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खेलमंत्री ने पैरालंपिक थीम गीत जारी किया

दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ी संजीव सिंह का गीत 'कर दे कमाल तू'

'शारीरिक बाध्यता का सामना करें व खुद को कमतर न समझें'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 4 August 2021 02:21:35 PM

sports minister releases paralympic theme song

नई दिल्ली। युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने भारतीय पैरालंपिक दल का थीम गीत 'कर दे कमाल तू' को जारी किया, जिसे दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ी संजीव सिंह ने लिखा और गाया है, जो लखनऊ के रहने वाले हैं। भारतीय पैरालंपिक समिति का विचार था कि समावेशिता के प्रतीक के रूपमें दिव्यांग समुदाय के किसी व्यक्ति से गीत लिखवाया जाए। इस गीत के बोल न केवल खिलाड़ियों में जोश भरते हैं, बल्कि किसी भी तरह की शारीरिक बाध्यता का सामना करने वाले व्यक्तियों को भी प्रेरणा देते हैं कि वे खुद को कभी कमतर न समझें और यह कि वे हर क्षेत्र में चमत्कार कर सकते हैं। खेलमंत्री ने कहा कि भारत, टोक्यो ओलंपिक की 9 खेल प्रतिस्पर्धाओं में 54 पैरा-खिलाड़ियों के साथ अपना अबतक का सबसे बड़ा दल भेज रहा है। उन्होंने कहा कि हम उनके खेल को गौर से देखेंगे और उनकी इस अविश्वसनीय यात्रा के साक्षी बनेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे पैरा-एथलीटों का दृढ़ संकल्प उनकी असाधारण मानवीय भावना को दिखाता है।
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रियो 2016 पैरालंपिक खेलों के खिलाड़ियों से मुलाकात की थी और वे हमेशा हमारे खिलाड़ियों के कल्याण केलिए गहरी रुचि रखते हैं, उन्होंने सदैव देशभर में खेल संबंधी बुनियादी ढांचे के विकास के साथ-साथ प्रतिभा के पोषण केलिए सरकार के दृष्टिकोण पर ध्यान दिया है। खेल मंत्री ने भारत की पैरालंपिक समिति और इसकी अध्यक्ष दीपा मलिक को भी बधाई दी, जिन्होंने यह सुनिश्चित किया कि हमारे खिलाड़ी बेहतर तरीके से तैयार हों और सर्वश्रेष्ठ सुविधाएं प्राप्त कर सकें। गीत के रचयिता और गायक संजीव सिंह ने अपने विचार साझा करते हुए बताया कि उन्होंने यह महसूस किया कि यह केवल उनके लिए ही नहीं बल्कि पूरे समूह के लिए गौरव का पल है, वास्तव में यह रियो 2016 पैरा गेम्स में खिलाड़ी के तौरपर डॉ दीपा मलिक की उपलब्धि है, जिनसे उन्हें उनपर कविता लिखने की प्रेरणा मिली और जिसने इस थीम-सॉन्ग का रूप लिया है। संजीव कहते हैं कि वे यही चाहते हैं कि यह गीत पैरा-एथलीटों को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करे, वे अपने जीवन में पहले से ही विजेता हैं, लेकिन अगर वे जीत के साथ पदक प्राप्त करते हैं तो उस पदक के साथ पूरे देश का ध्यान उनकी ओर आकर्षित होगा और देश भी गौरवांवित होगा।
पीसीआई की अध्यक्ष दीपा मलिक ने कहा कि भारतीय पैरालंपिक समिति की अध्यक्ष और आजादी का अमृत महोत्सव से संबंधित राष्ट्रीय समिति का सदस्य होने के नाते मैं इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इंडिया@75 के समावेशी भारत के सपने को आगे बढ़ाने की दिशा में एक अवसर के तौरपर देखती हूं। उन्होंने कहा कि भारत में पैरालंपिक अभियान ने बहुत ही कम समय में बहुत बड़ा आकार ले लिया है और पैरा स्पोर्ट्स की इस अभियान को आगे बढ़ाने में सबसे बड़ी भागीदारी है, भारत में पैरा-स्पोर्ट्स को मुख्यधारा में लाने की जरूरत है। दीपा मलिक ने कहा कि यह थीम गीत भारतीय पैरालंपिक दल के मनोबल को बढ़ाने केलिए रचा गया है। उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि थीम सॉन्ग को सुनकर और ज्यादा से ज्यादा शेयर करके पैरालंपिक खेलों केलिए अपना समर्थन जाहिर करें। पीसीआई के महासचिव गुरशरण सिंह ने कहा कि यह गीत खिलाड़ियों को प्रेरणा देगा और उन्हें अनुभूति होगी कि पूरा देश उनके पीछे खड़ा है, जब पैरालंपिक्स में तिरंगा ऊपर फहराया जाएगा तो देश को गर्व महसूस होगा। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि इस गीत को सुनकर खिलाड़ियों में जोश आ जाए और उन्हें प्रेरणा मिले। इस बार रिकॉर्ड 54 पैरा-एथलीट 9 अलग-अलग खेलों में हिस्सा लेने जा रहे हैं। कई खिलाड़ी ऐसे हैं, जिन्होंने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर इन खेलों में अपनी जगह बनाई है, जो इनसे पदक की उम्मीदों को बढ़ाता है। 

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