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Friday 25 October 2024 03:28:56 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मनी के चांसलर ओलाफ़ स्कोल्ज़ ने आज हैदराबाद हाउस नई दिल्ली में संयुक्त प्रेस वार्ता की। इस दौरान दोनों देशों के मध्य कई महत्वपूर्ण समझौता का आदान-प्रदान भी किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चांसलर ओलाफ़ स्कोल्ज़ और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल का भारत में हार्दिक स्वागत किया और कहाकि उन्हें ख़ुशी हैकि इन दो वर्ष में वे तीसरीबार चांसलर ओलाफ़ स्कोल्ज़ का भारत में स्वागत कर रहे हैं। नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत और जर्मनी की स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप की व्यापकता का अनुमान आप पिछले दो-तीन दिन की गतिविधियों से लगा सकते हैं। उन्होंने उल्लेख कियाकि आज सुबह जर्मनी के एशिया पैसिफिक बिज़नेस जगत की कांफ्रेंस को संबोधित किया, उनके तीसरे कार्यकाल की पहली आईजीसी मीटिंग संपन्न हुई है, सीईओ फोरम की बैठक में शामिल हुए, इसी समय जर्मन नौसेना शिप गोवा में पोर्ट कॉल कर रही है और खेल जगत भी पीछे नहीं है, दोनों देशों की हॉकी टीमों केबीच दोस्ताना मैच भी खेले जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि चांसलर ओलाफ़ स्कोल्ज़ के नेतृत्व में हमारी साझेदारी को एक नया मोमेंटम और डायरेक्शन मिला है, जर्मनी की ‘फोकस ऑन इंडिया’ स्ट्रेटेजी केलिए मैं उनका अभिनंदन करता हूं, इसमें विश्व के दो बड़े लोकतंत्रों केबीच पार्टनरशिप के आधुनिकीकरण और उत्थान का व्यापक ब्लू प्रिंट मौजूद है। उन्होंने कहाकि आज भारत और जर्मनी केबीच इनोवेशन और टेक्नोलॉजी रोडमैप लॉंच किया गया है, महत्वपूर्ण एवं उभरती प्रौद्योगिकियां, कौशल विकास एवं नवाचार में समग्र दृष्टिकोण पर भी सहमति बनी है, इससे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, अर्धचालक और क्लीन एनर्जी जैसे क्षेत्रोंमें सहयोग को बल मिलेगा और सुरक्षित, विश्वसनीय और लचीली ग्लोबल सप्लाई एवं वैल्यू चैन्स का निर्माण करने में भी मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहाकि रक्षा और सुरक्षा क्षेत्रोंमें बढ़ता सहयोग हमारे गहरे आपसी विश्वास का प्रतीक है, वर्गीकृत सूचना के आदान-प्रदान पर बनी सहमति इस दिशामें एक नया कदम है। उन्होंने कहाकि पारस्परिक कानूनी सहायता संधि से आतंकवाद और अलगाववादी तत्वों से निपटने में हमारे साझा प्रयास सशक्त होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि हरित एवं टिकाऊ विकास के साझा कमिटमेंट पर दोनों देश निरंतर कार्यरत हैं, ग्रीन और सस्टेनेबल डेवलपमेंट पार्टनरशिप को बढ़ाते हुए हमने ग्रीन अर्बन मोबिलिटी पार्टनरशिप के दूसरे चरण पर सहमति बनाई है और ग्रीन हाइड्रोजन रोडमैप भी लॉंच किया है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि यूक्रेन और पश्चिम एशिया में चल रहे संघर्ष हम दोनों केलिए चिंता के विषय हैं, भारत का हमेशा मत रहा हैकि युद्ध से समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता और शांति की बहाली केलिए भारत हर संभव योगदान देने केलिए तैयार है। उन्होंने कहाकि इंडो-पैसिफिक क्षेत्रमें अंतर्राष्ट्रीय कानूनों केतहत नौवहन की स्वतंत्रता और कानून का शासन सुनिश्चित करने पर हम दोनों एकमत हैं, हम इस बातपर भी सहमत हैंकि बीसवीं सदी में बनाए गए ग्लोबल फोरम इक्कीसवीं सदी की चुनौतियों से निपटने में सक्षम नहीं हैं, संयुक्तराष्ट्र सुरक्षा परिषद सहित अन्य मल्टीलेटरल संस्थाओं में रिफॉर्म्स की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री ने कहाकि भारत और जर्मनी इस दिशामें सक्रिय रूप से सहयोग करते रहेंगे, लोगों से लोगों का कनेक्ट हमारे संबंधों का अहम स्तंभ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि आज हमने कौशल और व्यावसायिक शिक्षा में मिलकर काम करने का निर्णय लिया है, आईआईटी चेन्नई और ड्रेसडेन विश्वविद्यालय में भी समझौता हुआ है, जिससे हमारे छात्र दोहरी डिग्री का लाभ उठा पाएंगे। नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत की युवा शक्ति जर्मनी की प्रगति और समृद्धि में योगदान दे रही है, हम जर्मनी द्वारा भारत केलिए जारी कीगई स्किल्ड लेबर स्ट्रेटेजी का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहाकि उन्हें विश्वास हैकि भारतीय युवा टैलेंट पूल को जर्मनी के विकास में योगदान देने के बेहतर अवसर मिलेंगे और भारतीय युवा टैलेंट की क्षमता और योग्यता में इस विश्वास केलिए चांसलर ओलाफ़ स्कोल्ज़ का अभिनंदन किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि चांसलर ओलाफ़ स्कोल्ज़ की इस भारत यात्रा से दोनों देशों केबीच विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण पार्टनरशिप को नई गति, ऊर्जा और उत्साह मिला है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत और जर्मनी की साझेदारी में स्पष्टता है और इसका भविष्य बहुत समृद्ध एवं उज्जवल है।