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मणिपुर-त्रिपुरा केबीच चली पहली जनशताब्दी

रेलमंत्री और पर्यटन मंत्री ने ट्रेनों को झंडी दिखाकर रवाना किया

मणिपुर, त्रिपुरा और दक्षिण असम के लोगों की मांग पूरी हुई

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Sunday 9 January 2022 02:21:41 PM

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नई दिल्ली। रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव और संस्कृति, पर्यटन, उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री जी किशन रेड्डी ने रेलवे बोर्ड से वीडियो लिंक के माध्यम से असम होते हुए मणिपुर और त्रिपुरा राज्यों को जोड़ने वाली पहली जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेल मंत्रालय केसाथ सहयोग करने और उनका त्वरित निष्पादन सुनिश्चित करने केलिए सभी हितधारकों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहाकि उत्तर पूर्वी क्षेत्र केलिए प्रधानमंत्री के मन में एक विशेष स्थान है और उन्होंने हमेशा ही उत्तर पूर्वी क्षेत्र की परियोजनाओं का त्वरित निष्पादन करने केलिए सभी हितधारकों का आह्वान किया है। अगरतला-जिरीबाम-अगरतला को जोड़ने वाली इन विशेष रेलगाड़ियों की मणिपुर, त्रिपुरा और दक्षिण असम के लोगों की लंबे समय मांग थी, जो पूरी हो गई है। जी किशन रेड्डी ने कहाकि ये विशेष ट्रेनें इन शहरों केबीच एक महत्वपूर्ण कड़ी का काम करेंगी और यात्री संपर्क, व्यापार एवं पर्यटन को बढ़ावा देंगी। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तर पूर्वी क्षेत्र अपने विकास में महत्वपूर्ण प्रगति प्राप्त कर रहा है।
पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहाकि उत्तर पूर्वी राज्यों केप्रति नरेंद्र मोदी सरकार की प्राथमिकता इन बातों से स्पष्ट हैकि पिछले 7 वर्ष में बजटीय आवंटन 2014-2015 में 36,107.56 करोड़ रुपये से बढ़कर 2020-2021 में 68,020 करोड़ रुपये, मतलब लगभग दोगुना हो चुका है। उन्होंने कहाकि अभूतपूर्व विकास पहल और ढांचागत विकास के माध्यम से उत्तर पूर्वी क्षेत्र देश का विकास इंजन बनने केलिए पूर्ण रूपसे तैयार है। जी किशन रेड्डी ने इन बातों पर भी प्रकाश डालाकि यह क्षेत्र प्राकृतिक रूपसे प्रचुर संसाधनों से संपन्न है और उत्तर पूर्वी के 8 राज्यों के पास विभिन्न क्षेत्रों में वैश्विक केंद्र बनने की अपनी अंतर्निहित क्षमता है, चाहे वह कृषि, बागवानी, जैविक खेती, वस्त्र, पर्यटन आदि हो। उन्होंने कहाकि अच्छी कनेक्टिविटी सभी स्तर पर प्रगति प्राप्त करने और सभी क्षेत्रों की वास्तविक क्षमता को साकार करने का एक माध्यम है और हीरा मॉडल की दिशा में लगातार काम करने वाले सरकार के प्रयास केबारे में बात की, जो राजमार्गों, इंटरनेट, रेलवे और वायुमार्ग को प्राथमिकता प्रदान करते हैं। जी किशन रेड्डी ने कहाकि राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण में पिछले 7 वर्ष में सड़क की लंबाई में 25 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोत्तरी हुई है और काम की प्रभावशाली प्रगति से यह स्पष्ट हैकि 85,631 करोड़ रूपये की सड़क और राजमार्ग परियोजनाएं वर्तमान समय में आठ उत्तर पूर्वी राज्यों में चल रही हैं और अगले दो वर्ष केलिए 80,000 करोड़ रुपये की अन्य परियोजनाओं को शुरूआत करने की भी योजना है।
