स्वतंत्र आवाज़
word map

भारतीय नौसेना ने की समुद्री डकैती विफल

भारतीय नौसेना युद्धपोत सुमित्रा का समुद्र में साहसिक कारनामा

नौसेना ने 19 पाकिस्तानियों को सोमालिया के डाकुओं से बचाया

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 30 January 2024 12:11:44 PM

indian navy foiled piracy

कोच्चि। भारतीय नौसेना के युद्धपोत सुमित्रा ने सोमालिया के पूर्वी तट पर एफवी इमान पर समुद्री डकैती के एक और प्रयास को विफल करते हुए समुद्री डकैती के खिलाफ अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है, इसमें मछली पकड़ने वाले जहाज अल नईमी और उसके चालक दल, जिसमें 19 पाकिस्तानी नागरिक भी थे, उन्हें 11 सोमालिया समुद्री डाकुओं से बचाया गया है। भारतीय नौसेना के मिशन में तैनात युद्धपोत की तीव्र प्रतिक्रिया से अपहृत जहाज और चालक दल की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित हो सकी है। गौरतलब हैकि समुद्री डकैती और समुद्री सुरक्षा अभियानों पर भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर क्षेत्र में अपने जहाज तैनात किए हुए हैं, जो समुद्र में सभी जहाजों और नाविकों की सुरक्षा के लिए मुस्तैद हैं। भारतीय नौसेना के स्वदेशी अपतटीय गश्ती युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा को सोमालिया के पूर्व और अदन की खाड़ी में समुद्री डकैती रोधी और समुद्री सुरक्षा अभियानों केलिए तैनात किया गया था।
अदन की खाड़ी अरब सागर में यमन (अरब प्रायद्वीप के दक्षिणी तट) और सोमालिया (अफ्रीका का सींग) के मध्य है। आईएनएस सुमित्रा ने 28 जनवरी को एक ईरानी ध्वज वाले मछली पकड़ने वाले जहाज (एफवी) इमान के अपहरण के संबंध में एक संकट संदेश का जवाब दिया, जिसमें समुद्री डाकुओं द्वारा चालक दल को बंधक बना लिए जाने और सहायता का संदेश था। अपहरणकर्ताओं को आईएनएस सुमित्रा ने रोका और एसओपी का पालन करते हुए जहाज एवं उसके चालक दल (17 ईरानी नागरिक) को 29 जनवरी के शुरुआती घंटों में सुरक्षित रूपसे बचा लिया। एफवी इमान को आगे के पारगमन केलिए छोड़ दिया गया। आईएनएस सुमित्रा को इसके बाद पुन: एक अन्य ईरानी ध्वज वाले मछली पकड़ने वाले जहाज अल नईमी का पता लगाने और उसे रोकने केलिए कार्रवाई में लगाया गया, जिसपर समुद्री डाकुओं ने उसके चालक दल और 19 पाकिस्तानी नागरिकों को बंधक बना लिया था।
भारतीय नौसेना के आईएनएस सुमित्रा ने तेजीसे प्रतिक्रिया करते हुए 29 जनवरी को एफवी को रोक लिया और अपने अभिन्न हेलो एवं नौकाओं की जबरदस्त मुद्रा और प्रभावी तैनाती से चालक दल और जहाज की सुरक्षित रिहाई को मजबूर कर दिया। जहाज पर सोमाली समुद्री डाकुओं द्वारा बंदी बनाए गए चालक दल की जांच केलिए पुष्टिकरण बोर्डिंग की गई। आईएनएस सुमित्रा ने 36 घंटे से भी कम समय में तेज, निरंतर और अथक प्रयासों से कोच्चि के लगभग 850 एनएम पश्चिम में दक्षिणी अरब सागर में 36 चालक दल (17 ईरानी और 19 पाकिस्तानी) केसाथ दो अपहृत मछली पकड़ने वाले जहाजों को बचाया। व्यापारिक जहाजों पर समुद्री डकैती के आगे के कृत्यों केलिए इन मछली पकड़ने वाले जहाजों को मदर शिप के रूपमें उपयोग किया जाता है। भारतीय नौसेना ने समुद्र में नाविकों और जहाजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और सभी समुद्री खतरों के खिलाफ कार्रवाई केलिए क्षेत्र में एकबार फिर अपनी प्रतिबद्धता साबित की है।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]