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Saturday 11 December 2021 02:23:53 PM
रांची। राष्ट्रीय महिला आयोग ने साइबर दुनिया में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने केलिए 'वी थिंक डिजिटल' कार्यक्रम केतहत ऑनलाइन उत्पीड़न, पीछा करना, वित्तीय धोखाधड़ी जैसे साइबर सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर संकटग्रस्त महिलाओं की मदद केलिए एक ऑनलाइन संसाधन केंद्र शुरू किया है। यह कार्यक्रम महिला आयोग, फेसबुक और साइबर पीस फाउंडेशन केसाथ आपसी सहयोग से चला रहा है। ऑनलाइन संसाधन केंद्र का उद्घाटन झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस और राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने रांची में साइबर पीस फाउंडेशन के संस्थापक और निदेशक मेजर विनीत कुमार की उपस्थिति में किया। डिजिटल शक्ति के रूपमें इस परियोजना को 2018 में लॉंच किया गया था, जिसका उद्देश्य देशभर की महिलाओं को साइबर अपराध का प्रभावी तरीके से मुकाबला करने केलिए प्रशिक्षित करना था।
ऑनलाइन संसाधन केंद्र के शुभारंभ पर रेखा शर्मा ने कहाकि यह संसाधन केंद्र महिलाओं की सुरक्षा केलिए मील का पत्थर सिद्ध होगा, क्योंकि यह महिलाओं को प्रौद्योगिकी के सुरक्षित उपयोग को सीखने में मदद करेगा और उन्हें ऑनलाइन खतरों से सुरक्षित रहने में भी सहायता प्रदान करेगा। यह ऑनलाइन उपस्थिति केलिए सूचना और समर्थन के स्रोत के रूपमें कार्य करेगा। उन्होंने कहाकि यह केंद्र महिलाओं के खिलाफ साइबर हिंसा से मुकाबला करने में महिलाओं की मदद करेगा और उनके खिलाफ तकनीकी दुरुपयोग को रोकने में भी सहायता प्रदान करेगा। उन्होंने कहाकि यह केंद्र पोस्टर, जागरुकता वीडियो, क्विज़ और स्वयं सीखने के तरीके आदि के रूपमें साइबर सुरक्षा पर जानकारी प्रदान करेगा, जिनमें सुरक्षित उपयोग तथा साइबर अपराधों की रिपोर्टिंग और निवारण केलिए टिप्स केसाथ पाठ भी शामिल होंगे। उपयोगकर्ताओं को वेबसाइट पर साइबर सुरक्षा के विभिन्न विषयों पर संक्षिप्त जानकारी प्राप्त होगी।
संसाधन केंद्र का ई-लर्निंग अनुभाग भी उपयोगकर्ताओं को पाठ्यक्रम के माध्यम से प्राप्त ज्ञान केस्तर की जांच केलिए एक संक्षिप्त मूल्यांकन करने का विकल्प देगा, यदि कोई महिला किसी साइबर अपराध का सामना करती है तो संसाधन केंद्र रिपोर्टिंग के सभी तरीकों की जानकारी प्रदान करेगा। यह साइबर अपराध के मुद्दों पर रिपोर्टिंग की चरण-दर-चरण प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्रदान करेगा, जिनमें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर रिपोर्टिंग, वेबसाइट से सामग्री को हटाना आदि शामिल होंगे। इस परियोजना ने 1,75,000 से अधिक महिलाओं को जागरुक एवं संवेदनशील बनाया है। तीनों संगठनों केबीच साझेदारी फिलहाल तीसरे चरण में है और इसका लक्ष्य 1.5 लाख महिलाओं को जागरुक एवं संवेदनशील बनाना है। संसाधन केंद्र केबारे में www.digitalshakti.org पर जानकारी प्राप्त की जा सकती है।