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सीएसआईआर में हरित कौशल विकास कार्यक्रम

'प्रदूषण निगरानी: मृदा प्रदूषण' विषय पर सर्टीफिकेट कोर्स

पर्यावरण एवं वानिकी क्षेत्रों में रोज़गार अवसरों की खोज

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 25 August 2018 12:55:25 PM

green skill development programme at csir-nbri

लखनऊ। सीएसआईआर-राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान लखनऊ ने पर्यावरण एवं वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार के हरित कौशल विकास कार्यक्रम के अंतर्गत 'प्रदूषण निगरानी: मृदा प्रदूषण' विषय पर एक माह की अवधि का प्रथम सर्टीफिकेट कोर्स शुरू किया है। यह हरित कौशल विकास कार्यक्रम, पर्यावरण एवं वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और राष्ट्रीय कौशल विकास संस्था भारत सरकार का पर्यावरण एवं वानिकी क्षेत्रों में कौशल विकास हेतु उठाया गया एक खास कदम है, ताकि रोज़गार अवसरों की खोज करके पढ़े-लिखे युवाओं को रोज़गार या स्वरोज़गार योग्य बनाया जा सके। पर्यावरण एवं वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और राष्ट्रीय कौशल विकास संस्था ने राष्ट्रीय कौशल अहर्ता फ्रेमवर्क के आधार पर इस राष्ट्रीयस्तर के कोर्स के लिए सीएसआईआर लखनऊ को अनुमोदन प्रदान किया है।
आईसीएसआर-राष्ट्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान लखनऊ के निदेशक डॉ एस राजन ने मुख्य अतिथि के रूपमें कार्यक्रम को संबोधित किया और मृदा प्रदूषण पर ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन की आवश्यकता पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रदूषण निगरानी, आंकलन एवं उपचार एक महत्वपूर्ण विषय है। उन्होंने हरित कौशल विकास कार्यक्रम के अंतर्गत ऐसे कोर्स के लिए राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान को बधाई दी। सीएसआईआर संस्थान के निदेशक प्रोफेसर एसके बारिक ने सर्टीफिकेट कोर्स को राष्ट्रीयस्तर का अपने आप में अकेला कोर्स बनाए जाने के पीछे के प्रयासों एवं गतिविधियों की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की। प्रोफेसर एसके बारिक ने पर्यावरण एवं वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में मंत्री डॉ हर्षवर्धन द्वारा शुरू इस कोर्स की अपेक्षाओं के बारे में बताया, जो उन्होंने मई 2018 में नई दिल्ली में ऐसे 30 कोर्स को आधिकारिक रूपसे जारी करते समय जाहिर की थीं।
प्रोफेसर एसके बारिक ने कार्यक्रम की राज्यस्तरीय चयन एवं सलाह समिति के विषय में भी बताया, जिसने इस कार्यक्रम में प्रतिभागिता हेतु राष्ट्रीयस्तर पर 30 विद्यार्थियों का चयन किया है। सीएसआईआर के मुख्य वैज्ञानिक डॉ प्रमोद शिर्के ने अतिथियों का स्वागत किया। समन्वयक वैज्ञानिक पर्यावरणीय सूचना प्रणाली केंद्र लखनऊ के डॉ पंकज श्रीवास्तव ने कार्यक्रम के विषय में जानकारी प्रदान की। मुख्य वैज्ञानिक डॉ एसके तिवारी ने भी संस्थान के कौशल विकास कार्यक्रमों की जानकारी दी। कार्यक्रम के आखिर में डॉ पंकज श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।

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