स्वतंत्र आवाज़
word map

भारत-रूस मैत्री अपने आप में अनूठी-नरेंद्र मोदी

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ मीडिया वक्तव्य

'नई बुलंदियों पर है भारत-रूस की रणनीतिक साझेदा‌रियां'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 5 October 2018 05:35:38 PM

president of russian vladimir putin and pm narendra modi

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्नीसवें वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए भारत आए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके शिष्टमंडल का स्वागत करते हुए कहा है कि हम एक ऐसे देश के राष्ट्रपति के रूपमें उनका स्वागत कर रहे हैं, जिनके साथ हमारे अद्वितीय संबंध हैं, इन संबंधों के लिए उनका अमूल्य और व्यक्तिगत योगदान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सोची शहर में आयोजित अनौपचारिक शिखर सम्मेलन की स्मृतियां मेरे मन में आज भी ताज़ा हैं, उस खास मुलाक़ात में हम दोनों को खुलकर गहन चर्चा करने का अवसर प्राप्त हुआ था। उन्होंने कहा कि रूस के साथ अपने संबंधों को भारत सर्वोच्च प्राथमिकता देता है, तेजी से बदलते हुए इस विश्व में हमारे संबंध और अधिक प्रासंगिक हो गए हैं। उन्होंने कहा कि उन्नीस शिखर सम्मेलनों की निरंतर श्रृंखला से हमारी विशेष और विशेषाधिकृत सामरिक साझेदारी को लगातार नई ऊर्जा और दिशा मिली है और वैश्विक मामलों पर हमारे सहयोग को नए मायने एवं मकसद भी मिले हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे सहयोग को रणनीतिक दिशा मिली है, आज हमने ऐसे महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं, जो दीर्घाकालिक दृष्टि से भारत-रूस संबंधों को और भी अधिक ताकतवर बनाएंगे। उन्होंने कहा कि मानव संसाधन विकास से लेकर प्राकृतिक और ऊर्जा संसाधनों तक, व्यापार से निवेश तक, नाभिकीय ऊर्जा के शांतिपूर्ण सहयोग तक, सौर ऊर्जा प्रौद्योगिकी से लेकर बाघ कंज़र्वेशन तक, आर्कटिक से दूर सुदूर पूर्व तक और सागर से लेकर अंतरिक्ष तक भारत और रूस के सम्बंधों का और भी विशाल विस्तार होगा, यह विस्तार हमारे सहयोग को अतीत के कुछ गिने-चुने दायरों के पार ले जाएगा, साथ ही हमारे संबंधों के महत्वपूर्ण आधार स्तंभ और मज़बूत होंगे। नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की विकास यात्रा में रूस हमेशा हमारे साथ रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा अंतरिक्ष में अगला लक्ष्य भारत के गगनयान में भारतीय अंतरिक्षयात्री को भेजना है और मुझे बहुत खुशी है कि रूस ने इस मिशन में पूरे सहयोग का आश्वासन दिया है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि युवाओं में हम देशों के भविष्य का कायाकल्प करने की क्षमता है। उनका संकेत व्लादीमीर पुतिन की भारत यात्रा के अवसर पर भारत-रूस के प्रतिभाशाली बच्चों के प्रगतिशील विचारों के प्रदर्शन की ओर था। नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम भारत के फ्लैगशिप कार्यक्रमों में व्यापार के और भी व्यापक अवसरों में रूस की भागदारी का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि भारत-रूस व्यापार सम्मेलन में करीब 200 प्रमुख आर्थिक उद्यमियों ने भाग लिया, जो भारत एवं रूस के पारस्परिक हित के सभी अंतर्राष्ट्रीय मामलों में घनिष्ठता से सहयोग करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन और मैंने इनपर भी विस्तार से चर्चा की है। उन्होंने कहा कि भारत और रूस तेजी से बदलते हुए विश्व में मल्टी-पोलेरिटी और मल्टी-लेटरलिस्म को सुदृढ़ करने पर एकमत हैं, आतंकवाद के विरुद्ध संघर्ष, अफगानिस्तान तथा इंडो पैसिफिक के घटनाक्रम, जलवायु परिवर्तन, एससीओ, ब्रिक्स जैसे क्षेत्रीय संगठनों और जी 20 और आसियान जैसे बहुपक्षीय संगठनों में सहयोग करने में हमारे दोनों देशों के साझाहित हैं। उन्होंने कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में अपने लाभप्रद सहयोग और समन्वय को जारी रखने पर सहमत हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं राष्ट्रपति पुतिन द्वारा रूस के सुदूरपूर्व के विकास के लिए उठाए गए कदमों से बहुत प्रभावित हुआ हूं, भारत इस क्षेत्र में सहयोग के लिए तत्पर है। उन्होंने कहा कि आज लिए गए निर्णयों से हमारे सहयोग में और वृद्धि होगी तथा चुनौतियों भरे विश्व में शांति एवं स्थिरता की बहाली में योगदान मिलेगा। उन्होंने कहा कि भारत-रूस सम्बंधों की शक्ति का स्त्रोत सामान्यजन में एक दूसरे के प्रति सद्भाव और मैत्री है, हमने आज ऐसे कई प्रयासों पर विचार किया है, जिनसे सम्बंध और मज़बूत हों और दोनों देशों के लोगों की, विशेषतः युवाओं की एक-दूसरे के बारे में जानकारी और आपसी समझ और बढ़े, इससे भारत-रूस सम्बंधों के भविष्य की एक नई नींव का निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि मैं विश्वासपूर्वक कह सकता हूं कि भारत-रूस मैत्री अपने आप में अनूठी है, मुझे पूरा विश्वास है कि इस विशिष्ट रिश्ते के लिए राष्ट्रपति पुतिन की प्रतिबद्धता से इन संबंधों को और भी ऊर्जा मिलेगी और हमारे बीच प्रगाढ़ विश्वास एवं मैत्री और भी सुदृढ़ होगी, हमारी विशेष और विशेषाधिकार रणनीतिक साझेदारी को नई बुलंदियां प्राप्त होंगी।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]