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21वीं सदी भारत आसियान की सदी-मोदी

मलेशिया में भारत आसियान के संबंधों पर वर्चुअल संबोधन

वर्ष 2026 आसियान-भारत समुद्री सहयोग वर्ष घोषित ​किया

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Sunday 26 October 2025 05:31:44 PM

pm narendra modi's virtual address to the asean-india summit

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 22वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन को वर्चुअली संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि इक्कीसवीं सदी भारत और आसियान की सदी है। नरेंद्र मोदी ने मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम को उनकी मेजबानी में आयोजित सम्मेलन से जुड़कर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने समन्वयक देश की भूमिका कुशलता से निभाने पर फ़िलिपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड रोमुअलडेज़ मार्कोस का धन्यवाद किया और आसियान के नए सदस्य देश के रूपमें तिमोर लेस्टे का स्वागत किया। उन्होंने थाईलैंड की राजमाता महारानी सिरीकित के निधन पर भी भारतवासियों की ओर से गहरी संवेदना व्यक्त की। नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत और आसियान विश्व की लगभग एक चौथाई जनसंख्या को प्रतिनिधित्व करते हैं, हम सिर्फ भूगोल ही शेयर नहीं करते, हम गहरे ऐतिहासिक संबंधों और साझे मूल्यों की डोर से भी जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहाकि हम ग्लोबल साउथ के सहयात्री हैं, हम केवल व्यापारिक नहीं, सांस्कृतिक साझेदार भी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि आसियान भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी का मुख्य स्तंभ है और भारत सदैव आसियान सेंट्रैंलिटी और इंडो पेसिफिक पर आसियान के आउटलुक का पूर्ण समर्थन करता रहा है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि अनिश्चितताओं के इस दौर में भी भारत आसियान व्यापक रणनीतिक साझेदारी में सतत प्रगति हुई है, ये हमारी मजबूत साझेदारी वैश्विक स्थिरता और विकास का सशक्त आधार बनकर उभर रही है। उन्होंने कहाकि इसवर्ष की आसियान समिट की थीम ‘इंक्लूसिविटी और सस्टेनेबिलिटी’ हमारे साझा प्रयासों में स्पष्ट दिखती है, चाहे वो डिजिटल इन्क्लूशन हो या फिर मौजूदा वैश्विक चुनौतियों केबीच फूड सिक्युरिटी और रिज़िल्यंट सप्लाइ चेन सुनिश्चित करना। उन्होंने कहाकि भारत इन प्राथमिकताओं का पूर्ण समर्थन करता है और इस दिशा में साथ आगे बढ़ने केलिए प्रतिबद्ध है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत हर आपदा में अपने आसियान मित्रों केसाथ मज़बूती से खड़ा रहा है, एचएडीआर, समुद्री सुरक्षा और ब्लू इकोनॉमी में हमारा सहयोग तेज़ीसे बढ़ रहा है, इसको देखते हुए हम 2026 को ‘आसियान-भारत समुद्री सहयोग वर्ष’ घोषित कर रहे हैं। उन्होंने कहाकि हम एजुकेशन, टूरिज़्म, साइंस एंड टेक्नॉलाजी, हेल्थ, ग्रीन एनर्जी और साइबर सिक्युरिटी में आपसी सहयोग को भी मजबूती से आगे बढ़ा रहे हैं, अपनी साझा सांस्कृतिक विरासत को संजोने और लोगों से लोगों के संबंधों को मजबूत करने केलिए हम साथ मिलकर काम करते रहेंगे। प्रधानमंत्री ने कहाकि उन्हें विश्वास हैकि आसियान कम्युनिटी विज़न 2045 और विकसित भारत 2047 का लक्ष्य पूरी मानवता केलिए एक उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करेगा।

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