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कच्छ के विकास में दोहरे इंजन की शक्ति-मोदी

प्रधानमंत्री ने सराही श्रीकच्छी लेवा पटेल समाज की सेवाएं

'कच्छ में पर्यटकों को लुभाने के लिए बहुत कुछ'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 30 March 2018 05:51:39 PM

pm narendra modi

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केन्या के नैरोबी वेस्ट भवन में श्रीकच्छी लेवा पटेल समाज के रजत जयंती समारोह को नई दिल्ली से वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया, जिसमें उन्होंने पूर्वी अफ्रीका में विभिन्न कल्याणकारी कार्यों में श्रीकच्छी लेवा पटेल समाज के योगदान की प्रशंसा की। उन्होंने केन्या के स्वाधीनता आंदोलन में भारतीय समुदाय के योगदान का भी स्मरण किया। प्रधानमंत्री ने सर्वांगीण विकास में श्रीकच्छी समाज के योगदान विशेषकरके कच्छ में 2001 में आए भूकंप के बाद पुन: निर्माण और पुर्नवास कार्यों में उनके योगदान को सराहा। उन्होंने कहा कि कच्छ, जिसे कभी रेगिस्तानी क्षेत्र माना जाता था, वह अब एक पर्यटन स्थल में बदल चुका है।
गौरतलब है कि कच्छ गुजरात प्रांत का एक जिला है, गुजरात यात्रा कच्छ जिले के भ्रमण के बिना अधूरी मानी जाती है। पर्यटकों को लुभाने के लिए यहां बहुत कुछ है, यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर वर्ष कच्छ महोत्सव आयोजित किया जाता है। गुजरात के इस सबसे बड़े जिले का अधिकांश हिस्सा रेतीला और दलदली है। जखाऊ, कांडला और मुंद्रा यहां के मुख्‍य बंदरगाह हैं। यहां अनेक ऐतिहासिक इमारते, मंदिर, मस्जिद, हिल स्टेशन आदि पर्यटन स्थल हैं। कच्छ में देखने लायक कई स्थान हैं, जिसमें कच्छ का सफ़ेद रण पर्यटकों को लुभाता आ रहा है। भुज कच्छ की राजधानी है, जिसमें कच्छ के महाराजा का आइना महल, प्राग महल, शरद बाग़ पैलेस एवं हमीरसर तलाव भुज में मुख्य आकर्षण हैं। भद्रेश्वर जैन तीर्थ और कोटेश्वर में महादेव का मंदिर और नारायण सरोवर, जो पवित्र सरोवरों में से एक है, वह भी बहुत आकर्षक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे, उस दौरान कच्छ क्षेत्र के दूर-दराज के इलाकों में नर्मदा का पानी लाने के लिए उनकी सरकार ने अथक प्रयास किए थे। नरेंद्र मोदी ने इस क्षेत्र में विकास कार्य करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के दोहरे इंजन की शक्ति का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इन कुछ वर्ष में इस क्षेत्र को विकास के लिए हजारों करोड़ रुपये मिले हैं। उन्होंने गुजरात के कच्छ और जामनगर के बीच प्रस्तावित रो-रो फेरी सर्विस के बारे में भी बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और अफ्रीकी देशों के बीच संबंध बढ़ रहे हैं, हाल ही में भारत में भारत-अफ्रीका शिखर बैठक और अफ्रीकन डेवलपमेंट बैंक की बैठक आयोजित की गई थी। उन्होंने देश-विदेश के नागरिकों को भारत की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक परंपरा का अनुभव करने के लिए जनवरी 2019 में होने वाले कुंभ मेले में आने के लिए आमंत्रित किया।

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