स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Saturday 13 September 2025 05:58:11 PM
चुराचांदपुर (मणिपुर)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मणिपुर में हिंसा के बाद पहलीबार मणिपुर का दौरा किया और चुराचांदपुर में विभिन्न विकास कार्यों की आधारशिला रखते हुए वहां के जन समुदाय को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहाकि मणिपुर की धरती हौसलों और हिम्मत की धरती है, यह हिल्स प्रकृति का अनमोल उपहार और यहां के लोगों की निरंतर मेहनत का भी प्रतीक है। प्रधानमंत्री ने मणिपुर के लोगों के प्रकट किए गए प्यार केलिए उनका आभार व्यक्त किया और कहाकि भारी बारिश के कारण उनका हेलिकॉप्टर नहीं आ पाया तो उन्होंने सड़क मार्ग से आना तय किया और सड़क पर जो जन उत्साह का दृश्य देखा तो उनका मन कहता हैकि परमात्मा ने अच्छा कियाकि मेरा हेलिकॉप्टर आज नहीं चला और मैं रोड से आया। नरेंद्र मोदी ने कहाकि मणिपुर के रास्तेभर तिरंगा हाथ में लेकर आबालवृद्ध जनसमुदाय ने जो प्यार दिया, जो अपनापन दिया, वह जीवन के इस पल को कभी नहीं भूल सकते, मणिपुरवासियों का सर झुकाकर नमन किया। नरेंद्र मोदी ने कहाकि यहां की सांस्कृतिक परंपराएं, विविधता और वाइब्रेंसी भारत का बहुत बड़ा सामर्थ्य हैं और मणिुपर आने वाले समय में पूरे नॉर्थ ईस्ट की चमक को बढ़ाने वाला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत सरकार का निरंतर प्रयास रहा हैकि मणिपुर को विकास के रास्ते पर तेजीसे ले जाए। इसी कड़ी में मैं यहां आप सभी के बीच आया हूं। उन्होंने करीब सात हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया, ये परियोजनाएं मणिपुर के लोगों, यहां हिल्स पर रहने वाले ट्राइबल समाज की जिंदगी को और ज्यादा बेहतर बनाएंगी, ये यहां हेल्थ और एजुकेशन की नई सुविधाओं का निर्माण करेंगी। उन्होंने कहाकि मणिपुर बॉर्डर से सटा राज्य है, यहां पर कनेक्टिविटी की बहुत बड़ी चुनौती है, अच्छी सड़कें ना होने से यहां जो परेशानी है, उसे मैं भलीभांति समझता हूं, इसलिए 2014 के बादसे मेरा बहुत जोर हैकि मणिपुर की कनेक्टिविटी केलिए लगातार काम किया जाए। उन्होंने कहाकि इसके लिए भारत सरकार ने दो स्तर पर काम किया है पहला-मणिपुर में रेल और रोड का बजट कई गुना बढ़ाया गया और दूसरा-शहरों केसाथ ही गांवों तक भी सड़कें पहुंचाने पर जोर दिया गया है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि बीते वर्षों में यहां राष्ट्रीय राजमार्गों पर 3700 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं, 8700 करोड़ रुपयों से नए राजमार्गों पर बहुत तेज़ी से काम चल रहा है। उन्होंने कहाकि पहले यहां गांवो में पहुंचना बहुत मुश्किल था, अब सैकड़ों गांवों में यहां रोड कनेक्टिविटी पहुंचाई गई है, इसका बहुत अधिक लाभ पहाड़ी लोगों को ट्राइबल्स गांवों को हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि उनकी सरकार के दौरान से ही मणिपुर में रेल कनेक्टिविटी का विस्तार हो रहा है, जीरीबाम-इंफाल रेलवे लाइन बहुत जल्द राजधानी इंफाल को राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से जोड़ देगी। उन्होंने कहाकि नया इंफाल एयरपोर्ट हवाई कनेक्टिविटी को नई ऊंचाई दे रहा है, इससे राज्य से दूसरे हिस्सों केलिए हवाई सेवाएं भी शुरू की गई हैं, ये बढ़ती हुई कनेक्टिविटी मणिपुर के लोगों की सुविधाएं बढ़ा रही है, यहां के नौजवानों केलिए रोज़गार के नए मौके बना रही है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत बहुत तेजीसे दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाला है, उनका पूरा प्रयास हैकि विकास का लाभ देश के कोने-कोने में पहुंचे। नरेंद्र मोदी ने कहाकि एक समय था, जब दिल्ली से घोषणाएं होती थीं और उनको यहां पहुंचते-पहुंचते दशक लग जाते थे। उन्होंने कहाकि आज मणिपुर का चुराचांदपुर भी देश केसाथ विकास कर रहा है। उन्होंने कहाकि देशभर में गरीबों केलिए पक्के घर बनाने की योजना का फायदा मणिपुर के भी हजारों परिवारों को मिला है, यहां करीब साठ हज़ार घर बन चुके हैं, इस क्षेत्रमें पहले बिजली की बड़ी समस्या थी, उनकी सरकार ने इस परेशानी से मुक्ति दिलाने का प्रण लिया, जिसका नतीजा हैकि यहां मणिपुर में भी एक लाख से अधिक परिवारों को मुफ्त बिजली कनेक्शन दिया गया है। उन्होंने कहाकि माताओं-बहनों केलिए हरघर नल से जल स्कीम शुरु की गई, मणिपुर में तो सिर्फ 25-30 हजार घरों में ही पाइप से पानी आता