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वियतनाम तथागत बुद्ध के आशीर्वाद से भावविभोर

भगवान गौतम बुद्ध के पवित्र अवशेषों के दर्शन के लिए श्रद्धालु उमड़े

भारत-वियतनाम की साझा बौद्ध विरासत और आध्यात्मिक उत्साह

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Sunday 4 May 2025 01:18:18 PM

darshan of the sacred relics of lord gautam buddha

हनोई। तथागत भगवान गौतम बुद्ध के पवित्र अवशेषों का आशीर्वाद लेने केलिए वियतनाम के हो ची मिन्ह शहर में थान टैम मठ में भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़ रहे हैं। भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेष संयुक्त राष्ट्र वेसाक दिवस समारोह केलिए 21 मई 2025 तक वियतनाम में हैं। भारत और वियतनाम की मेजबानी में भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों की संग्रहित धरोहर दोनों देशों केबीच गहन सभ्यतागत बंधन और साझा बौद्ध विरासत को दर्शाते हैं। स्तूप में भगवान बुद्ध के अवशेषों के दर्शन केलिए सुबह से ही श्रद्धालुओं की तीन किलोमीटर लंबी कतार देखी गई, जो वियतनामी लोगों केबीच गहन आध्यात्मिक प्रतिध्वनि और भक्ति को परिभाषित करती है। गौरतलब हैकि भारत से केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और आंध्र प्रदेश के मंत्री कंडुला दुर्गेश के नेतृत्व में एक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल ने भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को संयुक्त राष्ट्र वेसाक दिवस समारोह में श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ केलिए वियतनाम लेकर गए थे, जिसमें ज्येष्ठ भिक्षु और अधिकारी भी शामिल थे।
भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को भारत की राष्ट्रीय धरोहर माना जाता है। भगवान बुद्ध (शाक्यमुनि) की खोपड़ी की हड्डी के एक हिस्से सहित पवित्र अवशेषों को वर्ष 1898 में ब्रिटिश पुरातत्वविद विलियम क्लैक्सटन पेप्पे ने भारत-नेपाल सीमा केपास कपिलवस्तु में खुदाई करके प्राप्त किए थे। ये अवशेष 1997 में थाई कारीगरों के तैयार स्वर्ण चढ़ाए गए स्तूप में स्थापित हैं, जिसके शिखर पर 109 ग्राम सोना जड़ा हुआ है। यह भगवान बुद्ध केप्रति वैश्विक श्रद्धा का प्रमाण है। भगवान बुद्ध के अवशेष भारतीय वायुसेना के विमान से 2 मई 2025 को तान सोन न्हाट अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे और औपचारिक रूपसे थान टैम पैगोडा ले जाए गए। इन अवशेषों का सार्वजनिक प्रदर्शन कड़े सुरक्षा प्रबंधों के तहत किया जा रहा है, जो किसी देशके राष्ट्र अध्यक्ष के दौरे के बराबर है। यह वास्तव में उनके पवित्र और कूटनीतिक महत्व को प्रदर्शित करता है।
केंद्रीय संसदीय कार्य एवं अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने एक्स पर साझा करते हुए कहाकि उन्होंने वियतनाम में ट्रुक लाम बौद्ध मठ का दौरा किया, जहां भगवान बुद्ध की शाश्वत शिक्षाओं के माध्यम से भारत और वियतनाम केबीच गहरे आध्यात्मिक संबंध की पुष्टि हुई। ट्रुक लाम बौद्ध मठ एक सर्वोच्च ध्यान केंद्र के रूपमें प्रसिद्ध है, जो प्रकृति से घिरा हुआ है और दलाट में शांति में डूबा हुआ है। भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेष बा डेन माउंटेन नेशनल टूरिस्ट एरिया (ताई निन्ह), क्वान सू पैगोडा (हनोई) और तम चुक पैगोडा (हा नाम) सहित प्रमुख बौद्ध स्थलों पर भी ले जाए जाएंगे, जिससे भारत और वियतनाम केबीच आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक संबंधों को मजबूती मिलेगी। संयुक्तराष्ट्र दिवस वेसाक-2025 की विषयवस्तु ‘मानव सम्मान केलिए एकता और समावेशिता: विश्व शांति और सतत विकास केलिए बौद्ध अंतर्दृष्टि’ है। यह 6 मई से 8 मई तक मनाया जाएगा, इसमें 85 देशों और क्षेत्रों से राष्ट्राध्यक्ष, धार्मिक नेता, जनप्रतिनिधि और विद्वान शामिल होंगे।

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