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प्राथमिकता देकर बच्चों का आधार अपडेट कराएं!

अपडेटेड बायोमेट्रिक्स वाला आधार कार्ड जीवन को आसान बनाता है

पांच से सात वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के आधार बायोमेट्रिक्स निःशुल्क

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 16 July 2025 01:14:39 PM

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नई दिल्ली। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने उन बच्चों केलिए अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट (एमबीयू) पूरा करने को कहा है, जो सात वर्ष के हो चुके हैं, लेकिन अभीतक आधार में अपने बायोमेट्रिक्स अपडेट नहीं किए हैं। यूआईडीएआई ने ऐसे बच्चों के आधार में पंजीकृत मोबाइल नंबरों पर एमबीयू प्रक्रिया पूरी करने केलिए एसएमएस संदेश भेजना शुरू कर दिया है। यह आधार के अंतर्गत आवश्यक है और माता-पिता या अभिभावक किसीभी आधार सेवा केंद्र या निर्दिष्ट आधार केंद्र पर अपने बच्चे का विवरण अपडेट कर सकते हैं। पांच से सात वर्ष की आयु के बच्चों के निःशुल्क आधार बायोमेट्रिक्स अपडेट करें।
बायोमेट्रिक्स अपडेट केलिए पांच वर्ष से कम आयु का बच्चा फोटोग्राफ, नाम, जन्मतिथि, लिंग, पता और प्रमाण के दस्तावेज़ प्रदान करके आधार कार्ड केलिए नामांकन करा सकता है। पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों के आधार कार्ड के नामांकन केलिए उनके फिंगरप्रिंट और आईरिस बायोमेट्रिक्स नहीं लिए जाते, क्योंकि उस आयु तक वे परिपक्व नहीं होते हैं। यूआईडीएआई नियमों के अनुसार बच्चे के पांच वर्ष की आयु पूरी होने पर ही उसके आधार में फिंगरप्रिंट, आईरिस और फोटोग्राफ अनिवार्य रूपसे अपडेट किए जाने चाहिएं, इसे पहला अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट (एमबीयू) कहा जाता है। यदि बच्चा पांच से सात वर्ष की आयु केबीच एमबीयू करवाता है तो यह निःशुल्क है, लेकिन सात वर्ष की आयु केबाद केवल 100 रुपये का निर्धारित शुल्क देना होगा। बच्चों के बायोमेट्रिक डेटा की सटीकता और विश्वसनीयता बनाए रखने केलिए एमबीयू का समय पर पूरा होना एक अनिवार्य आवश्यकता है। यदि 7 वर्ष की आयु केबाद भी एमबीयू पूरा नहीं किया जाता है तो वर्तमान नियमों के अनुसार आधार संख्या निष्क्रिय की जा सकती है।
अपडेटेड बायोमेट्रिक्स वाला आधार जीवन को आसान बनाता है। स्कूल में प्रवेश, प्रवेश परीक्षाओं केलिए पंजीकरण, छात्रवृत्ति का लाभ, प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) योजनाओं और सेवाओं का लाभ उठाने में आधार निर्बाध उपयोग सुनिश्चित करता है। माता-पिता या अभिभावकों को सलाह दी जाती हैकि वे अपने बच्चों या आश्रितों के बायोमेट्रिक्स को आधार में प्राथमिकता देकर अपडेट कराएं। गौरतलब हैकि आधार कार्ड बच्चों से लेकर वरिष्ठों तक जीवन की सरकारी और गैर सरकारी सुविधाएं भी हासिल करने में एक महत्वपूर्ण कारक है, लेकिन अफसोस हैकि गलत जानकारियां देकर इसका दुरूपयोग किया जाने लगा है, इसलिए अब फर्जी आधार कार्ड की भी लाखों शिकायतें आने लगी हैं। सरकार समय-समय पर इसके लिए जागरुकता के दिशा-निर्देश जारी करती है, लेकिन चालाक लोग हैं, जोकि इससे बाज़ नहीं आ रहे हैं।

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