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एचबीटीयू का गौरवशाली इतिहास-राष्ट्रपति

'छात्रों में नवाचार और उद्यमिता की भावना का समावेश करें'

'वर्ष 2047 तक देश के शीर्ष 25 संस्थानों में हो एचबीटीयू'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 26 November 2021 03:19:38 PM

president kovind in harcourt butler technical university in kanpur

कानपुर। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा हैकि हरकोर्ट बटलर तकनीकी विश्वविद्यालय जैसे शैक्षणिक संस्थानों को अपने छात्रों में नवाचार और उद्यमिता की भावना का समावेश करना चाहिए। राष्ट्रपति ने यह बात कानपुर में हरकोर्ट बटलर तकनीकी विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहाकि एचबीटीयू को तेल, पेंट, प्लास्टिक और खाद्य प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में उसके योगदान केलिए जाना जाता है और इस संस्थान का एक गौरवशाली इतिहास है, जो 20वीं सदी के प्रारंभ सेही देश में हो रहे औद्योगिक विकास से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहाकि एचबीटीयू की प्रौद्योगिकी और मानव संसाधनों का कानपुर को मैनचेस्टर ऑफ द ईस्ट, लैदर सिटी ऑफ वर्ल्ड तथा औद्योगिक हब के रूपमें प्रसिद्धि दिलाने में महत्वपूर्ण स्थान रहा है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहाकि जब एचबीटीयू अपनी शताब्दी समारोह मना रहा है, देश आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। उन्होंने कहाकि वर्ष 2047 में जब पूरा देश स्वतंत्रता की शताब्दी मना रहा होगा, तब एचबीटीयू अपनी स्थापना की 125 वर्ष पूरे कर रहा होगा। राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क में एचबीटीयू की मौजूदा 166वीं रैंकिंग की ओर इशारा करते हुए राष्ट्रपति ने कहाकि एचबीटीयू के सभी हितधारकों का यह प्रयास होना चाहिएकि वर्ष 2047 तक यह विश्वविद्यालय देश के शीर्ष 25 संस्थानों में स्थान हासिल करे। उन्होंने इस बात पर जोर दियाकि इस लक्ष्य को हासिल करने केलिए दृढ़ संकल्प केसाथ काम करना होगा और उन्हें विश्वास हैकि सभी हितधारक एचबीटीयू और देश को नई ऊंचाइयों पर लेजाने केलिए अपनी ओर से हर संभव प्रयास करेंगे।
भारत में नवाचार और प्रौद्योगिकी विकास की जरूरत पर जोर देते हुए उन्होंने कहाकि विश्व में केवल वे ही देश सबसे आगे रहते हैं, जो नवाचार और नई तकनीक को प्राथमिकता देते हैं तथा अपने नागरिकों को भविष्य की चुनौतियों का सामना करने केलिए लगातार सक्षम बनाते रहते हैं। रामनाथ कोविंद ने कहाकि हमारे देश ने प्रौद्योगिकी क्षेत्र में भी अपनी साख बढ़ाई है, लेकिन हमें अभीभी लंबा सफर तय करना है, इस संदर्भ में एचबीटीयू जैसे संस्थाओं की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है। राष्ट्रपति ने कहाकि छात्रों को प्रारंभ सेही ऐसा माहौल उपलब्ध कराया जाना चाहिए, जिससे वे 'नौकरी मांगने वाले' के स्थान पर 'नौकरी देने वाले' बनकर देश के विकास में अपना योगदान दे सकें। राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने पूरे देश में ऐसे कई शिक्षण संस्थानों के दीक्षांत समारोह में भाग लिया है, जहां उन्होंने लड़कियों का बहुत प्रभावशाली प्रदर्शन देखा है, परंतु तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में छात्राओं की भागीदारी संतोषजनक नहीं है।
रामनाथ कोविंद ने कहाकि समय की यह मांग हैकि अधिक से अधिक लड़कियों को तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में आगे आने केलिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए, इससे महिलाओं के सशक्तिकरण को भी प्रोत्साहन मिलेगा। राष्ट्रपति ने कहाकि देश के शहरी निकायों के स्वच्छ सर्वेक्षण में कानपुर शहर जो 2016 में 173वें स्थान पर था, वर्ष 2021 में छलांग लगाकर 21वें स्थान पर पहुंचा है। उन्होंने कहाकि वह कानपुर के लोगों को जानते हैं, अगर वे कुछ करने की ठान लेते हैं तो उसे अवश्य हासिल करते हैं। उन्होंने लोगों से शहर की स्वच्छता के लक्ष्य को जन आंदोलन बनाने का अनुरोध किया और यह विश्वास व्यक्त कियाकि कानपुर का प्रशासन नगरनिगम इंदौर शहर से प्रेरणा लेगा, जो स्वच्छता में देश में लगातार पहले स्थान पर चल रहा है, कानपुर को देश के पांच सबसे स्वच्छ शहरों में स्थान हासिल करने का प्रयास करना चाहिए।

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