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'आतंकवाद से मिलजुलकर लड़ने की आवश्यकता'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इंडोनेशिया में गर्मजोशी से स्वागत

भारत और इंडोनेशिया के बीच हुए कई द्विपक्षीय समझौते

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 30 May 2018 04:29:46 PM

president of indonesia joko widodo and pm narendra modi

जकार्ता/ नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडोनेशिया में गर्मजोशी के साथ आतिथ्य सत्कार के लिए इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विदोडो के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने एक प्रेस वक्तव्य में कहा है कि महान एवं सुंदर देश इंडोनेशिया की मेरी इस पहली यात्रा में इंडोनेशिया की विविधता दर्शाते हुए यहां के नागरिकों और बच्चों ने राष्ट्रीय पोशाकों में मेरा जोरदार स्वागत किया है, जिन्होंने मेरे मन को छू लिया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जोको विदोडो की दूरदर्शिता, उनका काल्पनिक नेतृत्व और उनकी व्यक्तिगत प्रतिबद्धता भारत-इंडोनेशिया की भागीदारी को और ज्यादा मज़बूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इंडोनेशिया में हाल में हुए आतंकवादी हमलों में इंडोनेशिया के निर्दोष लोगों के मारे जाने का मुझे भारी दुःख है, भारत इस प्रकार के हमलों की कड़ी निंदा करता है और भारत इस मुश्किल समय में इंडोनेशिया के साथ मज़बूती से खड़ा है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की त्रासदीपूर्ण घटनाएं यह संदेश देती हैं कि आतंकवाद से लड़ने के लिए विश्वस्तर पर मिलजुलकर किए जा रहे प्रयासों में और अधिक गति लाने की आवश्यकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इंडोनेशिया का पंचशील दर्शन, इंडोनेशिया के लोगों के विवेक और दूरदर्शिता का जीवंत प्रमाण है, जिसमें धार्मिक विश्वासों के साथ सांस्कृतिक परंपराओं का भी निर्बाध एकीकरण किया गया है। उन्होंने कहा कि सामुद्रिक पड़ोसियों और सामरिक साझेदारों के रूपमें हमारी चिंताएं एक जैसी हैं, सामुद्रिक मार्गों की सुरक्षा एवं संरक्षा सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है, यह हमारे आर्थिक हितों की रक्षा के लिए भी आवश्यक है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि बदलते हुए भारत-प्रशांत क्षेत्र में हमारा विशेष भू-रणनीतिक स्थान है, हम एक जैसी विकास एवं पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत-प्रशांत क्षेत्र में सहयोगियों के रूपमें एक दूसरे की प्रगति एवं संपन्नता में हमारे साझा हित हैं और इसलिए हमने भारत-प्रशांत क्षेत्र के लिए साझे विजन और सिद्धांतों पर सहमति व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी के साथ सागर क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास का हमारा विजन, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विदोडो की समुद्री फुलक्रम नीति से मिलता है। उन्होंने कहा कि दिसंबर 2016 में राष्ट्रपति विदोडो की भारत यात्रा के समय हमने एक रोडमैप तैयार किया था, जिसपर हुई चर्चा में हमने उसके कार्यांवयन की प्रगति का आकलन किया है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच हुए समझौतों से भारत-इंडोनेशिया के द्विपक्षीय संबंधों को और बेहतर बनाने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि हमने अपनी साझेदारी को व्यापक रणनीतिक साझेदारी के रूपमें उन्नयन करने का निर्णय लिया है, हम वर्ष 2025 तक द्विपक्षीय व्यापार को 50 बिलियन डॉलर के स्तर तक ले जाने के अपने प्रयास दोगुने करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत-इंडोनेशिया के बीच सहस्त्राब्दियों से मजबूत सांस्कृतिक संबंध है, जिनकी झलक इस वर्ष भारत की गणतंत्र दिवस परेड में भी देखने को मिली थी। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस परेड में आसियान-भारत संबंधों की झांकी में भारत के ओडिशा राज्य के त्यौहार बाली जात्रा को दर्शाया गया था, प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला यह त्यौहार हमारे हज़ारों वर्ष पुराने सांस्कृतिक संबंधों का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में हम अपने राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ मनाएंगे, इस दौरान दोनों देशों में बहुत से समारोह आयोजित किए जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बहुत बड़ी संख्या में भारतीय पर्यटक इंडोनेशिया आते हैं, विशेष रूपसे बाली में। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड एवं बाली के जुड़ाव से इस क्षेत्र के आदान-प्रदान में और बढ़ोतरी होगी। उन्होंने कहा कि दोनों देशों में अधिकांश आबादी युवा है, जिनके सपनों को साकार करने के लिए और उनके लिए रोज़गार के अवसर उत्पन्न करने हेतु हम शिक्षा तथा कौशल विकास के क्षेत्र में एक-दूसरे से सीख सकते हैं। नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमनें शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई है, हम भारत के आईटी सेवा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने एवं इसे विस्तार देने के लिए इंडोनेशिया के नेतृत्व के विचारों का स्वागत करेंगे और यह दोनों देशों के लिए लाभकारी भागीदारी रहेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत-आसियान भागीदारी एक ऐसी शक्ति है, जो भारत-प्रशांत क्षेत्र में तथा उससे परे भी शांति और साझा उन्नति के लिए है। उन्होंने कहा कि हम आसियान में इंडोनेशिया की सकारात्मक भूमिका को महत्व देते हैं, साथ ही व्यापक क्षेत्रीय सहयोग एवं एकीकरण के लिए इस संगति के प्रयास भी एक उदाहरण और प्रेरणा हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आसियान में भारत की सामरिक भागीदारी को विकसित करने में इंडोनेशिया के पुरज़ोर समर्थन के लिए राष्ट्रपति जोको विदोडो को आभार व्यक्त किया है। उन्होंने अगस्त में होने वाले 18वें एशियाई खेलों की मेजबानी के लिए इंडोनेशिया को शुभकामनाएं दीं और माहे रमजान के इस पवित्र महीने में भारत के सवा सौ करोड़ लोगों की ओर से इंडोनेशिया के सभी लोगों की समृद्धि, उत्तम स्वास्थ्य एवं सफलता की कामना करते हुए ईद-उल-फितर त्योहार की बधाई भी दी।

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