जी किशन रेड्डी ने पहाड़ी इलाकों में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने केलिए रेलवे की विभिन्न पहलों केलिए रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को आभार व्यक्त किया। उन्होंने 56,553 करोड़ रुपये की कुल लागत से शुरू की गई 14 नई रेल लाइन परियोजनाओं पर प्रकाश डाला और कहाकि पूंजी संपर्क परियोजना लगभग सभी क्षेत्रों में अवसरों के नए द्वार खोल रही है और भविष्य केलिए विकास का आधार तैयार कर रही है। जी किशन रेड्डी ने भारत को बांग्लादेश रेल नेटवर्क से जोड़ने वाली 972.5 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किए जा रही महत्वपूर्ण अगरतला-अखौरा परियोजना पर भी ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कहाकि हवाई संपर्क में भी अभूतपूर्व सुधार प्राप्त हुआ है, गुवाहाटी देश का सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में से एक बन चुका है और उत्तर पूर्वी क्षेत्र में दो प्रमुख राजधानी ग्रीन फील्ड हवाई संपर्क परियोजनाओं की शुरूआत की जा रही हैं-होलोंगी-ईटानगर, अरुणाचल प्रदेश में 955.37 करोड़ रुपये की लागत से और सिक्किम के पाकयोंग हवाई अड्डे को 553.53 करोड़ रुपये की लागत से मंजूरी प्रदान की गई है।
असम में अरुणाचल स्टेशन (सिलचर) से गुजरते हुए मणिपुर से त्रिपुरा केलिए पहली जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन को दो टर्मिनल स्टेशनों जिरीबाम और अगरतला के अलावा सिलचर, बदरपुर, न्यू करीमगंज, धर्मनगर और अंबासा जैसे कुछ महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक शहरों से गुजारा जाएगा। ट्रेन के माध्यम से यात्रा करने का समय लगभग आधे से भी कम हो जाएगा, क्योंकि सड़क मार्ग से 300 किलोमीटर की दूरी तय करने में लगने वाले यात्रा का समय लगभग 12 घंटे या उससे ज्यादा है, जिसके मुकाबले यह 6 घंटे का होगा। इससे इन तीनों राज्यों सहित इस क्षेत्र में व्यापार, पर्यटन और परिवहन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। वर्तमान समय में मणिपुर और त्रिपुरा के बीच कोई सीधी ट्रेन संपर्क नहीं है और वर्तमान समय में अगरतला और सिलचर के बीच केवल एक ट्रेन सुबह के समय चलती है। अब जनशताब्दी ट्रेन मणिपुर के लोगों को शैक्षिक और स्वास्थ्य सुविधाओं की प्राप्ति केलिए त्रिपुरा जाने केलिए सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगी और त्रिपुरा के लोगों को भी अपने क्षेत्र के अर्थव्यवस्था का समग्र विकास करने हेतु व्यापार, पर्यटन आदि का बढ़ावा करने केलिए मणिपुर की यात्रा करने का अवसर प्राप्त होगा।
ट्रेन संख्या 12097/12098 अगरतला-जीरीबम-अगरतला जनशताब्दी एक्सप्रेस की त्रि-साप्ताहिक सेवा 10-01-2022 सोमवार से सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को निर्धारित समय से शुरू होगी। यह ट्रेन अगरतला से 6 बजे रवाना होकर 12 बजे जीरीबम पहुंचेगी और वापस होते समय जीरीबम से 16-00 बजे रवाना होकर 22-00 बजे अगरतला पहुंचेगी। मणिपुर के मुख्यमंत्री नोंगथोम्बम बीरेन सिंह और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब, विदेश और शिक्षा राज्यमंत्री डॉ राजकुमार रंजन सिंह, सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्यमंत्री प्रतिमा भौमिक, वुंगज़ागिन वाल्टे परिवहन और जीएडी, जनजातीय कार्य और हिल्स मंत्री मणिपुर सरकार प्रणजीत सिंघा रॉय, परिवहन, पर्यटन, कृषि और किसान कल्याण मंत्री त्रिपुरा सरकार, सांसद झरना दास बैद्य, महाराजा लैशेम्बा सनाजाउबा, एमसी मैरी कॉम, रेबती त्रिपुरा, कृपानाथ मल्लाह, डॉ लोरहो एस फोज़े, विधायक मिमी मजूमदार, राजकुमार इमो सिंह और अशब उद्दीन भी उद्घाटन कार्यक्रम में ऑनलाइन शामिल हुए।

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