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Monday 16 July 2018 02:32:26 PM
ढाका/ नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ढाका में बांग्लादेश के गृहमंत्री असद-उज-ज़मां खां के साथ भारत-बांग्लादेश गृहमंत्री स्तरीय वार्ता की छठी बैठक की सह अध्यक्षता की। इस बातचीत के दौरान द्विपक्षीय सुरक्षा, आतंकरोध, क्षमता निर्माण एवं सुरक्षा एजेंसियों के बीच सहयोग, सीमा प्रबंधन, नकली करेंसी, मादकद्रव्य एवं मानव तस्करी जैसी अवैध गतिविधियों पर रोक, दूतावास मुद्दों जैसे-सुरक्षा संबंधित हितों के सभी मामलों पर चर्चा की गई। भारत और बांग्लादेश के गृहमंत्री पहले के आरटीए 2013 में संशोधन करते हुए संशोधित यात्रा प्रबंध 2018 पर भी हस्ताक्षर के गवाह बने, जिससे दोनों देशों के बीच वीज़ा व्यवस्था और उदार बन सके।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से भी मुलाकात की। राजनाथ सिंह ने ढाका में बांग्लादेश के राष्ट्र के पिता बांग्लादेशू शेख़ मुज़ीबुर्रहमान को बंग्बंधू संग्रहालय में जाकर श्रद्धांजलि भी अर्पित की। गृहमंत्री के बांग्लादेश पहुंचने पर ढाका के हज़रत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर बांग्लादेश के प्रवक्ता और गृहमंत्री असद-उज-ज़मां खान कमाल ने उनकी अगवानी की। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बांग्लादेश के गृहमंत्री असद-उज-ज़मां खां के साथ उत्तर पश्चिम सरदाह में बांग्लादेश पुलिस अकादमी में बांग्लादेश-भारत फ्रेंडशिप बिल्डिंग और ढाका में समन्वित भारतीय वीज़ा आवेदन केंद्र का उद्घाटन किया।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बांग्लादेश रवाना होने से पहले ट्वीट में कहा था कि भारत और बांग्लादेश ने अपनी भूमि और जल सीमाओं को शांति क्षेत्र में बदलने में अहम प्रगति की है। उन्होंने कहा है कि दोस्ती और विश्वास के आधार पर दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत करने को लेकर मैं आशांवित हूं। ढाका में गृहमंत्री के साथ गृह मंत्रालय एवं सुरक्षा एजेंसियों के शीर्ष अधिकारियों का एक शिष्टमंडल भी गया था। उल्लेखनीय है कि भारत और बांग्लादेश के संबंध दोस्ताना हैं, तथापि दोनों देशों में इस्लामिक कट्टरपंथ और आतंकवाद के भारत के राज्य पश्चिम बंगाल में प्रभाव को लेकर एक गतिरोध जरूर दिखाई पड़ता है। ऐसा भी समझा जाता है कि नकली करेंसी, मादकद्रव्य एवं मानव तस्करी जैसी अवैध गतिविधियों पर रोक पर भी बांग्लादेश सरकार केवल बयान तक सीमित है।