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'खेलों को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएं'

खेल क्षेत्र में भारत में प्रतिभाओं की कमी नहीं है-उपराष्ट्रपति

बेंगलुरु में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2021 का उद्घाटन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 25 April 2022 04:24:20 PM

khelo india university games-2021 inaugurated in bengaluru

बेंगलुरु। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु ने कॉलेज में प्रवेश और विभिन्न विभागों में पदोन्नति में खिलाड़ियों को कुछ अतिरिक्त अंक देने की अपील की है। उन्होंने कहाकि इस तरहके प्रोत्साहन देशमें खेलों को बढ़ावा देने में काफी मददगार साबित होंगे। बेंगलुरु में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2021 के उद्घाटन पर जनसभा को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने अपने मूल कीओर लौटने का आह्वान किया और सभी हितधारकों से अपने देसी तथा ग्रामीण खेलों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने को कहा। उपराष्‍ट्रपति ने इस तथ्यपर प्रसन्नता व्यक्त कीकि खेलो इंडिया के इस संस्करण में पहलीबार शुरू किएगए योगासन और मल्लखंब जैसे देसी खेलों केसाथ 20 खेल विधाएं शामिल होंगी। उन्होंने कहाकि यह हमारे ग्रामीण और देसी खेलों को संरक्षित रखने तथा बढ़ावा देने केलिए काफी महत्वपूर्ण है, जो परंपरा में निहित हैं और हमारी सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा हैं।
खेल कार्यकलापों को ग्रामस्तर तक प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने केंद्र, राज्य और स्थानीय निकायों के संयुक्त प्रयासों से जमीनी स्तरपर आवश्यक खेल संबंधी बुनियादी ढांचे को विकसित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहाकि ये सब मिलकर भारतीय खेल क्षमता को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। राजनीति सहित जीवन के सभी क्षेत्रोंमें खिलाड़ी भावना को बढ़ावा देने की अपील करते हुए उन्होंने कहाकि खेल हमें धैर्य, दृढ़ता और जीत या हार को समभाव से लेने की बात सिखाते हैं। उन्होंने सभीसे खेलों को अपने दैनिक जीवन का अभिन्न अंग बनाने की अपील की। खेलों पर जोर देने केलिए नई शिक्षा नीति-2020 की सराहना करते हुए उपराष्ट्रपति ने अंतर्राष्‍ट्रीय मानकों के अनुरूप खेल स्थलों के बड़े पैमाने पर उन्नयन केलिए कर्नाटक की सराहना की। उन्होंने कहाकि खेल के क्षेत्र में भारतमें प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है और इस विशाल प्रतिभा पूल की शीघ्र पहचान करने, उसे पर्याप्त प्रशिक्षण एवं सहायता प्रदान करने की दिशा में प्रयास करने की अपील की।
खेलो इंडिया को एक प्रशंसनीय पहल बताते हुए उन्होंने कहाकि इससे न सिर्फ सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं के शीघ्र पहचान में मदद मिलेगी, बल्कि यहभी सुनिश्चित करेगा कि खेल केप्रति उत्साही लोगों को सफल होने का समान अवसर मिले। उपराष्ट्रपति ने कहाकि खेलकूद एवं क्रीड़ा से व्यक्ति की शारीरिक तंदुरुस्ती सुनिश्चित होती है और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के माध्यम से उत्कृष्टता प्राप्त करने की इच्छा को जगाने के अलावा अनुशासन और टीम भावना विकसित होती है। खेलकूद या योग को छोटी उम्रसे ही स्कूली पाठ्यक्रम का अभिन्न अंग बनाने का आह्वान करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहाकि हमें बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों को खेल या किसी अन्य शारीरिक कार्यकलाप में नियमित रूपसे भाग लेकर तंदुरुस्त रहने केलिए प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंने युवाओं को निष्क्रिय जीवन शैली और जंक फूड यानी अस्वास्थ्यकर भोजन से बचने और इसके बजाय सही तरीकेसे पका हुआ पारंपरिक भारतीय भोजन खाने की सलाह दी।
उपराष्ट्रपति ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2021 को पहलीबार हरित खेल घोषित करने केलिए आयोजकों की सराहना की, जिसके तहत इन खेलों के संचालन में गैर-प्लास्टिक और दोबारा इस्तेमाल होने योग्य सामग्री के उपयोग को बढ़ावा देने केलिए सभी प्रकार की कोशिशें की जा रही हैं। उपराष्ट्रपति ने कहाकि अन्य आयोजनों के आयोजक इन अच्छी प्रथाओं का पालन करना चाहिए। वेंकैया नायडु ने खेलों को प्रोत्साहन देने केलिए खेलों के सह-मेजबान मानित होनेवाले जैन यूनिवर्सिटी की भी प्रशंसा की। उद्घाटन समारोह के दौरान, कलाकारों और खिलाड़ियों ने मल्लखंब प्रदर्शन, कलाबाजी प्रदर्शन और आजादी का अमृत महोत्सव प्रदर्शित करने वाले नृत्य अनुक्रम सहित अपनी कला का प्रदर्शन किया। कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज एस बोम्मई, केंद्रीय युवा मामले और खेल एवं सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, कर्नाटक सरकार के युवा अधिकारिता, खेल और रेशम उत्पादन मंत्री डॉ केसी नारायण गौड़ा, देशभर के खिलाड़ी उद्घाटन समारोह में शामिल हुए।

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