रोबोट ओलंपियाड के विजेता राज्यमंत्री से मिले
डॉ महेश शर्मा ने छात्रों को शुभकामनाएं दींस्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Friday 27 November 2015 03:06:02 AM
नई दिल्ली। कतर के दोहा में 6 से 8 नवंबर 2015 तक आयोजित 12वें विश्व रोबोट ओलंपियाड-2015 में मेडल जीतने वाले भारतीय छात्रों ने संस्कृति और पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ महेश शर्मा से उनके कार्यालय में मुलाकात की। इस वर्ष के विश्व रोबोट ओलंपियाड की विषय-वस्तु ‘रोबोट अन्वेषक’ था। इस आयोजन में 55 से भी अधिक देशों के छात्रों ने भाग लिया। विजेता छात्रों ने डॉ महेश शर्मा के साथ अपने अनुभव साझा किए। डॉ महेश शर्मा ने विजेता छात्रों के साथ बातचीत की और आगामी आयोजनों में उनकी शानदार सफलता के लिए उन्हें शुभकामनाएं दीं। तेरहवें विश्व रोबोट ओलंपियाड का नवंबर 2016 के दौरान दिल्ली में पहली बार आयोजन किया जाएगा। राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (एनसीएसएम) इंडिया स्टैम फाउंडेशन (आईएसएफ) के साथ मिलकर यह आयोजन करेगी।
विश्व रोबोट ओलंपियाड के इतिहास में भारतीय छात्रों ने डब्ल्यूआरओ-2015 में पहली बार तीन मेडल (1 स्वर्ण और 2 रजत) जीते तथा एक रैंक प्राप्त किया है। अहमदाबाद की टीम इंडिया स्टोर्म डाइवर्स तथा इंडिया थंडर डाइवर्स ने प्राथमिक श्रेणी में क्रमशः पहला और दूसरा स्थान तथा दिल्ली की टीम इंडिया शैडो बोट्स तथा टीम इंडिया पाथ फाइंडर्स ने सामान्य श्रेणी में क्रमशः दूसरा और आठवा रैंक हासिल किया है। पूरे देश के 225 से अधिक विभिन्न स्कूलों की टीमों ने अपनी प्रतिभा और सृजनता का प्रदर्शन करने के लिए इस आयोजन में भाग लिया। टीम इंडिया स्टोर्म डाइवर्स (प्राथमिक श्रेणी) (रैंकिंग-1) में अहमदाबाद के अमन शाह, आरव सावला, शौर्य गोयनका, टीम इंडिया थंडर डाइवर्स (प्राथमिक श्रेणी) (रैंकिंग-2) में अहमदाबाद के वीर गांधी, ईशान पटेल, परम अदानी में शामिल हैं। टीम इंडिया शैडो बोट्स (सामान्य श्रेणी) (रैंकिंग-8) में जयंत शर्मा, अमन ठाकुर और रोहन वर्मा तथा टीम इंडिया पाथ फाइंडर्स (सामान्य श्रेणी) (रैंकिंग-8) में धारिया गुप्ता, ईशान सैनी और लक्ष्मण प्रसाद शामिल थे।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व संयुक्त सचिव (संस्कृति) अरविंद मंजीत सिंह ने किया। एनसीएसएम संस्कृति मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त सोसाइटी है, जो पूरे देश में फैले 25 विज्ञान केंद्रों, संग्रहालयों, तारामंडलों का प्रशासन संभालती है। इन सभी के क्षेत्रीय कार्यालय और जिला स्तर केंद्र हैं, जिन्हें सैटेलाइट इकाईयां (एसयू) कहा जाता है। आईएसएफ एक संगठन है, जो रोबोटिक शिक्षण मंच और अन्य अनुसंधान आधारित शिक्षण उपकरणों के माध्यम से छात्रों में कंप्यूटर विज्ञान, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (सीएस-स्टेम) की ओर दिलचस्पी पैदा करने के कार्य में लगा है।