था, लेकिन आज यहां साढ़े तीन लाख से अधिक घरों में नल से जल मिल रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि पहाड़ों, ट्राइबल एरियाज़ में अच्छे स्कूल-कॉलेज, अच्छे अस्पताल सपना ही होते थे, आज चुराचांदपुर में ही मेडिकल कॉलेज तैयार हो गया है, यहां अब नए डॉक्टर भी बन रहे हैं और स्वास्थ्य सुविधाएं भी बेहतर हो रही हैं, मणिपुर के पहाड़ी क्षेत्रों में मेडिकल कॉलेज नहीं था, यह काम उनकी सरकार ने ही किया है। उन्होंने कहाकि उनकी सरकार पीएम डिवाइन स्कीम के तहत पांच पहाड़ी जिलों में आधुनिक हेल्थ सर्विस विकसित कर रही है, आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीबों को 5 लाख रुपए तकके मुफ्त इलाज की सुविधा है, मणिपुर के करीब ढाई लाख मरीज़ों ने इस योजना में अपना मुफ्त इलाज कराया है, अगर मुफ्त इलाज की सुविधा ना होती तो इलाज केलिए ये साढ़े तीन सौ करोड़ रुपए खुद की जेब से खर्च करने पड़ते, लेकिन ये सारा खर्च भारत सरकार ने उठाया है, वो इसलिए क्योंकि हर गरीब की चिंता को दूर करना हमारी प्राथमिकता है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि मणिपुर की धरती, ये क्षेत्र, आशा और उम्मीद की भूमि है, लेकिन दुर्भाग्य से इस शानदार धरती को हिंसा ने अपनी चपेट में ले लिया। प्रधानमंत्री ने कहाकि वे उन प्रभावित लोगों से मिले हैं, जो कैंप्स में रह रहे हैं, उनसे बातचीत के बाद मैं कह सकता हूंकि उम्मीद और विश्वास की नई सुबह मणिपुर में दस्तक दे रही है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि किसी भी स्थान के विकास केलिए शांति बहुत जरूरी है, बीते ग्यारह वर्ष में नॉर्थ ईस्ट में दशकों से चल रहे अनेक विवाद, अनेक संघर्ष समाप्त हुए हैं, लोगों ने शांति का रास्ता चुना है, विकास को प्राथमिकता दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि संतोष की बात हैकि हालही में हिल्स और वैली में अलग-अलग ग्रुप्स केसाथ समझौतों केलिए बातचीत की शुरूआत हुई है। उन्होंने कहाकि ये भारत सरकार के उन प्रयासों का हिस्सा है, जिसमें संवाद, सम्मान और आपसी समझ को महत्व देते हुए शांति की स्थापना केलिए काम किया जा रहा है। उन्होंने सभी संगठनों से अपील कीकि शांति के रास्ते पर आगे बढ़कर अपनी प्रगति के सपनों को पूरा करें, बच्चों के भविष्य को सुनिश्चित करें, मैं आज वादा करता हूंकि मैं आपके साथ हूं, भारत सरकार आपके साथ है, मणिपुर के लोगों के साथ है। प्रधानमंत्री ने कहाकि मणिपुर में जिंदगी को फिर से पटरी पर लाने केलिए भारत सरकार हर संभव प्रयास कर रही है, जो बेघर हो गए हैं, ऐसे परिवारों केलिए सात हजार नए घर बनाने केलिए उनकी सरकार मदद दे रही है, हाल ही में करीब तीन हजार करोड़ रुपए का स्पेशल पैकेज भी स्वीकृत किया गया है, विस्थापितों की मदद के लिए 500 करोड़ रुपए का विशेष प्रावधान किया गया है। प्रधानमंत्री ने कहाकि मैं मणिपुर के ट्राइबल नौजवानों के सपने और उनके संघर्ष को अच्छी तरह जानता हूं, उनकी चिंताओं को दूर करने केलिए अलग-अलग समाधानों पर काम हो रहा है, सरकार का प्रयास हैकि गवर्नेंस की जो लोकल बॉडीज हैं, उनको भी मजबूत किया जाए, इनके विकास केलिए उचित फंड्स की व्यवस्था की जा रही है।
नरेंद्र मोदी ने कहाकि आज हर ट्राइबल कम्यूनिटी का विकास देश की सरकार की प्राथमिकता है, पहली बार आदिवासी क्षेत्रों के विकास केलिए धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान चलाया जा रहा है, इसके तहत मणिपुर के 500 से ज्यादा गांवों में विकास के काम हो रहे हैं। उन्होंने कहाकि ट्राइबल एरियाज में एकलव्य मॉडल रेज़ीडेंशियल स्कूलों की संख्या बढ़ाई जा रही है, मणिपुर में भी 18 एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल बन रहे हैं, स्कूलों और कॉलेजों के आधुनिकीकरण से यहां के पहाड़ी जिलों में एजुकेशन की सुविधाएं बहुत अधिक बढ़ने वाली हैं। उन्होंने कहाकि मणिपुर का कल्चर नारीशक्ति को बढ़ावा देने वाला रहा है और उनकी सरकार नारीशक्ति को सशक्त करने में जुटी है, सरकार वर्किंग वुमेन हॉस्टल का निर्माण कर रही है, ताकि मणिपुर की बेटियों की मदद हो सके। उन्होंने कहाकि हम मणिपुर को शांति, समृद्धि और प्रगति का प्रतीक बनाने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं, विश्वास कीजिए कि मणिपुर के विकास केलिए, विस्थापितों को जल्द से जल्द उचित स्थान पर बसाने केलिए, शांति की स्थापना केलिए, भारत सरकार मणिपुर सरकार का ऐसे ही सहयोग करती रहेगी।