प्रयास आसनसोल ने हिंदी अकादमी आसनसोल के सहयोग से कथाकार काशीनाथ सिंह के रचनाकर्म पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी (सृजन संवाद 3) का 2 दिसंबर 2012 को आसनसोल नगर निगम सभागार में आयोजन किया। संगोष्ठी में काशीनाथ सिंह को सृजन सम्मान 2012 से सम्मानित किया गया, साथ ही साहित्यिक पत्रिका संबोधन के काशीनाथ सिंह विशेषांक का विमोचन...
काया के पिंजरे में कैद हंसा-सी फड़फड़ाती वह पवित्र आत्मा, जो जीवन भर एक फिरंगी लेखक की बेवफाई और जमाने भर की रूसवाई का दंश सहती रही, अंतत: अनंत में विलीन हो गई। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के सीमांत डिंडौरी जिले के धुर जंगलों में बसे गुमनाम गांव रैतवार की कोसीबाई को उसका प्रारब्ध डॉ हैरी वारियर एल्विन जैसे महान शोधकर्ता लेखक तक खींच ले गया था, जो बाद में उसके लिए परम छलिया सिद्ध हुए। साहचर्य...
नई संस्कृति में लेखन का उद्देश्य बदल गया है और लेखकीय प्रतिभा के मानदण्ड भी बदल गये हैं। जिस प्रकार अमृत की प्राप्ति के लिये भेष बदलकर देवताओं की पंक्ति में बैठे राहु को देवता भी नहीं पहचान सके थे, उसी प्रकार आज पाठकों के लिये असली और नकली लेखकों की पहचान कठिन हो गई है।...