स्वतंत्र आवाज़
word map

कहानीकार महावीर शर्मा का निधन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

महावीर शर्मा-mahavir sharma

लंदन। प्रख्यात ग़ज़लकार, कहानीकार एवं पत्रकार महावीर शर्मा का 17 नवंबर की सुबह निधन हो गया। वे काफ़ी लम्बे समय से कोलाइटिस (आंत्रशोथ) से पीड़ित थे और पिछले दो सप्ताह से अस्पताल में थे। महावीर शर्मा अपने ब्लॉग में सक्रिय रहते थे जिसके माध्यम से उन्होंने भारत के बाहर सृजन कर रहे साहित्यकारों को एक मंच उपलब्ध करवाया। वरिष्ठ ग़ज़लकार प्राण शर्मा भी इस ब्लॉग पर महावीर शर्मा के साथ मिल कर काम कर रहे थे। उनके निधन पर प्राण शर्मा ने कहा कि हिन्दी जगत ने एक महत्वपूर्ण लेखक और एक नेक इन्सान खो दिया है। उनका स्थान कभी कोई और साहित्यकार नहीं ले सकता। कथा यूके के महासचिव तेजेंद्र शर्मा ने महावीर शर्मा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि साहित्यजगत उनके शोक में डूबा है। उन्होंने लंदन में रहकर भी हिंदी साहित्य की अनुकरणीय सेवा की है और हिंदी साहित्य जगत में अपना महत्वपूर्ण स्थान बनाया है।

भारत में दिल्ली में जन्में महावीर शर्मा ने पंजाब विश्वविद्यालय से एमए किया और लन्दन विश्वविद्यालय एवं ब्राइटन विश्वविद्यालय में गणित, ऑडियो विज़ुअल एड्स, स्टटिस्टिक्स और उर्दू का भी अध्ययन किया। भारत में उन्होंने सामाजिक जीवन के शुरूआती दौर में भारतीय घुमन्तूजन, सेवक संघ के अन्तर्गत राजस्थान रीजनल ऑर्गनाइज़र के रूप में कार्य किया। सन् 1982 तक उन्होंने भारत, इंग्लैण्ड और नाइजीरिया में अध्यापन कार्य किया। उनका अनेक एशियन संस्थाओं से संपर्क रहा । तीन वर्ष तक वे एशियन वेलफेयर एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी रहे और सन् 1992 में स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति के पश्चात लन्दन में ही बस गए। सन् 1960 से 1964 तक उनके महावीर यात्रिक के नाम से कुछ हिन्दी और उर्दू की मासिक और साप्ताहिक पत्रिकाओं में कविताएं, कहानियां और लेख प्रकाशित होते रहे। एक समय तक वे रंग-मंच से भी जुड़े रहे। महावीर शर्मा के दिल्ली से प्रकाशित हिंदी पत्रिकाओं कादम्बिनी, सरिता, गृहशोभा, पुरवाई (यूके), हिन्दी चेतना (अमेरिका), पुष्पक, इन्द्र दर्शन (इंदौर), कलायन, गर्भनाल, काव्यालय, निरंतर, अभिव्यक्ति, अनुभूति, साहित्यकुञ्ज, महावीर, मंथन, अनुभूति कलश, अनुगूंज, नई सुबह, ई-बज़्म आदि अनेक जालघरों में हिन्दी और उर्दू भाषा में कविताएं ,कहानियां और लेख प्रकाशित हुए हैं।

महावीर शर्मा के पुत्र राज शर्मा को दुनिया भर के हिंदी साहित्यकारों और विभिन्न क्षेत्रों के महत्वपूर्ण लोगों ने शोक संदेश भेजकर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। लंदन में काउंसलर ज़कीया ज़ुबैरी, डॉ गौतम सचदेव, डॉ कृष्ण कुमार, दिव्या माथुर, उषा राजे सक्सेना, जय वर्मा, कादम्बरी मेहरा, रूप सिंह चंदेल, नीना पॉल, जयप्रकाश मानस संपादक सृजनगाथा, शिखा वार्ष्णेय, दिनेश शर्मा संपादक स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम आदि के शोक संदेश प्राप्त हुए।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]