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Tuesday 29 May 2018 11:37:45 AM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल नई दिल्ली में नीदरलैंड की महारानी मैक्सिमा से मुलाकात की। महारानी मैक्सिमा संयुक्तराष्ट्र महासचिव की विशेष दूत के रूपमें विकास हेतु समावेशी वित्त जुटाने के लिए भारत की यात्रा पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महारानी मैक्सिमा ने भारत सरकार द्वारा वित्तीय समावेश में वृद्धि के लिए पिछले कुछ वर्षों में जनधन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री बीमा सुरक्षा योजना तथा अटल पेंशन योजना जैसे विभिन्न कदमों पर विचार-विमर्श किया। महारानी मैक्सिमा ने भारत में इन कदमों के जरिए हुई प्रगति की जोरदार सराहना की। महारानी मैक्सिमा भारत की चार दिवसीय यात्रा पर हैं।
नीदरलैंड की महारानी का नई दिल्ली पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गर्मजोशी से स्वागत किया। वे पहले मुंबई पहुंची, उसके बाद नई दिल्ली आईं। महारानी मैक्सिमा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक विकास वित्त पर भी चर्चा की। महारानी ने कई मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की। उन्होंने इस दिशा में भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग यानी आईआईटीईसी योजना के माध्यम से भारत के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने विदेशों में मेज़बान देश की आवश्यकता और प्राथमिकता के आधार पर विकास परियोजनाओं के लिए रियायती दर पर ऋण देने के प्रावधान की भी सराहना की। महारानी एनआईटीआई के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करेंगी, उनके अंतरिम वित्तमंत्री पीयूष गोयल से मिलने की भी उम्मीद है।
नीदरलैंड भारत का अभिन्न मित्र देश है। यह यूरोप महाद्वीप का एक प्रमुख देश है और उत्तरी-पूर्वी यूरोप में स्थित है। नीदरलैंड की उत्तरी तथा पश्चिमी सीमा पर उत्तरी समुद्र है, दक्षिण में बेल्जियम एवं पूर्व में जर्मनी है। नीदरलैंड की राजधानी एम्सटर्डम है। द हेग को प्रशासनिक राजधानी का दर्जा दिया जाता है। नीदरलैंड को अक्सर हॉलैंड के नाम से भी संबोधित किया जाता है एवं सामान्यतः नीदरलैंड के निवासियों तथा इसकी भाषा के लिए डच शब्द का उपयोग किया जाता है। इसका अधिकांश क्षेत्र समुद्रतट से भी नीचे है। इसके पश्चिम और उत्तर में उत्तरी सागर है। इसका क्षेत्रफल 33,591 वर्ग किलोमीटर है। नीदरलैंड दुनिया के पहले संसदीय लोकतंत्र देशों में से एक है। यह यूरोपीय संघ, नार्थ एटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन, आर्थिक और विकास संगठन एवं विश्व व्यापार संगठन का संस्थापक सदस्य है। यह बेल्जियम और लक्समबर्ग के साथ बेनेलक्स आर्थिक संघ का रूप लेता है।
नीदरलैंड पांच अंतर्राष्ट्रीय अदालतों का मेज़बान है। स्थायी मध्यस्थता न्यायालय, अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय, पूर्वी युगोस्लावाकिया के लिए अंतराष्ट्रीय अपराधी ट्रिब्यूनल, अंतर्राष्ट्रीय अपराधी न्यायालय और ट्रिब्यूनल फोर लेबनान। इनमें से पहले चार न्यायालय यूरोपियन संघ की खुफिया एजेंसी यूरोपोल और न्यायिक सहयोगी एजेंसी युरोस्ट नीदरलैंड के द हेग शहर में स्थित हैं, यही कारण है कि द हेग को विश्व की न्यायिक राजधानी भी कहा जाता है। नीदरलैंड का 157 देशों की आर्थिक सूची में 15वां स्थान है। नीदरलैंड भौगोलिक संदर्भ में एक निचला देश है। इसका लगभग बीस प्रतिशत क्षेत्र समुद्री तल से नीचे है। इसकी लगभग इक्कीस प्रतिशत आबादी समुद्री तल से नीचे रहती है और इसकी आधी आबादी समुद्री तल से बस एक मीटर की ऊंचाई पर रहती है। यहां की प्रमुख औद्योगिक गतिविधियां हैं-भोजन प्रसंस्करण, वित्तीय सेवा, रासायनिक, पेट्रोलियम (शेल) और चालुत्त मशीनरी। प्राकृतिक संसाधनों की कमी के कारण नीदरलैंड बाहर से कच्चा माल मंगाकर उनसे विभिन्न प्रकार के सामान तैयार करता है।