स्वतंत्र आवाज़
word map

बुनियादी डिजिटल कौशल सिखा रहा 'आसरे'

आसरे ने गांवों में डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम का विस्तार किया

डिजिटल प्रौद्योगिकी तक पहुंच एक बुनियादी अधिकार-आसरे

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 31 May 2024 06:31:43 PM

aasre is teaching basic digital skills

भोपाल। एसोसिएशन फॉर सस्टेनेबल रूरल एम्पावरमेंट (आसरे) ने डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम का विस्तार किया है, जिसका उद्देश्य ग्रामीणों को डिजिटल कौशल और ऑनलाइन संसाधन प्रदान करके ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों केबीच अंतर को कम करना है। इस असंतुलन को पहचानते हुए आसरे ने इसके समाधान केलिए सक्रिय कदम उठाए हैं और ग्रामीणों को आवश्यक डिजिटल कौशल और ज्ञान से लैस किया है। यह पहल डिजिटल युग में समावेशिता को बढ़ावा देने और ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने केलिए आसरे के समर्पण को प्रदर्शित करती है। डिजिटल दुनिया में सामाजिक और आर्थिक समावेशन केलिए प्रौद्योगिकी और साक्षरता तक पहुंच जरूरी है, दुर्भाग्य से भारत के कई ग्रामीण क्षेत्रों में आजभी आवश्यक बुनियादी ढांचे और संसाधनों की कमी है, जिसके परिणामस्वरूप एक महत्वपूर्ण डिजिटल विभाजन हुआ है।
आसरे के अध्यक्ष डॉ पंकज शुक्ला ने डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम के विकास पर सकारात्मक दृष्टिकोण साझा करते हुए कहा हैकि डिजिटल प्रौद्योगिकी तक पहुंच एक बुनियादी अधिकार है, जो हर किसी केलिए सुलभ होनी चाहिए, चाहे उनका स्थान या सामाजिक और आर्थिक स्थिति कुछ भी हो। वे कहते हैंकि डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम के जरिए आसरे का लक्ष्य ग्रामीणों को डिजिटल युग में आगे बढ़ने केलिए आवश्यक कौशल से लैस करना और उनके जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने केलिए नए अवसरों का लाभ उठाना है, आसरे भी इस लक्ष्य को हासिल करने केलिए खुदको सशक्त बना रहा है। डॉ पंकज शुक्ला का कहना हैकि आसरे के नेतृत्व में डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम तीन मुख्य क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगा, प्रारंभ में यह ग्रामीण निवासियों को व्यापक प्रशिक्षण सत्र प्रदान करेगा, उन्हें कंप्यूटर, स्मार्टफोन और इंटरनेट का उपयोग करने केसाथ ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म, एप्लिकेशन नेविगेट करने और साइबर फ्रॉड से बचने के उपाय जैसे बुनियादी डिजिटल कौशल सिखाएगा, ये सत्र स्थानीय भाषाओं में आयोजित किए जाएंगे और ग्रामीण समुदायों की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अनुकूलित किए जाएंगे।
डॉ पंकज शुक्ला ने कहा हैकि आसरे यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेगाकि ग्रामीण निवासियों केपास शैक्षिक सामग्री, सरकारी सेवाएं, स्वास्थ्य देखभाल जानकारी और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जैसे महत्वपूर्ण ऑनलाइन संसाधनों तक पहुंच हो, इन संसाधनों तक पहुंच की सुविधा प्रदान करके, आसरे का उद्देश्य ग्रामीण व्यक्तियों को सूचित निर्णय लेने और उनके समग्र कल्याण केलिए सशक्त बनाना है। कार्यक्रम में डिजिटल साक्षरता कार्यशालाएं और सामुदायिक कार्यक्रम शामिल होंगे, जिनका उद्देश्य डिजिटल साक्षरता के महत्व के बारेमें जागरुकता बढ़ाना और ग्रामीण निवासियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करना है। ये कार्यशालाएं ज्ञान साझा करने, विचारों का आदान-प्रदान करने और सहायक वातावरण में डिजिटल कौशल विकसित करने केलिए मंच के रूपमें काम करेंगी।
आसरे के मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ रंजन कुमार ने आर्थिक विकास और सामाजिक समावेशिता बढ़ाने केलिए डिजिटल साक्षरता कार्यक्रमों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहाकि आजकी अर्थव्यवस्था में भागीदारी और सफलता दोनों केलिए डिजिटल साक्षरता का होना आवश्यक है। उनका दावा हैकि आसरे कार्यक्रम ग्रामीण व्यक्तियों को नए अवसरों का लाभ उठाने और अधिक समावेशी एवं निष्पक्ष समाज को बढ़ावा देने केलिए सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, आसरे अपने डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम की समृद्धि और दीर्घायु की गारंटी देने केलिए समर्पित है, जो वंचित ग्रामीण समुदायों और हाशिए पर रहने वाले समूहों तक पहुंचने पर केंद्रित है, डिजिटल पहुंच में अंतर को कम करके, आसरे ग्रामीण भारत की पूरी क्षमता को उजागर करना चाहता है और अधिक समृद्ध और परस्पर जुड़े भविष्य की ओर ले जाना चाहता है।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]