगे, जिससे संपूर्ण वस्त्र मूल्य श्रृंखला एक ही स्थान पर उपलब्ध होगी। उन्होंने कपड़ा उद्योग केलिए 5F विज़न-खेत से रेशा, रेशा से कारखाना, कारखाने से फ़ैशन और फ़ैशन से विदेशी केप्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई, जिससे उत्पादन से वैश्विक बाज़ारों तक एक तेज़ और अधिक निर्बाध यात्रा सुनिश्चित होगी।
प्रधानमंत्री ने धार में पीएम मित्र पार्क केलिए लगभग 1,300 एकड़ भूमि आवंटित होने और 80 से अधिक औद्योगिक इकाइयों के आवंटन का उल्लेख करते हुए कहाकि बुनियादी ढांचे का विकास और कारखाना निर्माण साथ-साथ जारी रहेंगे, इस पार्क से तीन लाख नए रोज़गार अवसर पैदा होने की उम्मीद है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि यह पार्क लॉजिस्टिक्स और विनिर्माण लागत को काफ़ी कम करेगा, जिससे भारतीय उत्पाद ज़्यादा किफ़ायती और वैश्विक स्तरपर प्रतिस्पर्धी बनेंगे। उन्होंने इस पहल केलिए मध्य प्रदेश के लोगों को विशेष बधाई दी और बताया कि सरकार देशभर में छह और पीएम मित्र पार्क स्थापित करने की योजना बना रही है। प्रधानमंत्री ने विश्वकर्मा पूजा के राष्ट्रव्यापी उत्सव पर प्रकाश डाला और इसे पीएम विश्वकर्मा योजना की सफलता का जश्न मनाने का भी क्षण बताया। उन्होंने देशभर के विश्वकर्मा भाई-बहन बढ़ई, लोहार, सुनार, कुम्हार, राजमिस्त्री, पीतल, तांबे और अन्य पारंपरिक शिल्प के कारीगरों को को विशेष शुभकामनाएं दीं। उन्होंने मेक इन इंडिया पहल के पीछे एक प्रेरक शक्ति के रूपमें कामगारों की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया। उन्होंने संतोष व्यक्त कियाकि पीएम विश्वकर्मा योजना ने कम समय में 30 लाख से अधिक कारीगरों और शिल्पकारों का समर्थन किया है। उन्होंने कहाकि इस योजना के माध्यम से लाभार्थियों को कौशल प्रशिक्षण, डिजिटल मार्केटिंग और आधुनिक उपकरण प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहाकि छह लाख से अधिक विश्वकर्मा भागीदारों को नए उपकरण प्रदान किए गए हैं, उनके काम का समर्थन करने केलिए 4,000 करोड़ रुपये से अधिक के ऋण वितरित किए गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धार को श्रद्धेय कुशाभाऊ ठाकरे की जन्मस्थली बताया, जिन्होंने अपना पूरा जीवन राष्ट्र प्रथम की भावना केसाथ राष्ट्र को समर्पित कर दिया। उन्होंने कुशाभाऊ ठाकरे को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और कहाकि राष्ट्र को सर्वोपरि रखने की यही भावना भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाने केलिए प्रेरित करती रहेगी। प्रधानमंत्री ने नागरिकों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह कियाकि वे जो भी खरीदें या बेचें, वह भारत में बना हो, अब इसे एक विकसित भारत की नींव बनना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट कियाकि यह तभी संभव होगा जब लोग स्वदेशी उत्पादों पर गर्व महसूस करेंगे। प्रधानमंत्री ने कहाकि जब आवश्यक वस्तुओं का निर्माण घरेलू स्तरपर होता है, तो वे देशवासियों केलिए रोज़गार का सृजन करती हैं। उन्होंने कहाकि 22 सितंबर से नवरात्रि की शुरुआत पर जीएसटी की कम दरें लागू हो रही हैं, उन्होंने सभीसे स्वदेशी उत्पाद खरीदने और संशोधित दरों का लाभ उठाने का आग्रह किया। उन्होंने अपने संबोधन के अंत में ‘गर्व से कहो: यही स्वदेशी है’ मंत्र को याद रखने और दोहराने का आह्वान किया और देश को त्योहारों की शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री सावित्री ठाकुर की उपस्थिति उल्लेखनीय है।