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रक्षामंत्री का भुज में वायुसेना का उत्साहवर्धन

'पाकिस्‍तान ने ध्वस्त आतंकी ढांचों का पुर्ननिर्माण शुरू कर दिया'

भारत के स्वनिर्मित हथियारों से पाकिस्तान के होश उड़े-रक्षामंत्री

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 16 May 2025 06:00:18 PM

defense minister encourages air force in bhuj

भुज (गुजरात)। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा हैकि भारत की पाकिस्तान पर सैनिक कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर में नष्ट किए गए आतंकवादी संगठनों के ढांचों का पाकिस्‍तान ने फिरसे निर्माण शुरू कर दिया है। उन्होंने कहाकि पाकिस्तान सरकार ने मुरीदके और बहावलपुर में लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद के आतंकवादी ढांचे के पुनर्निर्माण केलिए वित्तीय सहायता की घोषणा की है और आईएमएफ के एक अरब डॉलर के कर्ज का एक बड़ा हिस्सा ध्वस्त आतंकी ढांचों के वित्तपोषण केलिए इस्तेमाल किया जाएगा। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पाकिस्तान में आतंकवादियों के शिविरों पर सैनिक कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर भुज एयरफोर्स स्टेशन पहुंचे थे और पाकिस्तान को हर मोर्चे पर मुंहतोड़ जवाब देने केलिए वायुसैनिकों का उत्साहवर्धन कर रहे थे। रक्षामंत्री ने सैनिकों से कहाकि आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई सिर्फ सुरक्षा का मामला नहीं है, यह राष्ट्रीय सुरक्षा सिद्धांत का हिस्सा बन गया है और हम आतंकवाद के हर स्‍वरूप को जड़ से खत्म कर देंगे।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहाकि भारत-पाकिस्तान केबीच हुआ युद्धविराम का मतलब हैकि भारत ने अभी पाकिस्तान के खिलाफ सैनिक कार्रवाई स्‍थगित की है, अगर उसके व्यवहार में कोई सुधार नहीं होता है तो फिर से कड़ी से कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को चेताया कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है, हमारी यह सैनिक कार्रवाई एक ट्रेलर थी, जरूरत पड़ी तो हम पाकिस्तान को पूरी तस्वीर दिखाएंगे। उन्होंने कहाकि आतंकवाद पर हमला करना और उसे खत्म करना नए भारत का संकल्प है। रक्षामंत्री ने कहाकि क्या अंतर्राष्ट्रीय संगठन आईएमएफ द्वारा पाकिस्तान के आतंकवाद को यह अप्रत्यक्ष वित्तपोषण नहीं माना जाएगा? क्योंकि पाकिस्तान को दी जानेवाली कोईभी वित्तीय सहायता आतंकी वित्तपोषण से कम नहीं है, आईएमएफ की धनराशि का उपयोग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूपसे पाकिस्तान या किसीभी देश में आतंकी ढांचा बनाने केलिए नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष से पाकिस्तान को दी जानेवाली एक अरब डॉलर की सहायता पर पुनर्विचार करने और भविष्य में भी कोई सहायता न देने का अनुरोध किया। रक्षामंत्री ने कहाकि पाकिस्तान जैश ए मोहम्मद आतंकवादी संगठन के आतंकवादी मसूद अजहर को लगभग 14 करोड़ रुपये देगा, जिसे संयुक्त राष्ट्र ने आतंकवादी घोषित किया हुआ है।
ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना की प्रभावी भूमिका की रक्षामंत्री ने सराहना की। पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादी शिविरों को सिर्फ 23 मिनट में खत्म करने केलिए वायुसेना के शौर्य पर उन्होंने कहाकि जब दुश्मन के इलाके में मिसाइलें गिराई गईं तो दुनिया ने उनकी गूंज सुनी। उन्होंने कहाकि सिंदूर अभियान का नेतृत्व भारतीय वायुसेना ने किया और इसने दुश्मनों पर हावी होकर उन्हें खत्म कर दिया। राजनाथ सिंह ने कहाकि भारत के लड़ाकू विमान सीमा को पार किए बिना पाकिस्तान के हर कोने पर हमला करने में सक्षम हैं। उन्होंने कहाकि दुनिया ने देखा हैकि कैसे भारतीय वायुसेना ने आतंकी शिविरों और बादमें पाकिस्तान के एयरबेसों को नष्ट किया। भारतीय वायुसेना ने इस बात का प्रमाण दियाकि भारत की युद्ध नीति और तकनीक बदल गई है। उन्होंने नए भारत का संदेश दियाकि हम सिर्फ विदेश से आयात किए गए हथियारों और प्लेटफार्मों पर निर्भर नहीं हैं, बल्कि भारत में निर्मित उपकरण हमारी सैन्य शक्ति का हिस्सा बन गए हैं, भारत में निर्मित हथियार अभेद्य भी हैं।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहाकि पाकिस्तान ने खुदही 'ब्रह्मोस' मिसाइल की ताकत को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहाकि भारत में बनी इस मिसाइल ने पाकिस्तान को दिन में तारे दिखा दिए, इसमें डीआरडीओ के आकाश और दूसरे रडार सिस्टम ने जबरदस्त भूमिका निभाई। रक्षामंत्री ने कल श्रीनगर के बादामी बाग कैंट में भारतीय सेना के जवानों से संवाद किया था, आज भुज में वायुसेना के जवानों से बातचीत की। उन्होंने कहाकि मैंने दोनों मोर्चों पर सैनिकों में जोश और देशभक्ति का उच्चतम स्तर देखा है, जिसमें भारत की सीमाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं, यह पूरे देश केलिए गर्व की बात है। रक्षामंत्री ने कहाकि भुज 1965, 1971 और अब पाकिस्तान पर भारत की जीत का गवाह रहा है। उन्होंने भुज को देशभक्ति की भूमि बताया, जहां सैनिक राष्ट्रीय हितों की रक्षा केलिए अडिग संकल्प केसाथ खड़े रहते हैं। उन्होंने मातृभूमि की रक्षा केलिए वायुसेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के बहादुर सैनिकों केप्रति आभार व्यक्त किया।
राजनाथ सिंह ने सशस्त्र बलों को नवीनतम हथियारों प्लेटफॉर्मों आधुनिक बुनियादी ढांचे से लगातार लैस करने की सरकार की इस प्रतिबद्धता को दोहरायाकि एक मजबूत राष्ट्र अपनी सेना का सम्मान करता है और उसे संसाधन, तकनीक तथा हर तरह का सहयोग प्रदान करता है। उन्होंने उल्‍लेख कियाकि पहले भारत आयात पर बहुत अधिक निर्भर था, लेकिन आज वह आर्टिलरी सिस्टम, रडार सिस्टम, मिसाइल शील्ड, ड्रोन और जवाबी ड्रोन जैसे उपकरणों का न केवल स्‍वयं निर्माण कर रहा है, बल्कि हम आयातक से निर्यातक बन रहे हैं, यह तो बस शुरुआत है। राजनाथ सिंह ने कहाकि भारत के लोगों, सरकार, सशस्त्र बलों और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में एकता और समझदारी दिखाई है, जिसमें हर नागरिक एक सैनिक की तरह भाग ले रहा है। उन्होंने कहाकि सरकार और देश के लोग हर कदम पर अपनी सेनाओं केसाथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त कियाकि हम सब मिलकर इस क्षेत्र से आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म कर देंगे और भारत की संप्रभुता पर कोई भी बुरी नजर डालने की हिम्मत नहीं करेगा। इस अवसर पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह और वायुसेना के वरिष्‍ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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