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देश के हवाईअड्डे आधुनिक तकनीकों से लैस

लखनऊ तिरुवनंतपुरम त्रिची कोझिकोड अमृतसर एयरपोर्ट भी शामिल

गृहमंत्री ने दिल्ली से शुरू किया फास्ट ट्रैक इमीग्रेशन ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 12 September 2025 04:50:56 PM

home minister launches fast track immigration-trusted traveler program

नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा हैकि नरेंद्र मोदी सरकार देश के हवाईअड्डों को अत्याधुनिक तकनीकों से लैस करके उनकी यात्री क्षमता को लगातार बढ़ा रही है। उन्होंने नई दिल्ली से वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिए लखनऊ, तिरुवनंतपुरम, त्रिची, कोझिकोड और अमृतसर हवाईअड्डे पर निर्बाध आव्रजन सुविधा यानी फास्ट ट्रैक इमीग्रेशन-ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम की शुरूआत करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहाकि इस नई सुविधा से लंबी कतारें, मैन्युअल चेकइन और देरी की समस्या खत्म हो जाएगी और हवाईअड्डों पर इमिग्रेशन का समय घटकर 30 सेकंड रह जाएगा। अमित शाह ने नागरिकों से अपील कीकि वे एक सरल, तेज़ और परेशानी मुक्त इमिग्रेशन अनुभव केलिए इस कार्यक्रम में अपना पंजीकरण कराएं। अमित शाह ने इस अवसर पर कहा हैकि इस सुविधा से न सिर्फ प्रवासियों की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि हमें देश में होनेवाले परिवर्तनों से उनका परिचय कराने का भी मौका मिलेगा। उन्होंने कहाकि नरेंद्र मोदी सरकार के स्वप्न-स्पीड, स्केल और स्कोप को इसमें समाहितकर प्रवासियों केलिए सुविधा बढ़ाने के प्रयासों का अगला चरण शुरू हो गया है। अमित शाह ने उल्लेख कियाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा इस बातपर जोर दिया हैकि तकनीकी टूल्स केसाथ-साथ हमें एक ट्रस्ट मल्टीप्लायर का काम भी करना चाहिए। गृहमंत्री ने कहाकि फास्ट ट्रैक इमीग्रेशन-ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम से हवाईअड्डों पर सीमलैस इमीग्रेशन की सुविधा मिलेगी।
गृहमंत्री अमित शाह ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहाकि सिर्फ सुविधा देने से हमारा उद्देश्य पूरा नहीं होगा, बल्कि हमें यह सुनिश्चित करना होगाकि अधिक से अधिक यात्रियों को इसका फायदा मिले, इसके लिए पासपोर्ट और ओसीआई कार्ड जारी करते समयही हमें रजिस्ट्रेशन करने की संभावना पर भी काम करना होगा। उन्होंने कहाकि अगर हम ऐसा कर सकते हैं तो यात्रियों को दोबारा फिंगरप्रिंट और दस्तावेज़ों केलिए आनेकी ज़रूरत नहीं रहेगी और वे जबभी यात्रा करना चाहें तो पासपोर्ट का उपयोगकर जा सकेंगे। गृहमंत्री ने कहाकि इस बारेमें सभी तकनीकी संभावनाओं को तलाशकर हमें यह सुनिश्चित करना चाहिएकि अधिकतम लोगों को इसका फायदा मिले, इससे भारतीय नागरिकों केसाथ ओसीआई कार्डधारक भी लाभांवित होंगे। गृहमंत्री ने कहाकि फास्ट ट्रैक इमीग्रेशन-ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम, हवाईअड्डों पर सुविधा और राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देने वाला कार्यक्रम है। उन्होंने कहाकि 2024 में दिल्ली से इसका शुभारंभ हुआ था, जिसके बाद मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, कोचीन और अहमदाबाद हवाईअड्डे इसमें शामिल हुए और अब 5 नए और हवाईअड्डे इसमें जुड़ गए हैं।
अमित शाह ने कहाकि देशभर के 13 हवाईअड्डों पर यह सुविधा चालू है। उन्होंने कहाकि नवी मुंबई और जेवर हवाईअड्डे बनने केसाथ ही इन्हें भी प्रोग्राम केसाथ जोड़ने की योजना गृह मंत्रालय ने बनाई है। अमित शाह ने कहाकि अभीतक जितने लोगों ने इस सुविधा का उपयोग किया है, उन्होंने इसकी प्रशंसा की है। उन्होंने कहाकि अब यात्रियों को लंबी लाइन, मैनुअल चेकिंग और बिना देरी के मात्र 30 सेकंड्स में इमीग्रेशन क्लीयरेंस मिल जाता है। उन्होंने कहाकि अबतक लगभग 3 लाख यात्रियों ने इस पोर्टल पर पंजीकरण किया है, जिनमें से 2 लाख 65 हज़ार यात्रियों ने यात्रा के समय इसका उपयोग किया है और हमें इस संख्या में निरंतर बढ़ोत्तरी के प्रयास करने चाहिएं। अमित शाह ने कहाकि इन 11 साल में इंटरनेशनल पैसेंजर ट्रैफिक में बहुत वृद्धि हुई है, वर्ष 2014 में विदेश जानेवाले यात्रियों की संख्या 3 करोड़ 54 लाख थी, जो 2024 लगभग 73 प्रतिशत की वृद्धि केसाथ 6 करोड़ 12 लाख हो गई, इसी प्रकार भारत आने वाले विदेशी यात्रियों की संख्या 2014 में 1 करोड़ 53 लाख थी, जो 2024 में लगभग 31 प्रतिशत की वृद्धि केसाथ 2024 में लगभग 2 करोड़ हो गई। उन्होंने कहाकि हमारा लक्ष्य हैकि सभी भारतीय नागरिक और ओसीआई कार्डहोल्डर इस सुविधा का लाभ उठाएं।
गौरतलब हैकि फास्ट ट्रैक इमीग्रेशन-ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम को एक ऑनलाइन पोर्टल https://ftittp.mha.gov.in के माध्यम से शुरू किया गया है। इसपर नामांकन केलिए आवेदक को अपने विवरण भरकर और आवश्यक दस्तावेजों को अपलोडकर पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण करना होता है। पंजीकृत आवेदकों का बायोमेट्रिक विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय या हवाई अड्डे से गुजरते समय लिया जाता है। पंजीकृत यात्री को एयरलाइंस से जारी किए गए अपने बोर्डिंग पास को ई-गेट पर स्कैन करना होता है और फिर अपने पासपोर्ट को स्कैन करना होता है। आगमन और प्रस्थान स्थल पर लगे e-Gates पर यात्री के बायोमेट्रिक को प्रमाणित किया जाता है, इसपर ई-गेट अपने आप खुल जाता है और अप्रवासन स्वीकृति मिल जाती है। फास्ट ट्रैक इमीग्रेशन-ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम शुरूआत के अवसर पर केंद्रीय गृह सचिव एवं आसूचना ब्यूरो के निदेशक और केंद्र एवं राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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