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'हम रास्ता ढूंढ लेंगे या नया रास्‍ता बना लेंगे'

बीआरओ के निर्माण कार्यों से दुर्गम क्षेत्रों तक पहुंचा विकास

बीआरओ की सभी इकाइयों ने मनाया अपना स्थापना दिवस

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 8 May 2023 12:34:31 PM

all units of bro celebrated their foundation day

पुणे। सीमा सड़क संगठन ने देशभर में अपनी सभी टुकड़ियों में कल अपना 64वां स्थापना दिवस मनाया। मुख्य समारोह 'मुख्य अभियंता और उपकरण प्रबंधन सम्मेलन' पुणे के बीआरओ स्कूल और केंद्र में हुआ, जिसमें रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने बीआरओ तकनीकी प्रशिक्षण परिसर और एक ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रैक का उद्घाटन किया। इन सुविधाओं से बीआरओ कर्मियों के प्रशिक्षण मानकों में वृद्धि होगी और उन्हें विभिन्न चुनौतियों केलिए बेहतर तरीके से तैयार होने में मदद करेंगी। इस अवसर पर डिजिटल इंडिया पहल के भाग के रूपमें विकसित बीआरओ-केंद्रित सॉफ्टवेयर भी लॉंच किया गया। इससे भर्ती प्रबंधन प्रणाली, इलेक्ट्रॉनिक मापन पुस्तक और कार्य प्रबंधन प्रणाली को सुचारू, तेज आउटपुट और बढ़ी हुई पारदर्शिता केलिए बीआरओ के कामकाज के विभिन्न पहलुओं को स्वचालित करने केलिए विकसित किया गया है।
बीआरओ और जीआरएसई केबीच स्वदेशी क्लास 70 आर डबल लेन मॉड्यूलर पुलों के निर्माण केलिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। ये पुल सशस्त्र बलों की परिचालन तैयारियों को सुदृढ़ बनाने में सहायता करेंगे। एक संगठन के रूपमें क्रमिक रूपसे विकसित होने केलिए बीआरओ ने कई दस्तावेजों की अवधारणा की है, जिसमें 'बीआरओ Vision@2047' पर एक मोनोग्राफ, सड़क के नारों पर सार-संग्रह, चिकित्सा प्रतिष्ठानों का सुधार और मानकीकरण, बीआरओ परिसंपत्तियों की निगरानी केलिए उपग्रहों के उपयोग सहित रक्षा उत्कृष्टता, नवाचारों केलिए गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशालाएं, पुलों का डिजाइन और समस्या विवरण शामिल हैं। रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क निदेशालय की प्रकाशित पाक्षिक पत्रिका सैनिक समाचार के विशेष बीआरओ संस्करण का रक्षा राज्यमंत्री ने अनावरण किया। संस्करण में उपलब्धियों, जारी परियोजनाओं और बीआरओ के इतिहास को शामिल किया गया है।
रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने बीआरओ की सभी रैंकों को उनके समर्पण और कठिन परिश्रम केलिए बधाई देते हुए कहाकि उनकी निर्मित सड़कों, पुलों और सुरंगों ने न केवल सशस्त्र बलों की परिचालन तैयारियों को बढ़ाया है, बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों का सामाजिक एवं आर्थिक विकास सुनिश्चित करने में भी सहायता की है। उन्होंने सेला सुरंग और नेचिपु सुरंग परियोजनाओं में उल्‍लेखनीय प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। रक्षा राज्यमंत्री ने सीमा क्षेत्र के विकास को सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नया भारत अभूतपूर्व गति से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहाकि हम पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं और कई देशों को सैन्य उपकरण निर्यात कर रहे हैं। उन्होंने कहाकि यह नया भारत मजबूत है और अपने स्‍वयं के हितों की रक्षा करने में समर्थ है। सीमा सड़क के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने सभी रैंकों से उत्साह और समर्पण केसाथ काम करना जारी रखने की अपील की।
सीमा सड़क के महानिदेशक ने विश्वास जतायाकि बीआरओ 'हम या तो रास्ता ढूंढ लेंगे या एक नया रास्‍ता बना लेंगे' के मंत्र के अनुरूप उभरती चुनौतियों का सामना करेगा। बीआरओ ने छह दशक से अधिक समय में भारत की सीमाओं और भूटान, म्यांमार, अफगानिस्तान और तजिकिस्तान सहित मित्र देशों में चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में 61000 किलोमीटर से अधिक सड़कों, 900 से अधिक पुलों, चार सुरंगों और 19 हवाई क्षेत्रों का निर्माण किया है। वर्ष 2022-23 में बीआरओ ने 103 अवसंरचना परियोजनाओं को पूरा किया, जो संगठन की एक वर्ष में सबसे अधिक संख्‍या है। इनमें पूर्वी लद्दाख में श्योक ब्रिज और अरुणाचल प्रदेश में अलॉन्ग-यिंकिओनग रोड पर लोड क्लास 70 का स्टील आर्क सियोम ब्रिज का निर्माण शामिल है। बीते एक वर्ष के दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने रणनीतिक महत्व की इसी तरह की अन्य परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया गया है।

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