स्वतंत्र आवाज़
word map

भारत और रूस में मित्रता अटूट!

ब्लादिमीर पुतिन से होंगी अंतरंग बैठकें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस रवाना हुए

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 21 May 2018 01:53:03 PM

pm narendra modi

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी रूस यात्रा पर एक वक्तव्य में कहा है कि मैं अपनी रूस की सोची शहर की यात्रा और रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के साथ मुलाकात को लेकर आशांवित हूं। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के साथ वार्ता में भारत और रूस के बीच विशेष गौरवशाली रणनीतिक साझेदारी और भी ज्यादा मजबूत होगी। इस मजबूत इरादे के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के साथ सोची शहर में अनौपचारिक शिखर बैठक में हिस्सा लेने रूस रवाना हुए, जहां दोनों नेता भारत-रूस द्विपक्षीय संबंधों के वृहद एवं लंबे भविष्य को लेकर चर्चा करेंगे, भविष्य की रणनीतियां बनाएंगे। गौरतलब है कि रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अनौपचारिक मुलाकात का निमंत्रण भेजा था। भारत-रूस मित्र देशों के इतिहास में यह एक बेहद ज़रूरी कूटनीति के आगे बढ़कर एक-दूसरे के और तमाम वैश्विक मुद्दों पर एक राय बनाने का मौका है।
सोची शहर रूस के बिल्कुल दक्षिण-पश्चिम का शहर है। सोची को रूस का रिज़ॉर्ट शहर भी कहा जाता है। वर्ष 2014 के शीतकालीन ओलम्पिक के बाद सोची शहर की लोकप्रियता तेज़ी से बढ़ी। रूस का ये क्रास्नोडार क्षेत्र अब संवेदनशील कूटनीतिक संवादों को दिशा देने में अपनी बड़ी भूमिका निभा रहा है। सोची शहर के एक तरफ ब्लैक सी यानी काला सागर तो दूसरी तरफ काकेशियन पर्वतमाला है। यहां का मौसम भारत से मिलता-जुलता है। रूस पूर्वी यूरोप और उत्तर एशिया में एक विशाल आकार वाला देश है। यह विश्व का सबसे बड़ा देश है। आकार की दृष्टि से यह भारत से पांच गुणा से भी अधिक है। इतना विशाल देश होने के बाद भी रूस की जनसंख्या विश्व में सातवें स्थान पर है, जिसके कारण रूस का जनसंख्या घनत्व विश्व में सबसे कम है। रूस की अधिकांश जनसंख्या इसके यूरोपीय भाग में बसी हुई है। रूस के साथ वामावर्त-नार्वे, फ़िनलैंड, एस्टोनिया, लातविया, लिथुआनिया, पोलैंड, बेलारूस, यूक्रेन, जॉर्जिया, अज़रबैजान, कजाकिस्तान, चीन, मंगोलिया और उत्तर कोरिया देशों की सीमाएं मिलती हैं।
रूसी साम्राज्य के दिनों से रूस ने विश्व में अपना स्थान एक प्रमुख शक्ति के रूप में बनाया है। यह प्रथम विश्वयुद्ध के बाद सोवियत संघ विश्व का सबसे बड़ा साम्यवादी देश बना। यहां के लेखकों ने साम्यवादी विचारधारा को विश्वभर में फैलाया है। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद सोवियत संघ एक प्रमुख सामरिक और राजनीतिक शक्ति बनकर उभरा है। संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ इसकी वर्षों तक प्रतिस्पर्धा चली है, जिसमें सामरिक, आर्थिक, राजनैतिक और तकनीकी क्षेत्रों में एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ रही है। सन् 1980 के दशक से यह आर्थिक रूपसे क्षीण होता चला गया और 1991 में इसका विघटन हो गया, जिसके फलस्वरूप रूस सोवियत संघ का सबसे बड़ा राज्य बना। दुनियाभर के देशों में रूस ही भारत का अभिन्न मित्र और भरोसे का देश माना जाता है। अमरीका को आजतक अभिन्न मित्र और भरोसे के देश में नहीं माना जाता है। भारत-रूस मैत्री की जब भी परीक्षा की घड़ी आई, उसमें रूस ने अपनी मित्रवत भूमिका निभाई।
वैश्वि‌क राजनीति में इन दो दशकों में बहुत बड़े बदलाव दिखाई दिए हैं, जिनमें मित्र दुश्मन बने हैं और दुश्मन मित्र हो गए हैं, लेकिन सोवियत संघ के टूटने के बावजूद रूस की शक्ति और भारत से मित्रता में कोई कमी नहीं आई। भारत ने भी अपनी दोस्ती में कोई कमी नहीं आने दी है। अनेक वैश्विक अवसरों पर भारत के प्रति अमरीका का उपेक्षात्मक व्यवहार देखने को मिला है, लेकिन पाकिस्तान को अमरीका का समर्थन और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद एक साथ नहीं चल पाए और एक समय ऐसा आया कि अमरीका ने अपने सर्वोच्च वांछित आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान में ही मौजूद पाया और उसे वहीं मार गिराया। इसके बाद अमरीका और पाकिस्तान के रिश्ते लगभग खत्म हो गए और अमरीका भारत के करीब आ गया। इसके बावजूद भारत और रूस की मित्रता पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा भारत-रूस संबंधों को और भी मजबूत करेगी।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]