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'लोगों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरुकता की जरूरत'

सुषमा और गडकरी ने दिखाई मोटरकार रैली सुरक्षा यात्रा को झंडी

देश और विदेश में गांधीवादी मूल्यों और सड़क सुरक्षा का प्रचार

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 5 February 2019 02:24:41 PM

flagging off the motor rally at the inauguration of the 30th national road safety week

नई दिल्ली। भारत सरकार में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और सड़क यातायात एवं राजमार्ग, नौवहन और जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती की स्मृति में दिल्ली के राजघाट से मोटरकार रैली सुरक्षा यात्रा को झंडी दिखाकर रवाना किया। यह कार्यक्रम 30वें राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह का हिस्सा है। यह रैली गांधीजी से जुड़े ऐतिहासिक स्थानों से होकर गुजरेगी, जो भारत के साथ बंग्लादेश और म्यांमार में भी हैं। सुरक्षा यात्रा भारत में साबरमती, पोरबंदर, डांडी, यरवदा, सेवाग्राम, जबलपुर, लखनऊ, गोरखपुर, चौरीचौरा, चंपारण, शांति निकेतन और कोलकाता से होते हुए बांग्लादेश में ढाका जाएगी। यात्रा का समापन 24 फरवरी को म्यांमार में यांगून में होगा। इस तरह यह यात्रा 7250 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। इस दौरान पूरे मार्ग में सड़क सुरक्षा का प्रचार किया जाएगा।
सड़क यातायात एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस अवसर पर कहा कि रैली का उद्देश्य सत्य और अहिंसा के गांधीजी के संदेश को फैलाना है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के आदर्श आज भी बहुत प्रासंगिक हैं और दुनियाभर के लोग उन आदर्शों का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि गांधीजी समाज के लिए प्रेरणा हैं और उनकी 150वीं जयंती पर इस रैली के आयोजन से लोगों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरुकता पैदा होगी। उल्लेखनीय है कि सड़क दुर्घटनाएं रोकने के लिए सड़क यातायात एवं राजमार्ग मंत्रालय ने अनेक कदम उठाए हैं। इन कदमों के तहत दुर्घटना संबंधी ब्लैक स्पॉट वाले स्थानों को दुरुस्त करना, सड़क के ढांचे में सुधार करना, वाहन चालकों को प्रशिक्षण देना और लोगों को जागरुक करना शामिल है। इस दौरान नितिन गडकरी ने लोगों को सड़क सुरक्षा की शपथ भी दिलाई।
सुषमा स्वराज ने कहा कि सड़क का इस्तेमाल करने वालों को गांधीजी के सिद्धांत शांति, धैर्य और सहनशीलता को अपनाना चाहिए, ताकि उनके व्यवहार में सुधार हो सके। उन्होंने रोड-रेज के बढ़ते मामलों का उल्लेख करते हुए कहा कि बड़े पैमाने पर सड़क दुर्घटनाएं इसलिए होती हैं, क्योंकि लोग वाहन चलाते समय मानसिक रूपसे शांत नहीं रहते और अधीरता तथा असहनशीलता से काम लेते हैं। उन्होंने कहा कि गांधीजी के सिद्धांतों को अपनाकर लोग शांत, धैर्यवान और सहनशील बनेंगे, इस तरह सड़क दुर्घटनाएं रुक जाएंगी। राज्यमंत्री मनसुख लाल मंडाविया ने कहा कि सड़क सुरक्षा की सीख देने के लिए यह रैली एक बहुत अच्छा अवसर है। उन्होंने कहा कि अनुशासन के बारे में गांधीजी का संदेश बहुत प्रासंगिक है और इससे वाहन चालकों में अनुशासन की भावना पैदा होगी।
मोटरकार रैली सुरक्षा यात्रा कार्यक्रम में सड़क सुरक्षा के बारे में स्वच्छ सफर और सुरक्षित यात्रा नाम से सचित्र पुस्तकों का एक सैट भी जारी किया गया, जिन्हें उबर और अमर चित्र कथा ने तैयार किया है। इन पुस्तकों के जरिए बच्चों के लिए सड़क सुरक्षा के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई गई है। सुषमा स्वराज और नितिन गडकरी ने तीसरे आई-सेफ की भी शुरूआत की, इसके तहत देशभर के स्कूलों और कॉलेजों के लिए सड़क सुरक्षा विषयों पर चैम्पियनशिप का आयोजन होगा, जो 9 महीने चलेगी। इस तरह की पहली दो प्रतिस्पर्धाओं में 1500 से अधिक कॉलजों ने हिस्सा लिया था। आशा कि जाती है कि इस वर्ष 5 हजार कॉलेज हिस्सा लेंगे। देश के बेहतरीन कॉलेजों को 25 लाख रुपये के पुरस्कार दिए जाएंगे। इच्छुक छात्र आई-सेफ की आधिकारिक वेबसाइट पर पंजीकरण करा सकते हैं। इस मौके पर महात्मा गांधी के निजी सचिव वी कल्याणम भी उपस्थित थे।

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